कोरोना महामारी से बचाव के लिए समूचे विश्व के लोगों के कल्याण के लिए की प्रार्थना
गुरबाणी के मूल फलसफे ‘नानक नाम चढ़ती कला, तेरे भाने सरबत दा भला’ के मार्ग पर चलते हुए किया विनम्र प्रयास
चंडीगढ़, 8 मई : पंजाब के डेढ़ दर्जन से अधिक लोक संपर्क अधिकारियों ने ‘प्रार्थना’ पहल के अधीन एक पृथक प्रयास करते हुए कोरोनावायरस महामारी की चपेट में आए विश्व भर के कल्याण और अच्छे स्वास्थ्य के लिए परमात्मा के चरणों में प्रार्थना की है। इन अधिकारियों ने इस प्राकृतिक आपदा के मौके पर अपने-अपने घरों में स्व-बंदी के दौरान संकल्प के प्राथमिक फलसफे ‘नानक नाम चढ़ती कला, तेरे भाने सरबत दा भला’ के दर्शाए गए मार्ग पर चलते हुए गुरबाणी शब्दों के द्वारा मानवता के कल्याण के लिए तुच्छ प्रयास किया है।
इस ख़तरनाक वायरस से पीडि़त मनुष्य को रोगों से निजात दिलाने के लिए ‘प्रार्थना’ नाम की इस संक्षिप्त वीडियो में अधिकारियों ने अलग -अलग शब्दों के द्वारा अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की है। लोक संपर्क अधिकारियों ने दुनिया भर में कोरोनावायरस के विरुद्ध जंग में अगली कतार में डट कर लड़ रहे हर क्षेत्र के योद्धाओं और इस रोग का कष्ट झेल रहे मरीज़ों के कल्याण के लिए प्रार्थना करने के साथ-साथ इस महामारी के कारण नाशवान संसार से अलविदा होने वालों को भी याद किया है।
हरजीत सिंह गरेवाल, जिनकी प्रेरणा के स्वरूप मानवता के कल्याण के उद्देश्य के लिए गुरबाणी शब्दों की वीडियो रिकॉर्डिंग के रूप में ‘प्रार्थना’ का यह प्रयास किया गया, के मुताबिक इन तुच्छ यत्नों का एकमात्र उद्देश्य पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब में दर्ज गुरूवाक ‘सरब रोग का औखद नाम’ के द्वारा गुरबाणी के ओट आसरे के अंतर्गत परमात्मा की कृपा और आशीषों के स्वरूप वैश्विक संकट की इस घड़ी के मौके पर परमात्मा के समक्ष ‘अरदास ’ के द्वारा समूची मानवता के कल्याण के लिए प्रार्थना करना है।
इस प्रार्थना में इन साबत-सूरत अधिकारियों ने लोगों को कोविड-19 के दरमियान घरों में रह कर अपने-अपने राज्यों के दिशा-निर्देशों की पालना करने के संदेश का प्रचार-प्रसार भी किया है। श्री गरेवाल ने बताया कि इस प्रेरणादायक वीडियो में केंद्रीय सरकार और राज्य सरकारों की एडवाइजऱी के मुताबिक सामाजिक दूरी समेत स्वास्थ्य और सफ़ाई से सम्बन्धित ज़रूरी सुधारों को अपनाने पर ज़ोर देते हुए लोगों को अपने घरों में रहने के साथ-साथ इस ख़तरनाक कोरोनावायरस के विरुद्ध जंग लड़ते हुए सुरक्षित रहने की अपील भी की गई है।