पाकिसतान और समाज विरोधी तत्वों को ताडऩा, ‘सुधर जाओ या फिर नतीजे भुगतने के लिए तैयार रहो’
राज्य को अस्थिर करने की किसी भी कोशिश को सहन नहीं किया जाएगा
एस.ए.एस.नगर(मोहाली), 5 दिसंबर:निवेश और विकास के लिए उद्योग को सुरक्षित और स्थिर माहौल मुहैया करवाने के लिए अपनी सरकार की दृढ़ वचनबद्धता को दोहराते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज पाकिस्तान के साथ-साथ समाज विरोधी तत्वों को राज्य को अस्थिर करने की किसी भी कोशिश को किये जाने के विरुद्ध सख्त ताडऩा की है।
उद्योग को विकास के लिए बहुत ही सुखदाई माहौल प्रदान करते हुए पंजाब के शांतमई हालात में विघ्न डालने की कोशिशें करने वाले पड़ोसी मुल्क और किसी भी गैंगस्टर या गुंडों को सख्त चेतावनी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘सुधर जाओ या फिर नतीजे भुगतने के लिए तैयार रहो।’’
‘प्रगतिशील पंजाब निवेश सम्मेलन -2019’ के पहले दिन मुख्य सैशन के दौरान विचार-विमर्श के मौके पर कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि उन्होंने पंजाब पुलिस को स्पष्ट हिदायतें दीं हुई हैं कि किसी भी अंदरूनी या बाहरी खतरे के साथ कड़े हाथों से निपटो जाये। पाकिस्तान द्वारा पंजाब में गड़बड़ी पैदा करने की हाल ही में की गई कोशिशों संबंधी कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि पंजाब पुलिस ने इन मंसूबों को कुचल कर रख दिया। आई.एस.आई. की शह से राज्य में विभिन्न ग्रुपों की घुसपैठ की पाकिस्तान फ़ौज की कोशिशों को भी पुलिस ने मुँह तोड़ जवाब दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘पाकिस्तान की अपनी समस्याएँ हैं परन्तु इन समस्याओं को मैं अपनी समस्याएँ नहीं बनने दूँगा।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दो साल में पंजाब पुलिस ने 28 आतंकवादी गिरोहों का पर्दाफ़ाश किया और आई.एस.आई. की शह प्राप्त 100 से अधिक आतंकवादियों को गिरफ़्तार किया गया।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि उनका मानना है कि इमरान ख़ान शान्ति चाहते हैं परन्तु श्री खान द्वारा शान्ति के लिए उठाए जाने वाले किसी भी कदम में पाकिस्तानी फ़ौज रोड़े अटका देती है क्योंकि फ़ौज अपनी नेतागीरी कायम रखना चाहती है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को यह बात समझ लेनी चाहिए कि यदि उन्होंने अपने तौर-तरीके न बदले तो वह बर्बाद हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान ने अपने लोगों का पेट भरना है और अपने मुल्क को बचाना है तो पाकिस्तान की फ़ौज को सहयोग का रास्ता पकडऩा पड़ेगा।
गैंगस्टरों को भी सख्त चेतावनी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गैंगस्टरवाद को ख़त्म करना उनकी सरकार की मुख्य प्राथमिकता है। उन्होंने ताडऩा करते हुए कहा कि गैंगस्टर और गुंडे या तो हथियार फैंक दें नहीं तो फिर उनको नतीजे भुगतने पड़ेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने जहाँ ऐसे तत्वों के साथ कड़े हाथों निपटे वहीं ट्रक यूनियनों का भी ख़ात्मा कर दिया जिससे औद्योगिक गतिविधियों के लिए सुरक्षित वातावरण मुहैया करवाया जा सके।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए भी ज़रुरी कदम उठाए जा रहे हैं जिससे महिलाएं उद्योगों में नौकरियाँ खासकर रात के समय की शिफटों के दौरान भी काम कर सकें। उन्होंने कहा कि कोई भी महिला न सिफऱ् रात के समय सुरक्षित घर पहुँचने के लिए पुलिस को बुला सकती है, बल्कि यदि वह दिन के समय भी किसी तरह की असुरक्षा या ख़तरा महसूस करती है तो वह दिन के समय भी पुलिस की सहायता ले सकती है।
राज्य की तरक्की के लिए औद्योगिक विकास को महत्वपूर्ण सैक्टर बताते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने उद्योग की सुविधा के लिए उनकी सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों का जि़क्र करते हुए कहा कि उद्योग और निवेशकों को उपयुक्त माहौल मुहैया करवाने पर ध्यान केंद्रित किया हुआ है जिससे पंजाब निवेश पक्ष से प्राथमिक ठिकाने के तौर पर उभरे।
उन्होंनेे कहा कि साल 2017 में लाई गई औद्योगिक नीति ने उससे पहले की नीति की कई कमज़ोरियों को दूर किया। उन्होंने कहा कि कारोबार को आसान बनाने के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस, ऑनलाईन अजिऱ्याँ और मंजूरियां, उद्योगों के लिए बिजली पर सब्सिडी, व्यापार और उद्योग से सम्बन्धित मुख्य कानूनों में संशोधन के साथ-साथ जल नियमन जैसी सहूलतें निवेशकों को मुहैया करवाई गई हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की पढ़ी-लिखी और समर्पित मानव शक्ति उद्योग के लिए बड़ा संसाधन है।
अनाज के अतिरिक्त उत्पादन से पंजाब के लिए कृषि अब टिकाऊ न होने के मद्देनजऱ मुख्यमंत्री ने लोगों को कृषि से उद्योग की तरफ लाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि औद्योगिक सैक्टर रोजग़ार के सही मौके मुहैया करवा कर पंजाब के नौजवानों को दूसरे मुल्कों की तरफ जाने को रोकने में मददगार साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अपने स्तर पर नौजवानों के लिए कौशल विकास के लिए उत्साहित किया जा रहा है जिससे रोजग़ार के लिए अधिक से अधिक मौके पैदा हो सकें।
मुख्यमंत्री ने उद्योग को निरंतरता मुहैया करवाने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया जिससे उनको पंजाब में निवेश करने या पहले प्रोजेक्टों का विस्तार करने के लिए उत्साहित किया जा सके। उन्होंने कहा कि इसलिए यह ज़रूरी है कि विरोधियों के साथ राजनैतिक बदलाखोरी का रवैया न अपनाया जाये और यह यकीनी बनाया जाये कि कोई भी पार्टी सत्ता में आए तो उद्योग के लिए वही नीति अमल में रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक विकास के लिए सुगम माहौल मुहैया करवाने के लिए स्थिरता सबसे ज़रूरी है और वह उम्मीद करते हैं कि पंजाब में आने वाली अगली सरकार भी इसी राह पर चलेगी। पराली जलाने से वायु प्रदूषण होने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने अपने स्टैंड को दोहराते हुए कहा कि केंद्र सरकार को इस समस्या का स्थायी हल ढूँढने के यत्न करने चाहिएं। उन्होंने पराली जलाने के रुझान को ख़त्म करने के लिए फ़सल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर केंद्र सरकार की तरफ से 100 रुपए प्रति क्विंटल मुआवज़ा अलग से देने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। इसके साथ ही उन्होंने इस समस्या को समाप्त करने के लिए लंबे समय में फ़सलीय विभिन्नता की अहमीयत को भी दर्शाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपनी अगली मीटिंग के दौरान प्रधानमंत्री के समक्ष फिर से इस मुद्दे को उठाएंगे। उन्होंने कहा कि यदि इसको किसानों के लिए लाभप्रद बना देें तो निश्चित रूप से किसान गेहूँ -धान के फ़सलीय चक्र में से निकल कर अन्य फसलों को भी अपना लेंगे क्योंकि किसानों ने 60 के दशक के दौरान भी इसी तरह धान का उत्पादन करना शुरू कर दिया था। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि ऐसा करना भी ज़रूरी है और गेहूँ और धान के अतिरिक्त उत्पादन से राज्य पर आर्थिक बोझ पड़ रहा है क्योंकि भारतीय खाद्य निगम द्वारा समय पर अनाज उठाया नहीं जाता। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों की तरह पंजाब को जी.एस.टी. का हिस्सा समय पर न मिलने के कारण वित्तीय समस्याओं से गुजरऩा पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि उनके राज्य को अगस्त, 2019 से जी.एस.टी. का हिस्सा नहीं मिला है जो 6000 करोड़ रुपए बनता है। उन्होंने कहा कि जी.एस.टी. के लागू होने से राज्य ने राजस्व निर्माण वाले अन्य सभी साधन केंद्र सरकार के हाथों में सौंप दिए हैं जिस कारण राज्यों के लिए ऐसी स्थिति पैदा हो जाती है।
राज्य में नशों और कैंसर की समस्याओं पर निवेशकों की चिंताओं संबंधी मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने नशों की बीमारी से निपटने के लिए बड़े कदम उठाए हैं और हज़ारों तस्करों और स्मगलरों को गिरफ्तार करके जेलों में बंद किया। बेशक नशों के कारोबार में पैसा होने के कारण यह समस्या मिटेगी नहीं परन्तु मुख्यमंत्री ने वादा किया कि राज्य में विधानसभा चुनाव के समय से लेकर इसको काबू में किया गया है और इसके साथ सख्ती से निपटा जा रहा है। राज्य में बड़ी संख्या में कैंसर के मामले होने पर चिंता ज़ाहिर करते हुए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि आंकड़े यह सिद्ध करते हैं कि बाकी राज्यों की अपेक्षा यह संख्या कम है।
उन्होंने कहा कि बीकानेर को जाती कैंसर ट्रेन के कारण पंजाब के कैंसर केस व्यापक रूप में सामने आए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार राज्य में कैंसर के मरीज़ों को इलाज मुहैया करवा रही है जिससे उनको इसके लिए राजस्थान या अन्य राज्यों में न जाना पड़े। विचार-विमर्श के अंत में इस सैशन का संचालन करने वाले एन.डी. टी.वी. के को-चेयरमैन प्रणय रॉय ने मुख्यमंत्री को राज्य संबंधी और इसकी समस्याओं संबंधी पूरी जानकारी होने के लिए उनको बधाई भी दी।