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दुबई के बड़े दिल वाले सरदार ने पूरे किए अपने वचन,बाकी बचे 5 नौजवान भी दुबई से भेजे वापस भारत

दुबई के बड़े दिल वाले सरदार ने पूरे किए अपने वचन,बाकी बचे 5 नौजवान भी दुबई से भेजे वापस भारत
  • PublishedMarch 5, 2020

डा.ओबराए न पकड़ते बाज़ू तो वापस आना था असंभव: पीडित नौजवान

अमृतसर,5मार्च।  दुबई में पाकिस्तानी कंपनी मालिक की तरफ से धोखा दिए जाने के बाद लावारिसों की तरह भटकने के लिए मज़बूर हुए 29 भारतीय नौजवानों को अपने खर्च पर वापस भेजने का बीड़ा उठाने वाले और पूरी दुनिया में बड़े दिल वाले सरदार के नाम से जाने जाते सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट केसंस्थापक डा.एसपी सिंह ओबराए ने आज वीरवार को बाकी बचे 5 नौजवान भी दुबई से वापस वतन भेज कर अपने वचन पूरे कर दिए हैं।

डा.एसपी सिंह ओबराए के विशेष यतनों सदका दुबई से श्री गुरु रामदास हवाई अड्डा राजासांसी में पहुंचे नौजवानों को हवाई अड्डे से लेने के लिए विशेष के तौर पर पहुंचे सरबत दा भला चैरिटेबल ट्रस्ट के माझा जोन के सलाहकार सुखदीप सिद्धू, ज़िला प्रधान सुखजिंदर सिंह होर, जनरल सचिव मनप्रीत सिंह संधू, उपप्रधान शीशपाल सिंह लाडी, ख़ज़ांची नवजीत सिंह घई आदि ने पत्रकारों से बातचीत करते बताया कि दुबई की मदार अल फलक नामी एक कंपनी ने सिक्योरिटी के काम के लिए भारत से दुबई बुलाया था, परंतु कुछ महीनों बाद ही पाकिस्तान से सबंधित कंपनी मालिक उक्त नौजवानों को कई महीनों की तनख़्वाह दिए बिना ही कंपनी को बंद करके भाग गया।

जिस कारण बहुत से नौजवानों को सड़कें पर भटकने के लिए मजबूर होना पड़ा था। उन्होंने बताया उक्त नौजवानों के डा.ओबराए के संपर्क में आने के बाद सबसे पहले डा. ओबराए ने इन नौजवानों को जहां रहने के लिए छत देने के अलावा तीन समय का खाना मुहैया करवाया, वहीं इन नौजवानों के वापस आने के लिए सभी ज़रुरी कागज़ात मुकम्मल करने के बाद दुबई से भारत की हवाई टिकटों, जुर्माने, ओवरस्टे का सारा खर्चा भी उन्होंने ख़ुद करके आज अपने वचन पूरे करते हुए सभी 29 नौजवानों को वापस उनके घरों में पहुंचा दिया है।

  दुबई से वतन लौटे ऊना  (हिमाचल प्रदेश) के नौजवान नीरज कुमार, ज़िला रोपड़ के दर्शनप्रीत सिंह और अजय कुमार, श्री फ़तेहगढ़ साहिब के लवप्रीत सिंह जबकि मोहाली के उमेश कुमार ने नम आंखों से बेगानी धरती पर उनके साथ हुए बड़े धोखे के बाद घटे घटनाक्रम बारे बताते हुए कहा कि उनके मां-बाप ने कर्ज़ लेकर उनके सुनहरी भविष्य के लिए विदेश भेजा था, परंतु जो कुछ वहां उनके साथ घटा, उसे सोचकर अब भी उनके रौंगटे खड़े हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि यदि डा.एसपी सिंघ ओबराए इस मुश्किल घड़ी में उनकी बाज़ू न पकड़ते तो वह कभी भी वापस अपने माता-पिता के पास नहीं आ सकते थे। यहां यह भी बताने योग्य है कि कुल 29 नौजवानों में से पंजाब के 18, हरियाणा के 6, हिमाचल के 4 और दिल्ली का 1 नौजवान शामिल था। इस मौके पर उक्त नौजवानों के माता-पिता के अलावा गुरप्रीत सिंह ढिल्लों भी मौजूद थे।

Written By
The Punjab Wire