एन.सी.सी. गतिविधियों के लिए सरकारी कॉलेजों में इमारतें मुहैया करवाई जाएंगी
चंडीगढ़, 29 नवंबर:
पंजाब सरकार एन.सी.सी.
सर्टिफिकेट धारक कैडिटों को सरकारी नौकरियों में अतिरिक्त अंक प्रदान करने
संबंधी विचार करेगी। उच्च शिक्षा मंत्री श्री तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा ने
आज यहाँ एन.सी.सी. की सालाना अपडेट संबंधी एक उच्च स्तरीय मीटिंग के दौरान
पंजाब के एन.सी.सी अफसरों को इस सम्बन्धी भरोसा दिया।
मंत्री
ने राज्य के नौजवानों को बेहतर नागरिक बनाने सम्बन्धी एन.सी.सी. पंजाब के
समूह अधिकारियों को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली
पंजाब सरकार द्वारा राज्य में एन.सी.सी की बेहतर गतिविधियों के लिए हर
सहयोग और वचनबद्धता का भरोसा दिया।
उच्च शिक्षा
मंत्री ने आगे बताया कि एन.सी.सी गतिविधियों को चलाने के लिए सरकारी
कॉलेजों में इमारतें मुहैया करवाई जाएंगी और नये बन रहे कॉलेजों में बनाई
जाएंगी। यह ऐलान मंत्री ने निजी इमारतों में चलाईं जा रही एन.सी.सी
गतिविधियों, जिसके लिए अधिक किराया देना पड़ रहा है, सम्बन्धी उठाए मुद्दे
का स्थाई हल निकालने के मौके पर किया। मंत्री ने उच्च शिक्षा विभाग के
सीनियर अधिकारियों को इस सम्बन्धी तुरंत केस तैयार करने और सम्बन्धित
विभागों से सभी ज़रूरी मंज़ूरियां लेने के लिए हिदायतें जारी की।
राज्य
सरकार के कर्मचारियों की तजऱ् पर अतिरिक्त डी.जी. एन.सी.सी. को विभाग के
प्रमुख का दर्जा देने की माँग के सम्बन्ध में मंत्री ने इस प्रस्ताव के साथ
पूरी तरह सहमति प्रकट करते हुए और अन्य राज्यों द्वारा इसके लागू करने के
आधार पर इस मामले को पहल के आधार पर विचारने के निर्देश दिए।
एक
सीमावर्ती राज्य के तौर पर पंजाब की संवेदनशीलता और नौजवानों को बेहतर
नागरिक बनाने में एन.सी.सी की भूमिका की सराहना करते हुए मंत्री ने पंजाब
में एन.सी.सी. के विस्तार के लिए एन.सी.सी अधिकारियों के साथ विचार किया।
जिस संबंधी फ़ैसला किया गया कि पंजाब सरकार को अन्य एन.सी.सी. इकाईयों की
अलॉटमैंट और नयी इकाईयों की स्थापना के लिए यह मामला भारत सरकार के समक्ष
उठाया जायेगा।
मंत्री ने कहा कि उच्च शिक्षा
विभाग से सम्बन्धित एन.सी.सी. पंजाब के मुद्दों को पहल के आधार पर हल किया
जायेगा। जबकि एन.सी.सी. पंजाब के वित्तीय मुद्दों को हल करने के लिए मंत्री
ने अधिकारियों को वित्त विभाग और उच्च शिक्षा मंत्रियों और अधिकारियों की
साझी मीटिंग करने के निर्देश दिए।
इससे पहले मेजर
जनरल आर.एस. मान, वी.एस.एम., एडीशनल डी.जी., एन.सी.सी डायरैक्टोरेट पंजाब,
हरियाणा, हिमाचल प्रदेश (पी.एच.एच.पी. एंड सी) ने कहा कि पिछले वर्ष
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के साथ परिणामात्मक मीटिंग के बाद पंजाब
सरकार का पूरा समर्थन मिल रहा है, जिसके नतीजे के तौर पर पंजाब में
एन.सी.सी. की गतिविधियों में बड़ा सुधार हुआ है।
मीटिंग
में अन्यों के अलावा प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री अनुराग वर्मा,
डी.पी.आई. कॉलेज श्रीमती इन्दु बाला, डिप्टी डायरैक्टर जगजीत सिंह और
एन.सी.सी. पंजाब के सीनियर अफसरों जिनमें ब्रिगेडियर जे.एस. समियाल, डिप्टी
डायरैक्टर जनरल, एन.सी.सी. डायरैक्टोरेट (पी.एच.एच.पी एंड सी), ब्रिगेडियर
रणबीर सिंह, ग्रुप कमांडर, एन.सी.सी. ग्रुप, पटियाला, ब्रिगेडियर आर.के.
मौर, ग्रुप कमांडर, एन.सी.सी. ग्रुप, अमृतसर, ब्रिगेडियर, अदवित्या मदन,
ग्रुप कमांडर, एन.सी.सी. ग्रुप, जालंधर, कर्नल संजय विज, ऑफिसीएटिंग ग्रुप
कमांडर, एन.सी.सी. ग्रुप, लुधियाना, कर्नल प्रातीक हमल, सहायक डायरैक्टर,
एन.सी.सी. डायरैक्टोरेट (पी.एच.एच.पी एंड सी),कर्नल बी.पी.एस. ठाकुर,
कमांडिंग अफ़सर 23 पंजाब बटालियन एन.सी.सी., रोपड़ और एन.सी.सी. अकैडमी
रोपड़ और कर्नल विजेदीप सिंह, कमांडिंग अफ़सर, 19 पंजाब बटालियन एन.सी.सी.,
लुधियाना मौजूद थे।