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मार्च में लगभग 25,000 प्रसव हुए-बलबीर सिंह सिद्धू

मार्च में लगभग 25,000 प्रसव हुए-बलबीर सिंह सिद्धू
  • PublishedApril 23, 2020

सिविल सर्जनों को कफ्र्यू के दौरान सरकारी अस्पतालों में जच्चे और बच्चे के स्वास्थ्य और टीकाकरण सेवाओं को यकीनी बनाने के दिए निर्देश

चंडीगढ़, 23 अप्रैल: मार्च महीने में तालाबन्दी / लॉकडाऊन के बावजूद, लगभग 32,000 गर्भवती महिलाओं को ऐनटैनीटल (जन्म से पहले) चैक-अप करने के लिए पंजीकरण किया गया और राज्य भर के सरकारी और निजी अस्पतालों में 25,000 प्रसव किए गए। 

इस सम्बन्धी विवरण देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने एक प्रैस बयान में बताया कि लगभग 99 प्रतिशत प्रसव संस्थाओं में किये गए हैं, जिनमें से 58 प्रतिशत सरकारी अस्पतालों में और 41 प्रतिशत निजी संस्थाओं में हुए हैं। राज्य के सबसे अधिक 3000 प्रसव जि़ला लुधियाना में हुए, इसके अलावा अमृतसर में 2550, पटियाला में 2000, बठिंडा में 1690, गुरदासपुर में 1330, संगरूर में 1300 और होशियारपुर में 1300 प्रसव किए गए। राज्य में कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए की गई कार्यवाहियों सम्बन्धी बताते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि कोविड -19 का पहला केस पंजाब के जि़ला नवांशहर में मार्च के मघ्य में सामने आया था।

उसके बाद पूरे पंजाब में कफ्र्यू लगा दिया गया था, परन्तु सभी सिविल सर्जनों को यह निर्देश भी दिए गए थे कि गर्भवती महिलाओं, नवजात बच्चों और बच्चों को मौजूदा लॉकडाउन और कफ्र्यू के कारण कोई परेशानी न हो। इसलिए पंजाब के सभी जिलों में गर्भवती महिलाओं, उच्च ख़तरे वाली गर्भ अवस्थाओं, नवजात बच्चों और बच्चों के लिए 24 घंटे एमसीएच और टीकाकरण की ज़रूरी सरकारी सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं।  गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए स्वास्थ्य मंत्री ने आदेश जारी किये हैं, कि सरबत सेहत बीमा योजना के अंतर्गत सभी प्राईवेट अस्पताल अब गर्भवती महिलाओं को सजऱ्ेरियन डिलीवरी, हाई रिस्क डिलीवरी, नॉर्मल डिलीवरी और सजऱ्ेरियन हिस्ट्रैकटोमी के लिए दाखि़ल कर सकते हैं।

इसके लिए सरकारी अस्पतालों से कोई मंजूरी लेने की ज़रूरत नहीं होगी। डॉ. प्रभदीप कौर जौहल, डायरैक्टर परिवार कल्याण ने भी सभी सिविल सर्जनों को निर्देश भेजकर कहा है कि सभी ज़रूरी उच्च प्राथमिकता वाली नॉन-कोविड सेवाएं जैसे कि एमसीएच, टीकाकरण और परिवार नियोजन सम्बन्धी मौजूदा स्थिति के कारण परेशानी न होने देने को सुनिश्चित करें। डायरैक्टर परिवार कल्याण द्वारा व्यापक एमसीएच और टीकाकरण सेवाएं मुहैया करवाने के लिए व्यापक दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं।

Written By
The Punjab Wire