चेन्नई से कैंट स्टेशन पहुंचे हिमाचल के 269 लोग
नवदीप शर्मा
पठानकोट।कर्फ्यू के चलते थमे रोडवेज बसों पहिए पूरे 2 महीने बाद चले। बुधवार को बस स्टैंड से जालंधर, अमृतसर के लिए बस सेवा शुरू तो की गई पर मानात्र लोग ही बस स्टैंड पर पहुंचे। पहले दिन पठानकोट से अमृतसर, जालंधर व होशियारपुर के लिए 9 बसें चलाई गई। जिनमें महज 74 यात्रियों ने ही सफर किया। जानकारी के अभाव व कोरोना के खौफ से परिवहन विभाग की तैयारियां धरी रह गईं। बेहद कम संख्या में पहुंचे यात्रियों की मेन गेट पर ही स्क्रीनिंग की और फिर उन्हें बसों में बैठने दिया। अधिकारियों का कहना है कि सुबह 7 बजे से लेकर 7 बजे तक बसें रोड़ पर चलेंगी। इसके बाद बसें जहां होंगी उन्हें वहीं रोक दिया जाएगा। डिपो की अमृतसर जाने वाली बसों का दीनानगर, गुरदासपुर व बटाला के बाद सीधे अमृतसर में ठहराव होगा।
होशियारपुर जाने वाली बसों का मुकेरिया, दसूहा, होशियारपुर व जालंधर में ठहराव होगा। अधिकारियों का कहना है कि ड्राइवर व कंडक्टर का बस में चलने से पहले थर्मोस्कैन होगा। अगर यात्री अथवा स्टाफ का तापमान 99.6 से उपर हुआ तो उसे सफर नहीं करने दिया जाएगा और हेल्थ विभाग को सूचित किया जाएगा। पंजाब रोडवेज पठानकोट डिपो के सब इंस्पेक्टर कम नोडल अधिकारी जीवन वर्मा ने कहा कि सामान्य सर्विस के अलावा स्पेशल सर्विस से पठानकोट से तीन बसों को उत्तराखंड, 2 बसों को अमृतसर तथा 1 बस को कपूरथला के लिए रवाना कर 107 लोगों को पैतृक राज्य व जिला भेजा गया।
चेन्नई से कैंट स्टेशन पहुंचे हिमाचल के 269 लोग
स्पेशल स्पेशल रेल सेवा के जरिये चेन्नई में फंसे हिमाचल प्रदेश के 269 लोगों को लेकर ट्रेन पठानकोट कैंट स्टेशन पहुंची। कैंट स्टेशन पहुंचने पर नूरपुर के एसडीएम डाक्टर सुरेंद्र कुमार के नेतृत्व में सभी लोगों को एचआरटीसी की 13 बसों से उनके पैतृक जिला में पहुंचाया गया। पहुंचने वाले यात्रियों में हमीरपुर, कागड़ा, चंबा, बिलासपुर, शिमला, सिरमौर व ऊना के थे। हिमाचल प्रदेश के प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा कि सभी को घरों में भेजने से पहले-पहले उनके पैतृक जिला में बनाए गए आइसोलेसन वार्ड में क्वारंटाइन किया जाएगा।
जेएंडके में फंसे 56 लोग पंजाब वापस आए
जम्मू कश्मीर में लॉकडाउन के दौरान पंजाब के अलग-अलग शहरों के फंसे 56 लोगों को पंजाब रोडवेज की 3 बसों से पठानकोट लाया गया। माधोपुर में उनका स्क्रीनिंग टेस्ट किया गया। मेडिकल ऑफिसर डॉ आचल शर्मा ने बताया कि ये लोग पंजाब के अलग अलग शहरों के रहने वाले हैं, लॉक डाउन लगने के कारण जम्मू कश्मीर में फंस गए थे।