राज्य सरकार ने किया वर्जिन हाईपरलूप कंपनी के साथ करार
अमृतसर -लुधियाना -चंडीगढ़ कोरीडौर की संभावना तलाशी जाएगी
पाँच घंटो का सडक़ीय सफऱ कम होकर 30 मिनट रह जाएगा
चंडीगढ़, 3 दिसंबर। पंजाब सरकार ने अमृतसर -लुधियाना -चंडीगढ़ -राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र कौरीडोर में हाईपरलूप ट्रांसपोर्ट बुनियादी ढांचा प्रोजैक्ट की संभावना तलाशने का फ़ैसला किया है। जिससे क्षेत्र में अंतर-शहरी यातायात को सुधारने के साथ-साथ सुचारू बनाया जा सके। इनवेस्टमैंट परमोशन के अतिरिक्त प्रमुख सचिव विनी महाजन ने बताया कि राज्य सरकार ने आज लॉस एंजल्स आधारित कंपनी वर्जिन हाईपरलूप वन के साथ एक समझौता सहीबद्ध किया गया है जो इस प्रोजैक्ट के लिए आर्थिक पक्ष से पूर्व संभावनाओं का अध्ययन करेगी। इस कंपनी को इसके बड़े निवेशक दुबई आधारित डी.पी. वल्र्ड द्वारा सहयोग किया जायेगा।
मुख्यमंत्री
कैप्टन अमरिन्दर सिंह और डी.पी. वल्र्ड सब-कौंटीनैंट के सी.ई.ओ. और
मैनेजिंग डायरैक्टर रिज़वान सुमर की मौजुदगी में इस एम.ओ.यू. पर पंजाब
सरकार की तरफ से ट्रांसपोर्ट विभाग के प्रमुख सचिव के. सिवा प्रसाद और
वर्जिन हाईपरलूप वन कंपनी के मध्य पूर्वी और भारत के मैनेजिंग डायरैक्टर
हर्ज धालीवाल ने दस्तख़त किये।
वर्जिन हाईपरलूप कंपनी द्वारा
हरियाणा सरकार के साथ भी अलग एम.ओ.यू. किये जाना विचाराधीन है । जिससे इस
प्रणाली की संभावना का मुल्यांकन किया जा सके कि पंजाब से इसका रूट
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र तक बढ़ाया जा सकता है।इस कंपनी के
अनुमान के मुताबिक अमृतसर -लुधियाना -चंडीगढ़ कौरीडोर के साथ हाईपरलूप
यातायात प्रोजैक्ट से सडक़ से लगते पाँच घंटों का समय कम होकर आधे घंटे से
भी कम का रह जायेगा। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि हाईपरलूप
सिस्टम के निर्माण के लिए पंजाब, महाराष्ट्र के बाद मुल्क का दूसरा राज्य
बनने में गहरी रूचि रखता है। हम विशेष तौर पर राज्य में हाईपरलूप प्रोजैक्ट
की संभावना तलाशने की इच्छा रखते हैं जिससे मुल्क में अन्य बड़े केन्द्रों
के साथ जुड़ा जा सकता है। भविष्य में इस प्रोजैक्ट को पंजाब से बाहर
एन.सी.आर. के साथ भी जोड़ा जा सकता है।
निवेश पंजाब के सलाहकार
मोशे कोहली के मुताबिक हाईपरलूप प्रोजैक्ट का पूर्व संभावित अध्ययन छह
हफ़्तों में मुकम्मल हो जायेगा। इसमें प्रोजैक्ट की लागत, माँग और कौरीडोर
के सामाजिक, आर्थिक लाभ जैसे अलग -अलग पहलूओं का मुल्यांकन किया जायेगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैं मुख्यमंत्री, मंत्री और सरकार के अधिकारियों के अलावा
इन्वैस्टमैंट परमोशन ब्यूरो के अपने साथियों और खासतौर पर वर्जिन हाईपरलूप
कंपनी के एम.डी. हर्ज धालीवाल और उनकी टीम का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने
इस प्रोजैक्ट को संभव बनाने के लिए सख्त मेहनत की।’’हर्ज
धालीवाल ने कहा कि इस प्रोजैक्ट पर काम करने के लिए पंजाब सरकार का
हिस्सेदार बनने की हमें बहुत ख़ुशी है। पंजाब में एक हाईपरलूप रूट राज्य के
लिए बड़ा बदलाव ला सकता है और हम इस प्रोजैक्ट के लिए आगे बढऩा चाहते हैं
जैसे कि हमने महाराष्ट्र में किया है। इस बुनियादी ढांचा प्रोजैक्ट के
द्वारा पंजाब के बड़े शहरों अमृतसर, लुधियाना और चंडीगढ़ को उत्तरी भारत के
अन्य स्थानों के साथ जोडऩे में आर्थिक तौर पर अथाह सामथ्र्य है। रिजवान
सुमर ने कहा कि डी.पी. वल्र्ड और वर्जिन हाईपरलूप को पंजाब सरकार के साथ
विचार विमर्श करके बहुत ख़ुशी हुई है। मुल्क में महाराष्ट्र के बाद संभावित
राष्ट्रीय हाईपरलूप नैटवर्क के लिए पंजाब दूसरा राज्य होगा। डी.पी. वल्र्ड
हाईपरलूप की शुरुआत के लिए अथाह संभावनाएं देखता है और कार्गो के तेज़ी से
चलने के लिए हाईपरलूप टैक्नोलॉजी का लाभ उठाने के लिए डी.पी. वल्र्ड
कार्गो स्पीड जैसी नवीनताओं को लागू करने में अग्रणी है।वर्जिन हाईपरलूप वन संबंधीयह
विश्व की अकेली ऐसी कंपनी है जिसने अपनी हाईपरलूप टैक्नोलॉजी का बड़े स्तर
पर सफल परीक्षण किया है और 100 सालों में सार्वजनिक यातायात की इस नयी
विधि वाली प्रणाली की शुरुआत की। कंपनी ने इलैकट्रिक और इलैक्ट्रोमैगनैटिक
लैवीटेशन के प्रयोग से हाईपरलूप वन को सफलता से चलाया जो कि मौजूदा प्रणाली
की अपेक्षा तेज़, सुरक्षित, सस्ता और ज्य़ादा टिकाऊ है। कंपनी द्वारा अब
विश्व भर में सरकारों, हिस्सेदारों और निवेशकों के साथ मिलकर काम किया जा
रहा है जिससे हाईपरलूप की प्रणाली को दशकों की बजाय वर्षों में हकीकत का
रूप दिया जा सके। कंपनी के इस समय पर मिसूरी, टेक्सस, मध्य पश्चिम भारत और
मध्य पूर्व में कई प्रोजैक्ट चल रहे हैं। कंपनी की टैक्नोलॉजी दृष्टिकोण और
चल रहे प्रोजेक्टों संबंधी और जानकारी हासिल करने के लिए www.virginhyperloop.com पर संपर्क किया जा सकता है।