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कोरोना वायरस से लड़ रहे स्वस्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए गुरदासपुर के दो भाईयों ने बनाई हेंड मेंड सैनेटाईजर मशीन

कोरोना वायरस से लड़ रहे स्वस्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए गुरदासपुर के दो भाईयों ने बनाई हेंड मेंड सैनेटाईजर मशीन
  • PublishedApril 7, 2020

सिवल अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड के बाहर किया स्थापित, पंजाब में ऐसी पहली मशीन का दावा

मरीजों के ​​लिए भी उपलब्ध करवाएंगे एक डिसइंफेशन सैनेटाईजर टनल

मनन सैनी

गुरदासपुर। कोरोना वायरस से लड़ रहे स्वस्थ्य कर्मियों तथा डाक्टरों की सुरक्षा के लिए गुरदासपुर के युवकों ने अनूठी पहल की है। जिसके चलते उन्होने होम मेड डिसइन्फेक्शन सैने​टाईजर मशीन बनाई है। जिसे डीसी गुरदासपुर मोहम्मद इश्फाक तथा डाक्टरों की मंजूरी के बाद मंगलवार को सिवल अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड के बाहर स्थापित किया गया है। यह मशीन उक्त युवकों की ओर से अस्पताल प्रशासन को कोरोना से लड़ने के लिए भेंट के रुप में दी गई है। यह मशीन ​गुरदासपुर के एलाईंस आटो सर्विसिज के हरजिंदर सिंह तथा परमिंदर सिंह की ओर से घर पर ही बनाई गई है।

कहां से लिया सोच ने जन्म

परमिंदर सिंह ने बताया कि वह सोचते थे कि अपनी जान की सुरक्षा कर रहे डाक्टरों की सेफ्टी के लिए भी कुछ करना चाहिए। उन्होने कहा कि एक दिन उनकी एक डाक्टर दोस्त के साथ बात हुई जिसमें डाक्टर ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते वह 15 दिन से अपने बच्चों को नही मिला। डाक्टर ने कहा कि वह खुद की सुरक्षा संबंधी काफी सावधानी बरतते है। परन्तु फिर भी खुद को सुरक्षित महसूस नही करते तथा कोरोना वायरस आने के बाद से वह अपने घर में अलग कमरे में सोते है। उनके बच्चे छोटे छोटे है जिन्हे वह काफी समय से उनके पास नही गए। डाक्टर की बात परमिंदर सिंह के मन को छू गई और उसने अपने भाई हरजिंदर सिंह के साथ मिल कर डाक्टरों के लिए कुछ सुरक्षात्मक उपकरण बनाने की सोची तथा इस मशीन को बनाया।

कैसे हुआ मशीन का आविष्कार

हरजिंदर सिंह ने बताया कि उनके घर पर पुरानी अलमारी पड़ी थी जिसका फ्रेम लेकर, एक कार का बोड़ी कवर, एक पंप, एक सैंसर, एक मिस्ट बनाने वाली नोजल, टैंक लगा कर बैट​री ओपरेटिड़ मशीन तैयार की गई । जिसमें हाईपोक्लोराईड नामक कैमिकल कर डाल कर सैंसर के जरिए आटोमैटिक स्प्रे निकल सकें। यह स्प्रे शरीर पर कपड़े पर पड़ता है तथा इससे काफी हद तक वायरस से बचाव होता है। उन्होने बताया कि उनके पास खुद का सामान था तथा वह बस डाक्टरों के लिए कुछ करना चाहते थे। अगर कोई ऐसी मशीने बनाना चाहे तो करीब 15 हजार रुपए में ऐसे मशीन बना सकता है।

अब मरीजों के लिए बनाएगें डिसइंफैक्शन सैनेटाईजर टर्नल

हरजिंदर और परमिंदर सिंह धंजल ने बताया कि उन्हे अस्पताल में जाकर देखा कि मरीजों को भी डिसइंफैक्शन सैनेटाईजर टनल की जरुरत है। जिस संबंधी उन्होने टनल बनाने का काम शुरु कर दिया है। जिसे एक दो दिन में वह पैरामेडिकल स्टाफ तथा मरीजों की सुरक्षा के लिए बना कर भेंट करेगें।

क्या है डाक्टरों का कहना

आईसोलेशन वार्ड के बाहर लगाई गई मशीन संबंधी एसएमओ डा चेतना तथा डा मनिंदर बब्बर ने कहा कि यह अच्छी मशीन है। इससे काफी हद तक सैनेटाईज हो जाता है। उन्होने कहा कि अच्छी बात है कि लोग डाक्टरों की सुरक्षा के प्रति चिंतित है जिसके लिए समूह डाक्टर आम लोगो के आभारी है।उन्होने लोगो से अपील की कि वह भी खुद की सुरक्षा का ध्यान रखें तथा सोशल डिस्टैंस मेनटेंन करे। डा मनिंदर बब्बर हर आपदा में लोगो के साथ है तथा इस वक्त लोगो तक स्वस्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए फ्रंट पर डटे है। जिन लोगो को होम क्वांरटीन करने के लिए कहा गया है वह नियमों का पालन करते हुए घरों में रहे।

Written By
The Punjab Wire