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अब तक पंजाब में कोविड-19 का एक भी मामला नहीं पाया गया-बलबीर सिंह सिद्धू

अब तक पंजाब में कोविड-19 का एक भी मामला नहीं पाया गया-बलबीर सिंह सिद्धू
  • PublishedMarch 6, 2020

खाद्य एवं ड्रग प्रबंधन विभाग, थोक व्यापारियों, परचून विक्रेताओं को दवाएँ और मास्क को अधिक कीमत पर न बेचने और जमाखोरी रोकने को सख्ती से यकीनी बनाए

चंडीगढ़, 6 मार्च: पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि पंजाब में अब तक कोविड-19 का कोई भी मामला सामने नहीं आया है, जब कि प्रभावित देशों की यात्रा करने वाले 5814 व्यक्तियों की जांच स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा सही तरह से की गई है। आज 9 व्यक्ति संदिग्ध पाए गए हैं और उनके नमूने एमज़ दिल्ली भेज दिए गए हैं।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की राज्य और जि़ला टीमों द्वारा स्थिति से बहुत सतर्कता से निपटा जा रहा है और किसी भी किस्म के प्रकोप को रोकने के लिए ध्यान से नजऱसानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि सभी ज़ोनल लाइसैंसिंग अथॉरिटीज़ और ड्रग कंट्रोल अफसरों को हिदायत जारी की गई है कि यह यकीनी बनाया जाये कि राज्य भर के दवाओं के थोक व्यापारियों और परचून विक्रेता लोगों से अधिक कीमत न वसूलें। उन्होंने कहा कि कुछ ख़ास दवाएँ और मास्क की जमाखोरी को भी रोका जाये।

उक्त अधिकारियों को राज्य के सभी क्षेत्रों में ऐसे उत्पादों की उपलब्धता को यकीनी बनाने के लिए अपने-अपने क्षेत्रों की कैमिस्ट ऐसोसीएशनों के साथ मीटिंगें करने के भी निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति काला बाज़ारी, दवाएं और अन्य उत्पादों की जमाखोरी में शामिल पाया जाता है तो डी.पी.सी.ओ, 2013 की धाराओं के अंतर्गत कैमिस्ट के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में किसी भी स्तर पर कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने बताया कि माँग के बढऩे से कुछ रसायनिक दवाएँ और उत्पादों की अस्थाई / जान-बूझ कर बनाई गई कमी का फ़ायदा उठाते हुए ज्य़ादा कीमत उगाह सकते हैं और जिसको समय से पहले ही रोक दिया जाये।

स. बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के पास पी.पी.ई. (पर्सनल प्रोटैक्टिव उपकरण) के अलावा ट्रिपल लेअर्ड मास्क और एन-95 के मास्क का काफ़ी भंडार है जो स्वास्थ्य संरक्षण अमले द्वारा कोरोना या अन्य ऐसी छूत की बीमारियों के संदिग्ध मामलों की जांच के दौरान इस्तेमाल किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य ने मोहाली के हवाई अड्डे, सभी जि़ला अस्पतालों और सरकारी मैडीकल कॉलेजों को इन्फ्रारेड थर्मामीटर (गैर-संपर्क थर्मामीटर) भी खरीद कर मुहैया करवाए गए हैं जिससे संदिग्ध मरीज़ों के शरीर का तापमान बिना छुए पता किया जा सके।स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए स्टेट रैपिड रिस्पांस टीम के अलावा, जि़ला रैपिड रिस्पांस टीमों और कंट्रोल रूम नंबर वाले जि़ला नोडल अफसरों की सूची पहले ही सभी जि़लों में जा चुकी है। उन्होंने कहा कि आइसोलेशन वार्डों में बैड भी 649 से बढ़ाकर 823 कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि रोज़ाना हैड कुआर्टर केंद्रीय निगरानी इकाई, आई.डी.एस.पी. दिल्ली, भारत सरकार को रिपोर्टिंग की जा रही है।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अब तक राज्य भर में 71,900 मरीज़ों की जांच की जा चुकी है, इनमें से 48,867 यात्री अमृतसर हवाई अड्डे पर, 5116 यात्री मोहाली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर, 5401 यात्री वाहगा/ अटारी बॉर्डर चैक पोस्ट पर और डेरा बाबा नानक चैक पोस्ट में 12516 यात्रियों की जांच की गई। बलबीर सिंह सिद्धू ने अत्यधिक खतरे वाले इलाकों में कोरोना के लिए रोज़ाना की निगरानी करने के लिए आई.डी.एस.पी. (एकीकृत रोग निगरानी प्रोग्राम) की टीमों की सख्त मेहनत की भी प्रशंसा की।

Written By
The Punjab Wire