स्वतंत्रता संग्रामियों, सुरक्षा बलों, कोरोना योद्धाओं और अन्यों को किया सलाम
मोहाली (एस.ए.एस.नगर), 15 अगस्तः चीन और पाकिस्तान दोनों से लगातार खतरे की चेतावनी देते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शनिवार को कहा कि पंजाब सरहदों पर दुश्मन के साथ लड़ाई में हमेशा अग्रणी रहा है।
यहाँ स्वतंत्रता दिवस के ऐतिहासिक अवसर पर राष्ट्रीय तिरंगा लहराने के उपरांत मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सरहदों पर बढ़ रहे तनाव के कारण भारत किसी भी खतरे से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहा है।
हाल ही में चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय जवानों पर किये गए वहशी हमले को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान हर रोज फायरिंग कर रहा है जबकि दूसरी तरफ चीन बात तो दोस्ती की करता है परन्तु वास्तव में हमारी कौम के लिए खतरा बना हुआ है। भारत ने पाकिस्तान को हमेशा उपयुक्त जवाब दिया है जो कि इनसे निपटने का एकमात्र तरीका है, मुख्यमंत्री ने साथ ही कहा कि चीन के साथ भी सख्ती से निपटने की जरूरत है।
लाखों भारतीयों द्वारा स्वतंत्रता आंदोलन में दिए गऐ योगदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाबी हर जंग में आगे होकर लड़े हैं। उन्होंने कहा कि काले पानी (अंडेमान टापू) की सेलुलर जेल में उकेरे हजारों पंजाबियों के नाम उनके अमर होने की गवाही देते हैं। उन्होंने कहा कि चाहे कोविड महामारी के कारण स्वतंत्रता दिवस के समारोह इस साल पिछले सालों के मुकाबले थोड़े संक्षिप्त हैं परन्तु यह समय उन स्वतंत्रता संग्रामियों की बलियों को याद करने का है जिनके कारण हमें स्वतंत्रता हासिल हुई है। उन्होंने कहा कि यह समय मुल्क की सरहदों की रक्षा कर रहे सुरक्षा बलों को सलाम करने का भी है।
पंजाब के स्वतंत्रता संग्रामियों को श्रद्धाँजलि देते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने स्वतंत्रता संग्रामियों की तीसरी पीढ़ी को सभी लाभ देने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
इसी दौरान कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा पैरामैडिकस और स्वास्थ्य वर्करों को जो कोविड के अदृश्य दुश्मन के साथ लगातार लड़ रहे हैं और गैर-सरकारी संस्थाओं और धार्मिक संगठनों जिनके द्वारा लाॅकडाउन के समय के दौरान भोजन और दवाएँ मुहैया करवाने के लिए अथक यत्न किये गए, को भी सलाम किया। उन्होंने किसानों द्वारा लाॅकडाउन के समय कौम के लिए खाद्य पदार्थ पैदा करने का महान काम करने और सरकारी अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा मुश्किल भरे समय के दौरान लोगों को उपलब्ध करवाई गई सेवाओं का भी विशेष जिक्र किया।
मुख्यमंत्री द्वारा पंजाब के लोगों द्वारा महामारी को काबू करने के लिए सुरक्षा उपायों को अपनाने में दिए योगदान, विद्यार्थियों जिन्होंने आॅनलाईन शिक्षा के तरीकों को संजीदगी के साथ अपनाया और अध्यापकों जिनके द्वारा आॅनलाईन सामग्री तैयार करने के लिए दिन-रात एक किया गया ताकि विद्यार्थी शिक्षा से वंचित न रहें, की भी विशेष प्रशंसा की।
उन्होंने महामारी के चलते आई आर्थिक मंदी में से निकलने के लिए पूरी दृढ़ता दिखाने वाले उद्योगपतियों की सराहना के साथ-साथ औद्योगिक क्षेत्र के कामगार, जिनको महामारी के मूलभूत डर के कारण मजबूरी बस पंजाब छोड़कर पंजाब सरकार द्वारा रेलों के किये बंदोबस्त के जरिये अपने गृह राज्यों को लौटना पड़ा था, द्वारा पंजाब सरकार पर जताए पूर्ण भरोसे स्वरूप वापस लौटकर पहले जितनी ही प्रतिबद्धता के साथ काम शुरू किये जाने की भी सराहना की गई।