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कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने विरोधियों को कहा, ‘हम कोविड के खि़लाफ़ जंग लड़ रहे हैं, यह समय राजसी लाभ लेने का नहीं’ विडियों देखें

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने विरोधियों को कहा, ‘हम कोविड के खि़लाफ़ जंग लड़ रहे हैं, यह समय राजसी लाभ लेने का नहीं’ विडियों देखें
  • PublishedMay 1, 2020

कोविड के खि़लाफ़ लड़ाई के लिए अकालियों और आप को राज्य सरकार के साथ एकजुट होने की की अपील, लोगों को न घबराने की की अपील

चंडीगढ़, 1 मई: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शुक्रवार को विरोधी पार्टियों को तंगदिल राजनीति न करने की अपील करते हुये कहा कि वह राज्य में कोविड महामारी संबंधी गलत जानकारी फैला करके लोगों में घबराहट का माहौल न पैदा करें। उन्होंने विरोधी पार्टियों को इस अनिर्धारित संकट से निपटने के लिए राज्य सरकार के साथ एकजुट होकर काम करने की अपील की। पंजाब के लोगों के नाम टैलिविजऩ संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में संकट संबंधी कोई बुरा प्रबंध या बड़े स्तर का फैलाव नहीं हुआ जैसे कि शिरोमणि अकाली दल और आम आदमी पार्टी की तरफ से पेश किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि हाल ही में सामने आए मामलों में से बहुत से वह हैं जो अन्य राज्यों से आए हैं। नये मामलों संबंधी खुलासा करते हुये उन्होंनेे कहा कि सिफऱ् 7 केस स्थानीय सामने आए हैं जब कि 93 केस अन्य राज्यों से आने वाले पंजाबियों के हैं। मुख्यमंत्री ने लोगों को अचानक बढ़े मामलों संबंधी चिंतित न होने की अपील करते हुये कहा कि अगामी दिनों में से अन्य राज्यों से ओर लोगों के अपने घर आने से यह संख्या और बढ़ सकती है क्योंकि भारत सरकार ने फ़ैसला करते हुये फंसे हुए लोगों को अपने घर जाने की आज्ञा दी है। मुख्यमंत्री ने पंजाब और पंजाबियों के हितों के लिए विरोधी पार्टियों को हाथ मिलाने और राज्य सरकार के साथ कंधे के साथ कंधा जोड़ कर काम करने की अपील करते कहा, ‘हम इस समय पर लड़ाई लड़ रहे हैं और यह समय राजसी लाभ लेने का नहीं बल्कि एकजुट्टता दिखाने का है।’

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बर्तानवी इतिहास की एक उदाहरण सांझी करते हुये बताया कि जब बर्तानिया जर्मनी के खि़लाफ़ जंग लड़ रहा था तो कंजर्वेटिव पार्टी के समकालीन प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल ने लेबर पार्टी के कलैमिट एट्ली को अपना डिप्टी प्रधानमंत्री नियुक्त कर लिया था। उन्होंने कहा कि जंग सिफऱ् एकजुट्टता से ही लड़ कर जीती जा सकती है। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि पंजाब मुश्किल समय में से गुजऱ रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य और यहाँ के लोगों को बचाने के लिए सभी को इकठ्ठा होने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा, ‘यह पंजाब की लड़ाई है जो लोगों के लिए लड़ी जा रही है।’  विरोधी पार्टियों की तरफ से राज्य सरकार की कोविड स्थिति से निपटने की की जा रही आलोचना का हवाला देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी इस नाजुक समय में नकारात्मक बातें नहीं सुनना चाहेगा।

उन्होंने कहा कि लोग पहले ही नकरात्मक दौर में से गुजऱ रहे हैं और वह अच्छी और ख़ुशी वाली खबरें सुनना चाहते हैं। केंद्र सरकार की तरफ से मापदण्डों में ढील देने से बाहरी राज्यों में फंसे अन्य पंजाबियों के वापस लौटने से कोविड के मामलों की संख्या में संभावी वृद्धि संबंधी सचेत करते हुये मुख्यमंत्री ने लोगों को एकांतवास से न डरने की अपील करते कहा कि इसका मनोरथ यह यकीनी बनाना है कि वापस लौटने वाले इस रोग का फैलाव अपने परिवारों, पड़ोसियों और अन्य दरमियान न फैलाएं। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि एकांतवास कुछ नहीं बल्कि पंजाब में आने वाले लोगों को अलग रखना है जबकि डाक्टरों की तरफ से उनकी जांच की जाती है और क्लीन चिट दे दी जाती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि एहतियादी कदम के तौर पर राज्य में वापस लौटने वाले हरेक व्यक्ति को संस्थागत एकांतवास में रखा जायेगा। कुछ लोगों की तरफ से सरहदों से छिप कर घर लौटने की रिपोर्टों के संदर्भ में मुख्यमंत्री ने सभी को ऐसे ख़तरनाक कदम न उठाने की अपील करते हुये जांच, टैस्टिग और एकांतवास की सही प्रक्रिया के द्वारा ही वापस आने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि पंजाब की स्थिति को काबू में रखने के लिए ऐसा करना बहुत ज़रूरी है क्योंकि राज्य में समय पर कफ्र्यू लगा देने के कारण ही बड़े स्तर पर स्थिति काबू में बनी हुई है। उन्होंने ऐलान किया, ‘किसी भी व्यक्ति को निर्धारित समय के एकांतवास और डाक्टरी की मंजूरी के बिना घर जाने की इजाज़त नहीं दी जायेगी।’ 

मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने घर वापस आने वाले हरेक पंजाबी का स्वागत है और यहाँ से अपने राज्यों को वापस जाने वालों को भी सुविधा मुहैया करवाई जायेगी परन्तु यह सब कुछ सही ढंग से किया जाना ज़रूरी है जिससे कोरोनावायरस का आगे और फैलाव न हो। पंजाब में फंसे बाहरी राज्यों के लोगों की वापसी संबंधी मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्बन्धित राज्यों की सरकारों को प्रबंध करने होंगे या फिर ऐसे लोगों की बड़ी संख्या होने के कारण भारत सरकार को विशेष रेल गाड़ीयों का प्रबंध करना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि उनकी सरकार की तरफ से दो दिन पहले कफ्र्यू में दी ढील के समय के दौरान बाहर निकलने के मौके पर मास्क पहनने, हाथों की सफ़ाई और सामाजिक दूरी समेत सभी एहितयादी कदमों को हर हाल में यकीनी बनाया जाये। लोगों को राहत देने के उद्देश्य के साथ कफ्र्यू में दी ढील अगले कुछ दिनों में सही ढंग से शुरू हो जायेगी क्योंकि सम्बन्धित डिप्टी कमिशनर बारो-बारी चुनिन्दा दुकानें खोलने के लिए इलाके के अनुसार अपनी योजनाएँ तैयार करेंगे।

उन्होंने लोगों को भरोसा देते हुये डाक्टरों और माहिरों की तरफ से दी सलाह /दिशा -निर्देशों को अपनाने का न्योता दिया जिससे इस समीपता के फैलाव को रोका जा सके। इसी दौरान इससे पहले मुख्यमंत्री ने पंजाब कांग्रेस की तरफ से मई दिवस के मौके पर कोरोना के विरुद्ध डटे योद्धों के साथ एकजुटता प्रकट करने और कोविड के विरुद्ध जंग में सहायता देने के मामले में राज्य के साथ केंद्र के भेदभाव के खि़लाफ़ रोष ज़ाहिर करने के किये फ़ैसले की राह पर राष्ट्रीय झंडा भी लहराया। मुख्यमंत्री ने टवीट किया, ‘मई दिवस समूचे श्रमिक वर्ग के लोगों की सख्त घालना और बलिदान के मौके को मनाने का दिवस है। हमारे मुल्क की तरफ से तरक्की का सेहरा हमारे औद्योगिक श्रमिकों को जाता है। कोविड -19 के दरिमयान हम अपने कोरोना योद्धों के भी शुक्रगुजार हैं। मैं श्रम दिवस के मौके पर सबको सलाम करता हूँ।’ 

Written By
The Punjab Wire