सरकारी क्षेत्र की एक लाख नौकरियों समेत कुल छह लाख नौकरियों का किया ऐलान, भूमि रहिेत किसानों और कामगारों का 520 करोड़ रुपए का होगा कजऱ् माफ
1.41 करोड़ लोगों को फ़ायदा देने वाली स्मार्ट राशन कार्ड स्कीम होगी जल्द शुरू
आने वाले दो सालों में खेल स्टेडियम, ग्रामीण लिंक सडक़ों की मुरम्मत, सभी ग्रामीण परिवारों को पेयजल देने का किया ऐलान
मोहाली (एस.ए.एस. नगर), 15 अगस्त।राज्य की अर्थव्यवस्था को फिर विकास की रेखा पर लाने तक आराम न करने का संकल्प लेते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शनिवार को लोगों के कल्याण वाली कई योजनाओं का ऐलान किया। सरकारी क्षेत्र में एक लाख नौकरियों समेत कुल छह लाख नौजवानों को आने वाले दो सालों में नौकरियाँ दीं जाएंगी।
अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि 50,000 सरकारी नौकरियाँ नौजवानों को वित्तीय साल 2021 और अन्य 50,000 नौकरियाँ वित्तीय साल 2022 के दौरान दीं जाएंगी। उन्होंने प्राईवेट क्षेत्र में 50,000 नौजवानों की प्लेसमेंट के लक्ष्य के साथ अगले महीने वर्चुअल मैगा जोब् मेलों का भी ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा शुरू की गई अहम योजना ‘घर-घर रोजग़ार स्कीम’ के अंतर्गत अब तक 13.60 लाख नौजवानों को रोजग़ार / स्वै-रोजग़ार मुहैया करवाया जा चुका है।
उद्योगों को राज्य में निवेश करने के लिए प्रोत्साहन देने की अपनी सरकार की वचनबद्धता को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि अब तक 63,000 करोड़ रुपए का निवेश ज़मीनी स्तर पर हो चुका है जिससे राज्य में दो लाख नौजवानों को रोजग़ार मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले कुछ महीनों में उनकी सरकार भूमि रहिेत किसानों और कामगारों का 520 करोड़ रुपए का कजऱ् माफ करने जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की कजऱ् माफी स्कीम के अंतर्गत अब तक 5.62 लाख किसानों का 4700 करोड़ रुपए का कजऱ् माफ किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही किसानों की मालकी वाली ज़मीन की रक्षा और कृषि ज़मीन पर किरायेदारों के अधिकारों सम्बन्धी नया लैंड लीजिंग कानून लेकर आ रही है।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आगे कहा कि जल्द ही स्मार्ट राशन कार्ड स्कीम के शुरू हो जाने के साथ 1.41 करोड़ लोगों को फ़ायदा मिलेगा, जो वाजिब कीमतों पर दुकानों से राशन लेने के योग्य होंगे।
राज्य के बुनियादी ढांचे को और बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि अगले दो सालों में 12,000 करोड़ रुपए की लागत के साथ 1300 किलोमीटर की प्रांतीय और राष्ट्रीय सडक़ें बनाई जाएंगी। इसके साथ ही पिछले तीन सालों में 3278 करोड़ रुपए की लागत के साथ 28,830 किलोमीटर ग्रामीण सडक़ों की पहले ही मुरम्मत हो चुकी है। अगले दो सालों में 834 करोड़ रुपए के निवेश के साथ 6162 किलोमीटर लिंक सडक़ों की मुरम्मत होगी। इसके अलावा 82 करोड़ रुपए की लागत के साथ और 17000 किलोमीटर लिंक सडक़ों की मुरम्मत की जाएगी।
पंजाब की खेल क्षेत्र में खोई हुई शान फिर से बहाल करने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले दो सालों में राज्य भर में 750 ग्रामीण खेल स्टेडियम बनाए जाएंगे। उन्होंने अगले दो सालों के लिए 2500 करोड़ रुपए के निवेश वाली स्मार्ट ग्रामीण मुहिम के दूसरे पड़ाव का ऐलान किया। इस योजना के पहले पड़ाव में 835 करोड़ रुपए की लागत के साथ गाँवों में 19132 काम मुकम्मल हो चुके हैं। सारी ग्रामीण जनसंख्या को अगले दो सालों के अंदर पेयजल मिलेगा, जिस पर 1200 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि अगले दो सालों में शहरी वातावरण सुधार प्रोग्राम पर 1046 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे, जब कि राज्य के सभी ग्रामीण और शहरी परिवारों को 5 लाख रुपए सेहत बीमा मुहैया करवाने के लिए सरबत सेहत बीमा योजना का दायरा बढ़ाया जाएगा।
महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण के लक्ष्य के साथ मुख्यमंत्री ने कहा कि माता तृप्ता महिला योजना और माता कस्तूरबा महिला योजना पर काम चल रहा है, जो कि जल्द ही शुरू होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दिव्यांग लोगों को आर्थिक तौर पर मज़बूती प्रदान करने के लिए जल्द ही स्कीम को अंतिम रूप दे रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण आई आर्थिक मंदी, जिसके चलते मौजूदा साल की पहली तिमाही में 50 प्रतिशत राजस्व कम हो गया है, के बावजूद राज्य सरकार इस संकट से निपटने के लिए सफलतापूर्वक पहलकदमियां कर रही है। उन्होंने कहा कि गेहूँ की सुचारू और निर्विघ्न खरीद यकीनी बनाने से किसान भाईचारे को 26000 करोड़ रुपए की सहायता प्राप्त हुई।
ऑनलाइन शिक्षा की महत्ता पर ज़ोर देते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि सरकारी स्कूलों के बारहवीं के 1.74 लाख विद्यार्थियों को इस साल स्म्राटफ़ोन दिए जा रहे हैं, जो उनके लिए शिक्षा हासिल करने में सहायक सिद्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योगों को टैक्स में राहत और छूट देने के अलावा व्यक्तिगत रूप से दीं जाने वाली फ़ीसों, टैक्सों और कजऱ्ों को काफ़ी हद तक माफ किया गया और कुछ को आगे करने का ऐलान किया गया है। उन्होंने कहा कि गरीबों और ज़रूरतमन्दों की नगद सहायता यकीनी बनाने के लिए समय पर पैंशन दी जा रही है।
इस बात पर पूर्ण भरोसा करते हुए कि कोविड महामारी पर पंजाब ज़रूर फतेह पाएगा, कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने लोगों से अपील की कि वह इस संकट के खि़लाफ़ लड़ाई में उनकी सरकार को खुले दिल से सहयोग करें। उन्होंने लोगों को यह भी अपील की कि बुज़ुर्गों का विशेष ख़्याल रखा जाए और सभी प्रोटोकॉलों की पालना करते हुए बड़े जन समूहों में जाने से गुरेज़ किया जाये। इसके साथ ही मास्क का प्रयोग किया जाए और निरंतर हाथ धोते रहें। जब भी उनको कोई लक्षण महसूस हो तो तुरंत टैस्ट करवाया जाये। उन्होंने कहा कि इस महामारी के खि़लाफ़ फ़तेह हासिल करने के लिए जल्द टैस्ट करवाना बहुत ज़रूरी है।