ਸਿਹਤ ਗੁਰਦਾਸਪੁਰ

कोरोना वायरस को देखते हुए करतारपुर कारिडोर पर मेडिकल पोस्ट स्थापित

कोरोना वायरस को देखते हुए करतारपुर कारिडोर पर मेडिकल पोस्ट स्थापित
  • PublishedJanuary 29, 2020

जिला गुरदासपुर में फिल्हाल नही है ​कोरोना वायरस का कोई संदिग्ध मरीज

गुरदासपुर। चीन में तेजी के साथ फैल रहे जानलेव कोरोना वायरस को लेकर दुनिया में ज्यादातर देश अलर्ट हो गए है। इस संबंधी स्वस्थ्य विभाग ने भी जिले में कमर कसी हुई है। इसी के चलते स्वस्थ्य विभाग की ओर से ​ भारत-पाकिस्तान के बार्डर पर बने कारिडोर का दौरा कर वहां मैडिकल पोस्ट स्थापित की गई है। इंटरनैशनल बार्डर होने के कारण वहां के यात्रियों की स्क्रीनिंग के लिए विभाग की ओर से मैडिकल पोस्ट में हर आने जाने वाले यात्रियों को कोरोना वायरस संबंधी जानकारी दी जाएगी। यह जानकारी गुरदासपुर के सिवल सर्जन किशन​ चंद की ओर से दी गई ।

उन्होने बताया कि ​किसी की भी चीन की ट्रैवल हिस्टरी हुई या बिमारी के लक्ष्ण हुए तो वह उस यात्री को तुरंत जिला अस्पताल में रैफर करेेगें। इस संबंधी कारिडोर में तैनात अधिकारियों, कर्मचारियों को इस बिमारी संबंधी सैंसेटाईज किया गया है। इसी के साथ साथ कोरोना वायरस संबंधी आई.सी.सी मैटीरियल डिस्पले किया गया है।

बिमारी संबंधी अधिक जानकारी देते हुए डा किशन चंद ने बताया कि चीन में कोरोना वायरस बिमारी बहुत तेजी के साथ फैल रही है । इस बिमारी के साथ पीड़ित मनुष्य को नाक बहना, गले में खराश, बुखार, खांसी , जुकाम, छींक, थकावट, निमोनिया, सांस लेने में तकलीफ, फेफड़ियों में सोजिश जैसे लक्ष्ण होते है। अगर किसी व्यक्ति को इस तरह के लक्ष्ण हो तो वह नजदीक के स्वस्थ्य केंद्र में माहिर डाक्टर से संपंर्क करें।

डा चंद ने बताया कि फिल्हाल अभी तक जिला गुरदासपुर में इस बिमारी का कोई भी केस नही मिला है। उन्होने कहा कि कोरोना वायरस की जांच के लिए स्टेट स्तरीय पर लैब का खास प्रंबंध है। जिला गुरदासपुर में भी कोरोना वायरस संबंधी ब्लाक वाईज रैपिड रिस्पोंड टीम, फ्लू कोरनर और आईसोलेशन वार्ड तैयार कर लिए गए है।

वहीं जिला एैपीडिमालोजिस्ट डा वंदना ने बताया कि इस संबंधी हर एक को सूचेत रहने की जरुरत है। अगर किसी की पिछले 14 दिनों में चीन की ट्रैवल हिस्ट्री है तो वह तुरंत सरकारी स्वस्थ्य संस्था में रिपोर्ट करेगा। संदिग्ध मरीज को स्वस्थ्य विभाग की ओर से कम से कम 28 दिनों तक आईसोलेशन में रखा जाएगा।

उन्होने कहा कि जिस मनुष्य में इम्यूनिटी (बिमारियों के खिलाफ लडने की श​क्ति) कम है, वह जल्द इस बिमारी के लपेटे में आ जाते है। उनका इलाज करने में भी ज्यादा समय लगता है। परन्तु जिनमें इम्यूनिटी ज्यादा होती है उनका इलाज जल्द हो जाता है। उन्होने बताया कि कोरोना वायरस बिमारी एक मनु​ष्य से दूसरे मनुष्य में खांसने, छीकने, नाक बहने, हाथ मिलाने, किसी से सर्पश के साथ तथा खुले में थूक फैंकने से फैलती है।

Written By
The Punjab Wire