आज तकरीबन 2850 ब्लड यूनिट एकत्रित किये गए
स्वास्थ्य मंत्री द्वारा कैंप में खून दान करने के लिए बरनाला के डिप्टी कमिश्नर श्री तेज प्रताप सिंह फुलका और सिविल सर्जन डाॅ. जी.बी. सिंह की सराहना
खून की उपलब्धता संबंधी जानने के लिए कोई भी ई-रक्तकोष ऐप्लीकेशन डाउनलोड कर सकता है
पंजाब स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन कौंसिल द्वारा विश्व खूनदाता दिवस मनाने के लिए महीना भर चलने वाली मुहिम की शुरूआत
चंडीगढ़, 14 जूनः विश्व खूनदाता दिवस के अवसर पर पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि राज्य भर में मिशन फतह मुहिम को लागू करते हुए सरकारी ब्लड बैंकों और अस्पतालों में खून की कमी को पूरा करने के लिए सभी जिलों में खूनदान कैंप लगाए जा रहे हैं जिसके अंतर्गत आज तकरीबन 2850 यूनिट एकत्रित किये गए हैं। खून दान करने वालों और गैर सरकारी संगठनों (एन.जी.ओज) की वीकैंड लाॅकडाउन के दौरान बिना रुकावट यातायात के लिए ब्लड बैंकों द्वारा स्पैशल पास जारी किये गए।
यहाँ जारी एक प्रैस बयान में इस संबंधी जानकारी देते हुए स. बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण आम और ऐमरजैंसी दोनों स्थितियों में सुरक्षित और मानक खून और खून उत्पादों की पहुँच को यकीनी बनाने के लिए खून दान की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में मरीजों की सबसे अधिक रिकवरी दर के साथ पंजाब ने कोरोना वायरस के फैलाव पर सफलतापूर्वक काबू पाया है और इसी समय अस्पतालों में खून की सख्त जरूरत है जिससे ब्लड बैंकों की माँग को पूरा किया जा सके। स्वास्थ्य विभाग द्वारा तेजी से खूनदान कैंप लगाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री, पंजाब के नेतृत्व में राज्य में मिशन फतह शुरू किया गया है और स्वास्थ्य विभाग नागरिकों के जीवन को तंदुरुस्त और खुशहाल बनाने के लिए हर संभव यत्न कर रहा है।खूनदान कैंपों की महत्ता पर रौशनी डालते हुए मंत्री ने कहा कि खून की एक यूनिट के साथ किसी व्यक्ति की कीमती जान बचाई जा सकती है। खूनदान करना सबसे पवित्र सामाजिक फर्ज है और हर व्यक्ति को इस नेक कार्य के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि 18-65 साल और कम से कम 50 किलोग्राम भार का कोई भी तंदुरुस्त व्यक्ति हरेक 3 महीनों बाद 350 / 450 मिलिलीटर खून दान कर सकता है। खूनदान करने का कोई बुरा प्रभाव नहीं होता और दान किया गया खून 24 घंटे से 7 दिनों तक मानव शरीर में दोबारा पैदा हो जाता है। उन्होंने कहा कि खून मानव शरीर का एक जरूरी तत्व है, इसके बिना मानव जीवन संभव नहीं हो सकता और खून का कोई विकल्प नहीं हो सकता। स्वास्थ्य मंत्री ने नागरिकों को आगे आने और मानव जीवन बचाने के लिए खूनदान करने की अपील की।
स. सिद्धू ने बरनाला के डिप्टी कमिश्नर श्री तेज प्रताप सिंह फुलका और सिविल सर्जन डाॅ. जी.बी. सिंह की इस पवित्र अवसर पर कैंप में खूनदान करने के लिए प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ऐसी नेक पहलकदमी नौजवानों को जरूरतमंदों के लिए खूनदान करने के लिए भी प्रेरित करेगी।
स. सिद्धू ने आगे कहा कि विभिन्न नाजुक हालतों जैसे कि दुर्घटना, बच्चे का जन्म, थैलेसीमिया और कैंसर के दौरान खून की जरूरत को गंभीरता से महसूस किया जाता है। उन्होंने कहा कि दान किये गए खून को तुरंत नाजुक घड़ी के अवसर पर ऐसे जरूरतमन्द व्यक्तियों को दिया जा सकता है और उनकी जान बचाई जा सकती है।
मंत्री ने कहा कि कोई भी गूगल प्ले स्टोर पर लॉगइन कर सकता है और खून की उपलब्धता, रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया, निकट के ब्लड बैंक और सवैच्छिक खूनदान करने वालों की जानकारी के लिए ई-रक्तकोष ऐप्लीकेशन को डाउनलोड कर सकता है। उन्होंने कहा कि पंजाब में कुल 124 लाईसेंसशुदा ब्लड बैंक हैं, जिनमें से 46 सरकारी अस्पतालों में, 6 मिलिटरी अस्पतालों में और 72 ब्लड बैंक निजी तौर पर कार्यशील हैं।
14 जून को होने वाले इस विश्व खूनदाता दिवस का विषय है ‘खूनदान करो, मानवता बचाओ और विश्व को एक स्वस्थ स्थान बनाओ’ पर जोर दिया। इस सम्बन्ध में पंजाब स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन कौंसिल द्वारा राज्य भर में विश्व खूनदाता दिवस मनाने के लिए महीना भर लम्बी मुहिम चलाई गई है जो आज से शुरू हो गई है जिसके अधीन सवेच्छा से खूनदान (वीबीडी) को उत्साहित करने के लिए छोटे इन-हाऊस और आउट हाऊस वीबीडी कैंप लगाना और ब्लड मोबाइल बसें चलाना भी शामिल है। सभी अनिवार्य सावधानियां जैसे कि सामाजिक दूरी और अन्य उपायों को कायम रखते हुए यह प्रयास किया जा रहा है। ब्लड बैंकों में आवश्यक खून की जरूरत को पूरा करने के लिए कोविड-19 स्थिति को ध्यान में रखते हुए खास तौर पर ऐमरजैंसी की स्थिति में बहुत कम उपलब्ध होने वाले ब्लड ग्रुपों के लिए ऐसे कैंप मरीजों के लिए वरदान सिद्ध होते हैं।