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पीआरटीसी चालक मनजीत सिंह के हक में ‘आप’ ने किया राज्य स्तरीय रोष प्रदर्शन ‘मैं भी मनजीत सिंह हूं’ की तख्तियां पकडक़र अपने घरों के समक्ष रोष धरने पर बैठे ‘आप’ नेतागण

पीआरटीसी चालक मनजीत सिंह के हक में ‘आप’ ने किया राज्य स्तरीय रोष प्रदर्शन ‘मैं भी मनजीत सिंह हूं’ की तख्तियां पकडक़र अपने घरों के समक्ष रोष धरने पर बैठे ‘आप’ नेतागण
  • PublishedMay 1, 2020

वायदों से कैसे पलटना है इस हुनर से बहुत अच्छी तरह से वाकीफ है कैप्टन -भगवंत मान
कोरोना जंग के ‘शहीद’ के तौर पर मनजीत सिंह के परिवार के लिए सरकारी नौकरी व 50 लाख रुपए की मांग की

चण्डीगढ़, 1 मई -आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के प्रधान और संसद मैंबर भगवंत मान के नेतृत्व में समूची पार्टी लीडरशिप ने शुक्रवार को पीआरटीसी के चालक मनजीत सिंह के हकों के लिए राज्य स्तर पर रोष प्रदर्शन किया।

 ‘आप’ नेताओं व वर्करों-समर्थकों ने अपने-अपने घरों के समक्ष काली पट्टियां बांध कर ‘मैं भी मनजीत सिंह हूं’ की तख्तियां पकडक़र दोपहर 12 बजे से 1 बजे तक रोष धरना दिया और कैप्टन अमरिन्दर सिंह सरकार को जमकर कोसा। 

 विश्व मजदूर दिवस के अवसर पर चालक मनजीत सिंह के हक में भगवंत मान और विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने संगरूर, प्रिंसीपल बुद्ध राम ने बुढलाडा, प्रो. बलजिन्दर कौर ने तलवंडी साबो, कुलतार सिंह संधवां ने कोटकपूरा, अमन अरोड़ा ने सुनाम, सरबजीत कौर माणूंके ने जगरावां, जै कृष्ण सिंह रोड़ी ने गढ़शंकर, रुपिन्दर कौर रूबी ने बठिंडा, कुलवंत सिंह पंडोरी ने महल कलां, मनजीत सिंह बिलासपुर ने नेहाल सिंह वाला, मास्टर बलदेव सिंह ने जैतो (सभी विधायक) और पूर्व संसद मैंबर प्रो. साधू सिंह ने फरीदकोट में अपने घरों के बाहर बैठ कर सरकार विरुद्ध रोष प्रकट किया। 

 पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा भगवंत मान ने बताया कि पीआरटीसी के चालक के तौर पर मनजीत सिंह की उस समय दिल का दौरा पडऩे से मौत हो गई जब वह कोरोना वायरस के विरुद्ध देश व्यापक लॉकडाउन में श्री हजूर साहिब में फंसी संगत को वापस लाने के लिए ड्यूटी पर तैनात था। मान ने कहा कि कोरोना जंग में हजारों फाइटर योद्धा हमारे परिवारों की सुरक्षा के लिए इस वक्त मैदान में डटे हुए हैं। जिनमें डाक्टर, नर्स, मल्टीपरपज सेहत कर्मचारी, आशा और आंगणवाड़ी वर्कर, चालक, बिजली कर्मचारी, सफाई कर्मचारी और पुलिस समेत अलग-अलग विभागों के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। चालक मनजीत सिंह भी इस मिशन का हिस्सा था। जिस करके वह कोरोना जंग के ‘शहीद’ के तौर पर सरकार की तरफ से ऐलाने मान-सम्मान और परिवार को सहायता का पूरा हकदार है, परंतु कुछ दिन पहले ऐसे योद्धाओं के परिवारों के लिए 50 लाख रुपए वित्तीय सहायता का ऐलान करने वाली कैप्टन सरकार मनजीत सिंह के परिवार को केवल 10 लाख रुपए दे रही है, जो न केवल मनजीत सिंह और उस के पारिवारिक सदस्यों के साथ बेइन्साफी है, बल्कि कोरोना विरुद्ध जंग लड़ रहे सभी योद्धाओं का मनोबल पस्त करने वाला कदम है। 

भगवंत मान ने मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह को कोसते कहा कि वायदों से पलटने में कैप्टन अमरिन्दर सिंह बादल परिवार से भी आगे निकल गए हैं। मान ने मांग की है कि मनजीत सिंह और उसका परिवार भी उसी मान सम्मान का हकदार है, जो कोरोना जंग में शहीद हुए ए.सी.पी कोहली और अपना हाथ कटवा बैठे पुलिस कर्मचारी हरजीत सिंह को दिया गया है।

 मान ने मनजीत सिंह की गरीबी और जिम्मेवारियों के हवाले से परिवार के एक मैंबर को नौकरी और पूरे 50 लाख रुपए की वित्तीय सहायता मांगी। उन्होंने कहा कि वह पिछले 4 दिनों से मुख्य मंत्री अफसरों के पास से मनजीत सिंह को इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं, यदि सरकार ने बिना पक्षपात मान लिया होता तो पार्टी को ऐसे कठिन वक्त में इस तरह के रोष की जरूरत न पड़ती। मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी कोरोना के विरुद्ध सरकार का साथ देने के साथ-साथ अगली कतार में खड़े हो कर लड़ाई लड़ रहे हर सरकारी और गैर-सरकारी योद्धाओं के साथ डट कर खड़ी है। उन्होंने कहा कि सरकार जब तक मनजीत सिंह को इंसाफ नहीं देती, पार्टी तब तक चुप नहीं बैठेगी। 

Written By
The Punjab Wire