किसान आंदोलन को लेकर विदेश की बड़ी हस्तियों की ओर से की गई टिप्पणियों पर भारत सरकार ने अपना पक्ष रखा है। विदेश मंत्रालय की ओर से विदेशी हस्तियों द्वारा किसान आंदोलन पर की गई टिप्पणी को गैर जिम्मेदाराना बताया है। मंत्रालय ने कहा कि खासकर मशहूर हस्तियों के बीच सनसनीखेज सोशल मीडिया हैशटैग, टिप्पणियों का लोभ न तो उचित है और साथ ही यह जिम्मेदाराना रवैया भी है।
विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि भारत की संसद ने पूरी बहस और चर्चा के बाद कृषि क्षेत्र से संबंधित इन सुधारवादी कृषि कानूनों को पारित किया। ये सुधारवादी कानून किसानों को बाजार की उपलब्धता और लचीलापन प्रदान करेंगे। कुछ निहित स्वार्थ समूहों ने भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की कोशिश की है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि इन प्रदर्शनों को भारत की लोकतांत्रिक प्रकृति एवं लोकतांत्रिक राजतंत्र के संदर्भ में देखा जाना चाहिए। मंत्रालय ने आगे कहा कि ऐसे मामलों में टिप्पणी करने से पहले हम आग्रह करते हैं कि पहले तथ्यों का पता लगाया जाए और जमीनी स्तर पर मुद्दों की उचित समझ की जाए।
बता दें कि किसान आंदोलन पर विदेश हस्तियों की ओर से आई टिप्पणियों के बाद मामले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और तूल मिल गया है। अब तक रिहाना, ग्रेटा थनबर्ग और कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस ने किसानों के समर्थन में अपनी बात रखी है।
अमेरिकी पाॅप स्टार रिहाना ने एक लेख शेयर करते हुए कहा कि हम लोग क्यों इस पर नही बात कर रहे।
ग्रेटा थनबर्ग ने दिया समर्थन
स्वीडन के पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने भी किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट किया और लिखा कि हम भारत में चल रहे किसान आंदोलन में हिस्सा लेने वाले किसानों के साथ खड़े हैं।
कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस का ट्वीट
मीना हैरिस ने ट्वीट किया कि हम सभी को भारत में इंटरनेट शटडाउन और किसान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अर्धसैनिक हिंसा से नाराज होना चाहिए।