बहुमूल्य तजुर्बे और हुनर के साथ पुलिस कार्यवाहियों को ज़मीनी स्तर पर और बल मिलेगा-एस.एस.पी. स्वप्न शर्मा
चंडीगढ़/ रूपनगर, 8 अप्रैल: पेशेवर सांझ और ड्यूटी के प्रति वचनबद्धता की एक शानदार मिसाल कायम करते हुए करगिल शहीद के पिता समेत 65 सेवामुक्त पुलिस मुलाजि़मों ने कोविड-19 संकट से निपटने की कोशिशों में रूपनगर पुलिस को सहयोग देने के लिए स्वैच्छा से अपनी सेवाएं देने की पेशकश की। एस.एस.पी. स्वप्न शर्मा ने बताया कि एक डिप्टी सुपरीटेंडैंट (डी.एस.पी.), 12 इंस्पेक्टर, 16 सब-इंस्पेक्टरों (एस.आई.) के अलावा 21 सहायक सब-इंस्पेक्टर (ए.एस.आई.), 11 हैड कांस्टेबल और 4 पूर्व सैनिक पहले ही मोड़ों और एन.एफ.एल. चौक नंगल से बनमाजरा और न्यू सतलुज ब्रिज घनौली तक अलग-अलग चैक प्वाइंटों समेत 16 चैक प्वाइंटों पर तैनात हैं।
एस.एस.पी. ने उनके हौसले, जोश और समर्पित भावना की प्रशंसा करते हुए कहा कि एक पुलिसकर्मी हमेशा पुलिसकर्मी रहता है और कहा कि उनके बहुमूल्य तजुर्बे और सामथ्र्य से पुलिस कार्यवाहियों को ज़मीनी स्तर पर और बल मिलेगा। करगिल जंग के शहीद सरबजीत सिंह के पिता प्रीतम सिंह जो हैड कांस्टेबल के पद से सेवामुक्त हो चुके हैं, ने कहा कि हमारे दिलों में देश की सेवा करने की इच्छा हमेशा की तरह प्रबल है। हमारे लिए राष्ट्र सर्वोच्च है। एसएसपी ने आगे कहा कि यह एक नई किस्म का ख़तरा है जिसका हम सामना कर रहे हैं और मैं ख़ाकी में अपने भाईयों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।
पंजाब पुलिस में अपने सेवाकाल के दौरान 12 सालों तक सी.आई.ए. इंचार्ज के तौर पर सेवाएं निभाने वाले 74 वर्षीय इंस्पेक्टर गुरमेल सिंह के लिए यह समय जहाँ से वह वर्ष 2004 में छोड़ कर गए थे, वहाँ से शुरू करने का एक शानदार अवसर है। हम खुशकिस्मत हैं कि हमें एक बार फिर अपने समाज की सेवा करने का मौका मिला। हो सकता है कि हममें अब उतनी फुर्ती न हो परन्तु इस महामारी को हराने का तजुर्बा और इच्छा-शक्ति ज़रूर है। अपने सेवाकाल के दौरान ख़तरनाक आतंकवादियों को गिरफ़्तार करने वाले सेवामुक्त सब-इंस्पेक्टर दलीप सिंह ने कहा कि यह महत्वपूर्ण समय है और इस समस्या से निपटने के लिए राज्य की कोशिशों को बल देने के लिए हम अपनी पूरी ताकत लगाने के लिए तैयार हूँ। काउन्टर इंसर्जैंसी ऑपरेशन के दौरान दोतरफा गोलीबारी में ज़ख्मी होने वाले सब-इंस्पेक्टर नसीब चंद ने कहा कि वह ड्यूटी लाईन में वापस आकर खुश हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे पुलिस बलों पर पड़ी जि़म्मेदारी को बाँटने के लिए अगर हम आगे नहीं आऐंगे तो और कौन आऐगा। उन्होंने कहा कि मुझे गर्व है कि मैंने पंजाब पुलिस में अपनी सेवा निभाई है और मौजूदा समय में कोरोना के विरुद्ध जंग में खड़ा हूँ। 2014 में सेवामुक्त हुए सब-इंस्पेक्टर सतवीर सिंह, जो अपने समय के जाने-माने जाँचकर्ता रहे हैं, ने बस्सी गुज्जरां, चमकौर साहिब में अपनी ड्यूटी पर गर्व के साथ खड़े होकर कहा कि मैं पुलिस फोर्स में नये लडक़ों को एमरजैंसी हालात और कफ्र्यू अमल के दौरान पैदा हुई स्थितियों से निपटने संबंधी सिखाउंगा।