कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने वित्त मंत्री के ऐलान को लोगों और उद्योगों के चिंताओं को हल करने के लिए अपर्याप्त बताया
कोविड-19 के चलते आई आर्थिक मंदी के हल के लिए व्यापक पैकेज जारी करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया
चंडीगढ़, 24 मार्च। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा किये गए ऐलानों पर निराशा ज़ाहिर करते हुए इनको कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के कारण पैदा हुई स्थिति में लोगों, व्यापारियों और उद्योगों की चिंताओं को हल करने के लिए अपर्याप्त बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्मला सीतारमन द्वारा किये गए ऐलान मौजूदा समय में पैदा हुए हालातों से निपटने के लिए काफ़ी नहीं हैं। उन्होंने इस मुश्किल घड़ी में गरीबों, ज़रूरतमंदों की मदद करने और अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों में विश्वास पैदा करने के लिए व्यापक पैकेज जारी करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि यह समय की सबसे बड़ी ज़रूरत है कि केंद्र बिना किसी देरी से विस्तृत आर्थिक पैकेज लेकर आए। उन्होंने वित्त मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि वह (वित्त मंत्री) प्रधानमंत्री द्वारा ऐसे कोई पैकेज सम्बन्धी ऐलानी गई टास्क फोर्स के विवरण को लेकर आने में भी नाकाम रहे।
उन्होंने कहा कि टास्क फोर्स के गठन के लिए अब तक राज्यों से कोई सुझाव नहीं लिया गया और न ही कोई विवरण साझे किये गए। उन्होंने आशा अभिव्यक्त की कि यह प्रतिनिधि होगा और इस अनिर्धारित संकट की स्थिति से उभर जायेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की माँग पर पंजाब ने पहले ही प्रधानमंत्री और केंद्रीय वित्त मंत्री को ज़रुरी सुझाव भेजे हैं और उनको आशा है कि इन सुझावों का नोटिस लिया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनको आशा थी कि टैक्स रिटर्न भरने की तारीख़ केवल मुलतवी करने से अतिरिक्त कुछ और भी किया जायेगा। उन्होंने कहा कि यहाँ तक निर्धारित तारीख़ भी नहीं बदली गई जबकि सच्चाई यह है कि बहुत से राज्य कफ्र्यू /लॉकडाऊन के अधीन हैं। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि वित्त मंत्री कजऱ्े की फिर अदायगियों की ई.एम.आईज़ और डिफ़ाल्ट संबंधी भी कोई जि़क्र करने में नाकाम रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों ख़ासकर ग़ैर संगठित मज़दूरों की दुर्दशा की और कोई विशेष ध्यान नहीं दिया गया जिस संबंधी सभी राज्य चिंता ज़ाहिर करते हुए दबाव बना रहे थे। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पी.एड.एस.) कोटे को दोगुना करना और मौजूदा स्थिति को देखते हुए लोगों को दो महीने का राशन मुफ़्त मुहैया करवाना सबसे बड़ी ज़रूरत है जिसकी पंजाब सरकार पहले ही माँग कर चुकी है।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने केंद्र से पर्यटन एवं आतिथ्य क्षेत्र के हिस्सेदारों जिनमें टैक्सी चालक, फ्रीलांस टूर गाईड, ग़ैर पंजीकृत टूर ऑपरेटर, ढाबे वाले, रैस्टोरैंट, रेहड़ी वाले शामिल हैं, के लिए एक मुश्त सहायता का ऐलान करने की माँग भी की थी जिनका कामकाज मौजूदा स्थिति में बुरी तरह प्रभावित हुआ है।