सेवामुक्त होने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को तीन महीने के लिए सेवा काल में वृद्धि के लिए आधिकारित किया
मंत्रीमंडल ने मुलाजि़मों, एन.जी.ओज़ /धार्मिक संस्था और फरंटलाईन पर डटे वर्करों का धन्यवाद किया
चंडीगढ़, 4 अप्रैल:राज्य में कोविड-19 संकट के चलते पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शनिवार को बड़ा फ़ैसला लेते हुए विदेश यात्रा संबंधी न बताने वालों के खि़लाफ़ सख्त कार्यवाही के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही इनके पासपोर्ट भी ज़ब्त करने के लिए कहा है।
राज्य में मौजूदा स्थिति की समीक्षा करने के लिए बुलायी गई मंत्रीमंडल की पहली मीटिंग में मुख्यमंत्री ने कहा कि विदेश यात्राओं का खुलासा ना करने वालों के मामले पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा और ऐसे व्यक्ति जिन्होंने पुलिस और स्वास्थ्य विभाग से यात्रा संबंधी तथ्य छिपाए हैं, उनके साथ सख्ती से निपटा जाए। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, ‘‘हम उनके पासपोर्ट भी ले लेंगे।’’
कोरोना वायरस महामारी के खि़लाफ़ राज्य सरकार के चल रहे संघर्ष को और मज़बूत करने के लिए कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने स्वास्थ्य विभाग से सेवामुक्त होने वाले मुलाजि़मों का तीन महीने का सेवा काल बढ़ाने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी।
यह प्रस्ताव मुख्य सचिव करन अवतार सिंह द्वारा पेश किया गया था। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि बाद में मंजूरी के लिए विस्तृत सूची मुख्यमंत्री को सौंप दी जाएगी। यह फ़ैसला इसलिए लिया गया कि कोविड-19 के कारण राज्य में मरने वालों की संख्या पाँच हो गई और पंजाब में इस समय पर 57 केस पॉजि़टिव पाए गए हैं।
मंत्रीमंडल ने कोविड-19 के खि़लाफ़ इस जंग में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले वर्गों का विशेष धन्यवाद करने के लिए भी तीन प्रस्ताव पास किए। इनमें सरकारी कर्मचारी हैं जिन्होंने अपने वेतन का एक हिस्सा दान किया है, सभी एन.जी.ओज़ और धार्मिक संगठन जिन्होंने लोगों को प्रेरित करके इकठ्ठा होने से रोका है और राहत कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा पुलिस, स्वास्थ्य, सैनिटेशन, आंगनवाड़ी वर्कर जो कोरोना वायरस के खि़लाफ़ सबसे आगे होकर लड़ाई लड़ रहे हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार सभी का तहे दिल से धन्यवाद करती है जिन्होंने किसी भी तरीके से सहायता की है और वह निजी तौर पर सभी का धन्यवाद करते हैं।