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संविधान पवित्र है, भारत ने मोदी के सीएए को पूरी तरह खारिज किया-अक्षय शर्मा

संविधान पवित्र है, भारत ने मोदी के सीएए को पूरी तरह खारिज किया-अक्षय शर्मा
  • PublishedJanuary 29, 2020

कहा जिस तरह से स्टूडेंट्स को निशाना बनाया जा रहा है, वह भाजपा के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा

चंडीगढ़, 29 जनवरी: कांग्रेस लाओ, संविधान बचाओ, पंजाब नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के प्रेसिडेंट अक्षय शर्मा के जोरदार नारों के बीच बुधवार को मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे धार्मिक भेदभावपूर्ण को बढ़ाते हुए सीएए, एनआरसी और एनपीआर जैसे काले कानूनों के साथ जबरन भारत के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को तार तार करने पर तुले हुए हैं।

संविधान, पवित्र है और भारत के लोगों ने धार्मिक पंक्तियों में समुदायों का ध्रुवीकरण करने के लिए मोदी के नापाक मंसूबों को सिरे से खारिज कर दिया है। अक्षय ने कहा कि संविधान की मूल भावना को बदलने के किसी भी प्रयास को पूरे देश में व्यापक विरोध प्रदर्शनों के साथ असफल कर दिया जाएगा।

एनएसयूआई, पंजाब के प्रेसिडेंट नीरज कुंदन के नेतृत्व में पंजाब यूनिवर्सिटी के प्रतिष्ठित गांधी भवन से यहां एक विशाल ‘समाज बचाओ मार्च’ का नेतृत्व करते हुए उन्होंने कहा कि देश भर की यूनिवर्सिटीज में स्टूडेंट्स शांतिपूर्ण ढंग से विरोध प्रदर्शन कर मोदी-शाह के शासनकाल को आखिरी विदाई दे रहे हैं। लोगों ने मोदी की नापाक नीतियों को देखा था और अब वे इस भाजपा को सत्ता से बाहर कर देंगे। मार्च का समापन सेक्टर 17 में हुआ जिसमें सभी क्षेत्रों के सभी लोगों की भागीदारी देखी गई जिन्होंने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ नारे लगाए।

एनएसयूआई के नेशनल प्रेसिडेंट नीरज कुंदन ने मोदी सरकार को लाखों लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने के लिए दोषी ठहराया और कहा कि सरकार आवश्यक सामानों की कीमतों को नियंत्रित करने में नाकाम रही है। जिससे देश भर में परिवारों की कमर टूट गई। मोदी की नासमझ और बदहाल आर्थिक नीतियों ने जनता को हताशा और गरीबी के कगार पर ला खड़ा किया है और कहा कि वर्तमान आर्थिक बदहाली इससे पहले कभी नहीं देखी गई और भाजपा के पास इसका कोई हल भी नहीं है।

महंगाई पांच साल में सबसे अधिक हो चुकी है और देश भर के लोग इस शासन के नासमझ नीतियों का खामियाजा भुगत रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल करते हुए पूछा कि विकास की योजना कहा हैं।

नीरज ने कहा कि सीएए के खिलाफ गुस्सा पनप रहा है और केंद्र द्वारा लाए गए इन कानूनों के खिलाफ देशव्यापी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।

दोनों युवा नेताओं ने कहा कि महज जुमले रोजगार नहीं देंगे और युवा मतदाता आगे के सभी चुनावों में बीजेपी को करारा जवाब देंगे।

लोग जवाब देने के अपने मौके की प्रतीक्षा कर रहे हैं और समाज के अन्य वर्गों की तरह युवा भी इस सत्तावादी शासन को बाहर करने के लिए मोदी सरकार के खिलाफ भारी संख्या में मतदान करेंगे।

Written By
The Punjab Wire