बादल ने बेरोजगार अध्यापकों पर हमला करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की
कहा कि इस बेरहम हमले के लिए पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय कांग्रेस सरकार ने 70 नौजवानों के खिलाफ केस दर्ज किए
चंडीगढ़/11मार्चः शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज पटियाला में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे बेरोजगार अध्यापकों पर अपने राजनीतिक आकाओं के आदेश पर बेरहमी से हमला करने वाले पुलिस अधिकारियों तथा इस हमले का निर्देश देने वाले अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है ।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि मीडिया द्वारा यह बात सामने आई है कि पटियाला शहर के एसपी समेत कुछ पुलिस अधिकारियों ने बिना किसी उकसाहट सिर्फ अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए बेरोजगार अध्यापकों के साथ बेरहमी से मारपीट की है। उन्होने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों को नौजवानों की मारपीट करके देखकर बाकी पुलिस कर्मियों ने भी यही सोचा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के आवास की तरफ मार्च करने का हौसला करने वाले बेरोजगार अध्यापकों को सबक सिखाने के लिए सीधे उपर से आदेश आए हैं। उन्होने कहा कि पुलिस द्वारा की इस बेरहम मारपीट के कारण दर्जनों अध्यापक जख्मी हो गए । पुलिस वालों ने महिला अध्यापकों को बालों से पकड़कर घसीटा तथा उनके साथ दुर्व्यवहार किया। पुलिस अत्याचार की हद यह थी कि दो नौजवानों को अपनी जान बचाने के लिए भाखड़ा नहर में छलांग लगानी पड़ी।
सरदार बादल ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय मारपीट का शिकार हुए 70 बेरोजगार अध्यापकों पर ही केस दर्ज कर दिया। ऐसी घटनाएं एक तानाशाह सरकार का चेहरा उजागर करती हैं। शिअद अध्यक्ष ने मांग की कि बेरोजगार अध्यापकों के खिलाफ दर्ज हुए केस फौरन वापिस लिए जाएं तथा अध्यापकों पर हमले में शामिल एसपी सिटी समेत सभी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ फौजदारी केस दर्ज किया जाए तथा इस हमले का निर्देश देने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।
सरदार बादल ने मुख्यमंत्री से कहा कि वह नौजवानों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ न करें। उन्होने कहा कि पहले आप घर घर नौकरी का वादा पूरा करने में असफल रहे फिर यह झूठ बोला कि 12 लाख नौजवानों को रोजगार दिया है जबकि सरकार ने विधानसभा में एक लिखित जवाब में स्वीकार किया है कि तीन सालों में सिर्फ 34 हजार नौजवानों को रोजगार दिया है। उन्होने कहा कि जब नौजवान अपना जायज हक मांग रहे हैं तथा आपसे कह रहे हैं ईटीटी व टैट पास की 12 हजार खाली पदों को भरा जाए तो आपने उनके खिलाफ पुलिस की ताकत का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।
अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 1,664 पदों का विज्ञापन देकर साबित कर दिया है कि उसका टैट पास उम्मीदवारों का भर्ती करने का कोई इरादा नही है। उन्होने कहा कि जब खाली पदों को भरा ही नही जा रहा तो आपने नई नौकरियां कहां से पैदा करोगे? उन्होने कहा कि शिरोमणी अकाली दल शीघ्र ही एक मुहिम शुरू करेगा ताकि नौजवानों को नौकरी देने के लिए खाली पदों को भरने नई नौकरियां पैदा करने के लिए सरकार को मजबूर किया जा सके।