चंडीगढ़, 6 जनवरी:कूड़े से स्वच्छ और किफ़ायती बिजली पैदा करने की दिशा में अहम कदम उठाते हुए पंजाब सरकार ने फ़ैसला किया है कि मोहाली जि़ले के सिमगौली में 50 एकड़ क्षेत्रफल में कूड़े से बिजली पैदा करने वाला 7 मेगावॉट सामथ्र्य का बिजली प्रोजैक्ट लगाया जायेगा जो ‘बनाओ, अपनाओ और चलाओ’ (बी.ओ.ओ.) मॉडल के आधार पर लगाया जायेगा।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने सोमवार को इस प्रोजैक्ट को हरी झंडी दी जो गमाडा और पटियाला नगर निगम ठोस अवशेष कलस्टर का हिस्सा है और यह दो साल में पूरा किया जायेगा। इस प्रोजैक्ट के अंतर्गत मोहाली और पटियाला से इकठ्ठा किये जाते 600 टन प्रति दिन कूड़े से बिजली पैदा की जायेगी।कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अपनी सरकारी रिहायश में मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए स्थानीय निकाय विभाग जो इस प्रोजैक्ट को लागू करने के लिए नोडल एजेंसी है, को नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (एन.टी.पी.सी.) और नगर निगम मोहाली के बीच आपसी सहमति का समझौता (एम.ओ.यू.) सहीबद्ध करने की मंजूरी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विलक्षण प्रोजैक्ट जलवायु परिवर्तन संबंधी राज्य के एक्शन प्लान और स्वच्छ भारत अभियान मुहिम को लागू करने में महत्वपूर्ण योगदान देगा। म्युंसिपल सॉलिड वेस्ट जो शहरी स्थानीय संस्थाओं के लिए बड़ी चुनौती रहा है, को अब नवीकरणीय ऊर्जा के स्रोत के तौर पर प्रभावशाली तरीके से प्रयोग में लाया जायेगा जिसको कि अभी तक योजनाबद्ध तरीके से बड़े स्तर पर लागू नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि इस प्रोजैक्ट से अब इस क्षेत्र में नयी पहलकदमियों को रास्ता खुलेगा। मीटिंग में बताया गया कि एक अनुमान के अनुसार पंजाब में ठोस कूड़ा कर्कट से अंदाजऩ 50 मेगावॉट बिजली पैदा की जा सकती है।मीटिंग में एन.टी.पी.सी. के कूड़े से बिजली बनाने के प्रोजैक्ट के जनरल मैनेजर अमित कुलश्रेष्ठ ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि यह नवीनतम आधुनिक प्लांट वातावरण समर्थकीय नियमों को ध्यान में रखकर राज्य में पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर स्थापित किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि एन.टी.पी.सी. की तरफ से पहले ही ऐसे प्रोजैक्ट सूरत (गुजरात) के कवास, वाराणसी, इन्दौर और पूर्वी दिल्ली नगर निगम में लगाए गए हैं।पी.एस.पी.सी.एल. के चेयरमैन कम मैनेजिंग डायरैक्टर इंजीनियर बी.सी. सरां ने खुलासा किया कि पावरकॉम स्थानीय निकाय विभाग द्वारा लागू किये समझौते के उपरांत एन.टी.पी.सी. के साथ बिजली खरीदने के समझौते पर हस्ताक्षर करेगा जो पंजाब स्टेट इलैक्ट्रीसिटी रेगुलेटरी कमीशन द्वारा सैंट्रल इलैक्ट्रीसिटी रेगुलेटरी कमीशन की हिदायतों के अनुसार कूड़े से पैदा की जा रही बिजली के लिए नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों की दरों के अनुसार निर्धारित की जाएंगी।
मीटिंग में अन्यों के अलावा स्थानीय निकाय मंत्री ब्रह्म मोहिन्द्रा, अतिरिक्त मुख्य सचिव स्थानीय निकाय संजय कुमार, प्रमुख सचिव वित्त अनिरुद्ध तिवारी, प्रमुख सचिव जल स्रोत ए. वेनू प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव तेजवीर सिंह, सचिव स्थानीय निकाय अजोय शर्मा, डिप्टी कमिश्नर मोहाली गिरीश दियालन, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रमुख सचिव जतिन्दर जोरवाल, पटियाला के मेयर संजीव शर्मा, नगर निगम मोहाली के कमिश्नर कमल कुमार गर्ग, नगर निगम पटियाला के कमिश्नर पूनमदीप कौर, अतिरिक्त सचिव जल सप्लाई और सेनिटेशन मुहम्मद इशफ़ाक और पी.एम.आई.डी.सी. के जनरल मैनेजर वी.पी. सिंह भी उपस्थित थे।