विभाग ने खेतों और मंडियों में बरती जाने वाली सावधानियों सम्बन्धी जागरूकता मुहिम शुरू
चंडीगढ़, 18 अप्रैल: पंजाब के ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन स्कीम के तहत बनाए गए स्वयं सेवीं समूहों के द्वारा कोरोनावायरस के कारण पैदा हुई गंभीर संकट की स्थिति में सरकारी विभागों को अब तक तकरीबन तीन लाख मैडीकल मास्क मुहैया करवाए जा चुके हैं। पंचायत विभाग के मंत्री तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा ने यह जानकारी देते हुए आज यहाँ बताया कि स्वयं सेवीं समूहों की महिला सदस्यों की हिम्मत से जहाँ कोरोना के साथ लड़ रहे स्वास्थ्य और पुलिस समेत सरकारी विभागों के कर्मचारियों को इन मास्कों के साथ अपेक्षित सुरक्षा मुहैया करवाई गई है, वहीं इस संकट के समय में ग्रामीण महिलाओं को कुछ कमाई भी हो गई है। उन्होंने बताया कि इस मास्क बनाने के काम में अब तक स्वयं सेवीं समूह की 3395 सदस्यों को तकरीबन नौ लाख रुपए की आमदनी हुई है।
बाजवा ने बताया कि मास्क बनाने का काम लगातार जारी है और जो नए ऑर्डर मिल रहे हैं, वह साथ-साथ भुगताए भी जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि आज तकरीबन 25 हज़ार मास्क बनाने का ऑर्डर मिला है, जो कल तक मुहैया करवा दिए जाएंगे। पंचायत मंत्री ने कहा कि उनका विभाग कोरोना के विरुद्ध राज्य सरकार द्वारा लड़ी जा रही जंग में स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर आगे आकर लड़ाई लड़ रहा है। विभाग के अधिकारियों ने सिफऱ् दो दिनों में पंजाब के गाँवों में विदेशों से आए व्यक्तियों की पहचान करके उनकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी थी, जिससे उनकी स्क्रीनिंग की जा सके।
पंचायतों ने गाँवों के लागों को प्रेरित करके पंजाब के हर गाँव को लॉकडाउन करके कोरोना की श्रृंखला को तोडऩे में मदद की है। श्री बाजवा ने बताया कि गेहूँ की कटाई और मंडीकरण के दौरान कोरोना को फैलने से रोकने के लिए पंचायत विभाग द्वारा हर गाँव और हर मंडी में बड़े पोस्टर लगाकर लोगों को खेतों और मंडियों में बरती जाने वाली सावधानियों सम्बन्धी जागरूक किया है। उन्होंने भरोसा प्रकट किया कि लोगों द्वारा मिल रहे बेमिसाल सहयोग के स्वरूप पंजाब जल्द ही इस जंग में विजेता बनकर उभरेगा।