महिलाओं को सशक्त बनाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता-अरुणा चौधरी
पाँच नव-नियुक्त स्टैनोग्राफरों और 87 क्लर्कों को सौंपे नियुक्ति पत्र
सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए सरकार की वचनबद्धता दोहराई
चंडीगढ़, 2 मार्च:महिलाओं को समर्थ बनाने की दिशा में एक और कदम उठाते हुए अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस से पहले आज पंजाब के सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अरुणा चौधरी ने 41 लड़कियों वाले 92 मुलाजि़मों के नव-नियुक्त ग्रुप को नियुक्ति पत्र सौंपे।
चौधरी ने सैक्टर-39 स्थित अपनी सरकारी रिहायश में सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग में नव-नियुक्त 5 स्टैनोग्राफर लड़कियों और 87 क्लर्कों (जिनमें 36 लड़कियाँ शामिल हैं) को नियुक्ति पत्र सौंपने के बाद कहा कि इन मुलाजि़मों के विभाग में शामिल होने से जहाँ विभाग की कारगुज़ारी में बेमिसाल सुधार होगा, वहीं सरकार की महिलाओं को समर्थ बनाने की वचनबद्धता भी पूरी हुई है। उन्होंने नये भर्ती हुए उम्मीदवारों को अपना काम पूरी ईमानदारी के साथ करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि वह विभाग की कार्यप्रणाली में सुधार लाने के लिए अपने सुझाव दें।
सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने अपने बजट 2020-21 में भी महिलाओंं, बुढ़ापा और बाल एवं अन्य पैंशनधारकों की पैंशनों के लिए बजट पिछली बार की अपेक्षा 31 प्रतिशत बढ़ाकर 2,388 करोड़ रुपए कर दिया है, जिससे सरकार की इस क्षेत्र के प्रति वचनबद्धता का पता चलता है। उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र ने भी 2015 में ऐलान किए गए सतत विकास लक्ष्यों (सस्टेनेबल डिवैल्पमैंट गोल्ज़) में लैंगिक समानता को शामिल किया है और इन लक्ष्यों को पूरा करने के लिए 2030 तक का समय निश्चित किया है।
इस दिशा में पंजाब सरकार भी कोशिशें कर रही है जिससे इन लक्ष्यों को राज्य में पूरा किया जा सके।नियुक्ति पत्र बाँटने के समय विभाग के डिप्टी डायरैक्टर गुरजिन्दर सिंह मौड़ और सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री के निजी सचिव श्री चिरंजी लाल भी उपस्थित थे।-