मानवीय शक्ति की भर्ती शुरू, कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा आईसोलेशन में रखने की सुविधाएं युद्धस्तर पर बढ़ाने के आदेश
कफ्र्यू की बन्दिशों के मद्देनजऱ पैंशनें और अन्य लाभ डिप्टी कमिश्नरों द्वारा बाँटने के आदेशश्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार लोगों को बैसाखी के समागमों के दौरान घरों से अरदास करने की अपील करें-मुख्यमंत्री
चंडीगढ़, 1 अप्रैल: राज्य सरकार ने आने वाले दिनों में कोविड-19 के बढ़ते संकट से निपटने की तैयारियों में तेज़ी लाई है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने स्वास्थ्य विभाग को इस महामारी से प्रभावित स्थानों (हॉटस्पॉट) वाले सभी जि़लों में लोगों की साँस लेने की गंभीर बीमारी (एस.ए.आर.आई.) का टैस्ट करने के लिए मोबाइल टेस्टिंग वैनें चलाने के हुक्म दिए हैं। मुख्यमंत्री ने अगले कुछ दिनों में आइसोलेशन बैड (अलग रखने के लिए बैड) 5,000 तक बढ़ाने के लिए मुहिम तेज़ करने की हिदायतें दीं और यहाँ तक कि इसको और बढ़ाया जाए जिससे किसी तरह की स्थिति से निपटा जा सके।
मुख्य सचिव करन अवतार सिंह के मुताबिक चाहे कोई पुष्टि किये गए अनुमान उपलब्ध नहीं हैं परन्तु राज्य सरकार संभावित आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयारी कर रही है। मुख्य सचिव ने बताया कि मानवीय शक्ति की भर्ती और प्रशिक्षण भी युद्धस्तर पर शुरू किए गए हैं जिससे यह यकीनी बनाया जा सके कि आने वाले हफ़्तों के लिए राज्य पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य में स्वास्थ्य संस्थाओं समेत 20 स्थानों पर 2,500 बैड प्रयोग के लिए तैयार हैं और ज़रूरी सुविधाओं के साथ इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। राज्य में कोविड-19 से निपटने के लिए ज़रुरी मैडीकल साजो-सामान की मौजूदगी का जायज़ा लेते हुए मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को ज़रुरी प्रोटैक्टिव गेयर, वेंटिलेटर, मास्क आदि को पहल के आधार पर खरीदने के लिए कहा।
अतिरिक्त मुख्य सचिव विनी महाजन के मुताबिक पंजाब की कंपनियों द्वारा तैयार किए गए देसी नमूनों की निरंतर परख की जा रही है और प्रवानित सामान के लिए ऑर्डर पहले ही किए जा चुके हैं। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने डिप्टी कमिश्नरों को कफ्र्यू /लॉकडाउन की बन्दिशों के मद्देनजऱ राज्य भर में चलाए जा रहे राहत कार्यों के हिस्से के तौर पर भोजन और अन्य ज़रूरतों की निजी तौर पर निगरानी करने के लिए कहा। लाभपात्रियों की बैंकों /ए.टी.एमज़ तक पहुँचने की असमर्थता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने आज डिप्टी कमिश्नरों को हिदायत की कि वह सीधे बैंक खातों में ट्रांसफर की बजाय बिजऩेस कौरसपौंडैंट्स के द्वारा विभिन्न श्रेणियों के लाभपात्रियों को सामाजिक सुरक्षा पैंशनें, बुढ़ापा पैंशनें और अन्य लाभों की अदायगी यकीनी बनाएं।
मुख्यमंत्री के निर्देशों पर अमल करते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह सतीश चंद्र ने सभी प्रशासकीय सचिवों, डीजीपी, डिविजऩल कमिश्नर, डिप्टी कमिश्नरों, ज़ोनल आईजीपीज़, कमिश्नर ऑफ पुलिस, डीआईजी और एसएसपीज़ को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये हैं। बैंकों को कहा गया है कि अगर ज़रूरत हो तो बिजऩेस कौरसपौंडैंट्स की संख्या में वृद्धि की जाए और उनके लिए थोक के पास के लिए जि़ला अधिकारियों के पास पहुँच करने के लिए कहा गया है। हालाँकि, बैंकों को पंजाब में पूरे सप्ताह काम-काम करने की आज्ञा दी गई है, परन्तु उनको यह यकीनी बनाने के लिए निर्देश दिए गए हैं कि कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए सामाजिक दूरी और अन्य प्रोटोकॉल की पालना को यकीनी बनाया जाए। बैंकों को प्रात:काल 10.00 बजे से दोपहर 2.00 बजे तक लोगों के लिए खुले रखने की सलाह दी गई है।
आगामी बैसाखी के जश्नों के मद्देनजऱ मुख्यमंत्री ने आज श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को भी अपील की कि वह भीड़ पर पाबंदियों के मद्देनजऱ इस मौके पर लोगों को घर से ही अपनी अरदास करने की अपील करें। इस दौरान, पंजाब पुलिस ने अपने राहत कार्यों को जारी रखते हुए आज सूखे और पके हुए खाने के राशन के पैकेटों को 1.8 करोड़ से अधिक लोगों तक पहुँचाया। बरनाला में, पुलिस ने जि़ले की फोर्स और प्रमुख शख्सियतों के योगदान से बनाए गए 40 लाख रुपए के कॉप्र्स में से खरीदी गई ज़रूरी वस्तुओं के वितरण के लिए एक विशेष बस चलाई है।
डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता के मुताबिक मुख्यमंत्री की हिदायतों पर जि़ला प्रशासन के साथ तालमेल करके राज्य में कफ्र्यू की बन्दिशों को सख्ती से लागू किया जा रहा है। जालंधर में जि़ला प्रशासन ने बाज़ारों और अन्य इलाकों जो प्रभावित स्थानों (हॉटस्पॉट) के तौर पर उभरे हैं, में तैनात करने के लिए सी.आर.पी.एफ. को बुलाया है।