उल्लंघन करने वालों के खि़लाफ़ सख्त कार्यवाही की चेतावनी, बिना मास्क से बाहर आने वालों के चालान काटे जाएंगे
चंडीगढ़, 2 मई: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शनिवार को ऐलान करते हुये कहा कि राज्य के सभी जि़लों में अब ग्रीन और ओरेंज जोनों में कल (3 मई) से दुकानें प्रात:काल 9 से दोपहर 1बजे तक खुलेंगी। रेड और सीमित जोनों में कोई भी छूट नहीं दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा समय प्रात:काल 7 से 11 बजे तक दुकानें खोलने के फ़ैसले को बदलने का फ़ैसला विभिन्न जि़लों से लोगों की तरफ से दुकानें प्रात:काल 9 बजे के बाद खोंलने की की जा रही माँग के कारण किया गया है। उन्होंने कहा कि बदला हुआ समय लोगों की सहलूत को देखते किया गया है।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि यह मामला मंत्रीमंडल की मीटिंग में भी विचारा गया था और इस बात पर सहमति बनी थी कि लोगों के हितों को ध्यान में रख कर छूट का समय बदला जाये।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मुख्य सचिव को कहा कि समय में तबदीली संबंधी नोटिफिकेशन करने संबंधी डिप्टी कमिश्नरों को ज़रुरी दिशा-निर्देश जारी कर दिए जाएँ।
‘सख्ती से राहत देने’ संबंधी अपनी नीति पर चलते हुये कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने स्पष्ट किया कि ज़रूरी वस्तुएँ लेने के लिए यदि कोई भी व्यक्ति अपने घर से बिना मास्क पहने बाहर निकला तो उसके खि़लाफ़ सख्त कार्यवाही की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने पुलिस को बिना मास्क बाहर निकलने वालों का चालान करने की सख््त हिदायतें की हुई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कफ्र्यू में ढील सख्त प्रोटोकोल के साथ ही मिलेगी जिसको लोगों की तरफ से अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि लोगों के जीवन को सुविधा बनाने के लिए राहत मुहैया करवाई गई है और बिना वजह बाहर न निकला जाये।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पुलिस को कफ्र्यू का उल्लंघन या अमन -कानून व्यवस्था को भंग करने वालों के विरुद्ध सख्ती से पेश आने के हुक्म दिए। उन्होंने चेतावनी देते हुये कहा, ‘हम ऐसी कार्यवाहियों को बर्दाश्त नहीं करेंगे।’ उन्होंने कहा कि राज्य में धारा 144 लागू होने के कारण इस सम्बन्ध में किसी तरह की ढील की इजाज़त नहीं दी जायेगी।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार बाहरी राज्यों में फंसे पंजाबियों को वापस लाने और यहाँ प्रवासी मज़दूरों समेत फंसे ओर लोगों को उनके घर भेजने के लिए सभी उचित प्रबंध करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस मसले पर अन्य राज्यों के साथ नजदीकी से तालमेल कायम करके काम कर रही है और वह केंद्र सरकार को भी विशेष रेल गाड़ीयां चलाने की अपील कर चुके हैं जो अगले कुछ दिनों तक चलेंगी क्योंकि इस समय पर रेलवे दक्षिणी भारत से प्रवासी कामगारों को लाने के प्रबंधों में जुटा हुआ है।