कहा, सरकारी नौकरियों व उन्नति में आरक्षण 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 प्रतिशत करना सरकार का प्रशंसनीय कदम
रुपनगर, 3 दिसंबर। पंजाब सरकार दिव्यांगों की भलाई के लिए वचनबद्ध है। राज्य सरकार की ओर से जहां सरकारी नौकरियों व उन्नति में आरक्षण 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 प्रतिशत किया गया है वहीं 31 दिसंबर तक यूनीक डिस्एबिलिटी आई कार्ड के काम को पूरा करके दिव्यांगों का डाटा तैयार किया जा रहा है ताकि सरकार की ओर से इनकी भलाई के लिए अन्य स्कीमों के द्वारा सहायता की जा सके। समाजिक सुरक्षा तथा महिला व बाल विकास मंत्री श्रीमती अरुणा चौधरी ने ड्रीम डैस्टीनेशन पैलेस रुपनगर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस पर हुए राज्य स्तरीय समागम में आयोजित समागम को संबोधित करते हुए यह बात कही।
इससे पहले उन्होंने रैडक्रास स्पैशल स्कूल फरीदकोट, अंगहीनों की सरकारी संस्था शिमलापुरी लुधियाना, भारत विकास परिषद चैरीटेबल ट्रस्ट व अन्य द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का दौरा भी किया तथा दिव्यांग बच्चों द्वारा बनाई गई वस्तुओं की प्रशंसा की। इस मौके पर उनके साथ विधायक अमरजीत सिंह संदोया तथा डिप्टी कमिश्नर डा. सुमीत जारंगल भी विशेष तौर पर मौजूद थे।
कैबिनेट मंत्री श्रीमती अरुणा चौधरी ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा 50 प्रतिशत दिव्यांगों को 750 रुपये प्रति महीना पैंशन दी जा रही है । इस वित्तीय सहायता स्कीम के तहत साल 2019-20 के लिए 96.49 करोड़ रुपये के बजट की व्यवस्था की गई है तथा इस समय 186112 लाभपात्री लाभ उठा रहे हैं। सरकारी बसों में नेत्रहीन व्यक्तियों को नि:शुल्क सफर तथा दिव्यांगों को आधा किराया माफ की सुविधा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों को शारीरिक तौर पर कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसके बावजूद वे देश की उन्नति तथा समाज के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे है। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों की भलाई, समाज में समान अवसर दिलाने तथा पूर्ण तौर पर भागीदारी यकीनी बनाने व पुनर्वास के लिए राईट ऑॅफ द पर्सन विद डिसऐबिलिटी एक्ट 2016, 19 अप्रैल 2016 से लागू हो चुका है। इस एक्ट के तहत इस वर्ग को समाज में अपने पैरों पर खड़े होने तथा अधिकारों की रक्षा के लिए राज्य सरकार की ओर से विभिन्न सुविधाएं दी जा रही हैं। पंजाब सरकार की ओर से दिव्यांगों को कई तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं। 18 साल से छोटे बच्चों के लिए पंजाब सरकार की ओर से मुफ्त शिक्षा मुहैया करवाई जा रही है। इसके अलावा मोहाली में केंद्र सराकर के सहयोग से स्पोटर््स सैंटर बनाया जा रहा है ताकि राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर खिलाडिय़ों को खेल सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने दिव्यांगों को प्रेरित करते हुए कहा कि दिव्यांग व्यक्तियों ने भी माउंटऐवरेस्ट पर चढक़र कई तरह के रिकार्ड बनाए हैं। इससे हमे यह मोटीवेशन मिलती है कि हम भी अपनी जिंदगी की समस्याओं को पार करके मुकाम हासिल कर सकते है। स्टेट अवार्ड से सम्मानित भी किया। इनमें मुहम्मद रिका़वान मलेरकोटला, सुरिंदर कुमार जलालाबाद, मनमीत कौर घुम्मन पटियाला, मलकीत कौर मानसा, रमनदीप कौर रुपनगर, गुरसेवक सिंह मोगा, अजय सिंह जालंधर, डा. विशाल गोयल पटियाला, राजीव कुमार लुधियाना, आशादीप वैल्फेयर सोसायटी होशियारपुर, पलक कोहली जालंधर, मनदीप सिंह फाजिल्का शामिल है। उन्होंने कहा कि इस दिवस पर केंद्र सरकार की ओर से साल 2019 के दौरान पंजाब के 3 नागरिकों को नैश्नल अवार्ड के लिए भी सम्मानित किया जा रहा है जिसमें मंगल सिंह (कपूरथला), यशवीर गोयल (बठिंडा) तथा मोनिका हांडा (जालंधर) शामिल हैं। इस दौरान नेत्रहीन की सरकारी संस्था जमालपुर लुधियाना के बच्चों की ओर से शब्द गायन भी पेश किया गया, जिसकी सभी की ओर से प्रशंसा की गई।
इस मौके पर अन्यों के अलावा प्रमुख सचिव राजी पी श्रीवास्तवा, एडिशनल सैक्रेटरी कम एडिशनल डायरेक्टर कम एडिशनल डायरेक्टर जगविंदरजीत सिंह ग्रेवाल, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर श्रीमती दीप शिखा, सिविल सर्जन एच.एन.शर्मा, जिला सामाजिक सुरक्षा अधिकारी अमृत बाला सहित विभिन्न जिलों से आए दिव्यांग बच्चों सहित अलग अलग विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।