ਪੰਜਾਬ

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने 34 शहीदों के परिवारिक सदस्यों को किया सम्मानित

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने 34 शहीदों के परिवारिक सदस्यों को किया सम्मानित
  • PublishedFebruary 14, 2020


मुख्यमंत्री ने शहीद सैनिकों के परिवारों के कल्याण को यकीनी बनाने के लिए राज्य सरकार की वचनबद्धता दोहराई


चंडीगढ़, 14 फरवरी:
देश की एकता और अखंडता की रक्षा करते हुये अपनी जानें गवाने वाले पंजाब के बहादुर और दलेर शहीद सैनिकों को नमन करते हुये पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शुक्रवार को 34 शहीदों के परिवारों का सम्मान किया। पुलवामा हमले की पहली वर्षगांठ के मौके पर रखे गये इस समागम में शहीद सैनिक पारिवारिक सदस्यों का सम्मान किया गया।
मुख्यमंत्री ने सभी को ‘मान पत्र ’ देकर सम्मानित किया जिनको साल 2017, 2018 और 2019 के दौरान राज्य सरकार ने ‘मान और सम्मान ’ नीति के अंतर्गत शहीद सैनिकों के वारिसों को नौकरी दी थी।

शहीद सैनिकों के परिवारों के साथ बातचीत करते हुये कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने राज्य सरकार की शहीद परिवारों के कल्याण को सबसे अधिक पहल देने की वचनबद्धता दोहराते हुये कहा कि इन बहादुर सूरमों पर समूचे देश को मान है जिन्होंने भारत की सरहदों की रक्षा और देश के अलग-अलग हिस्सों में आतंकवाद के खि़लाफ़ अपनी ड्युूटी निभाते हुये मिसाली बलिदान दिया।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शहीदों के सम्मान में रखे इस समागम के द्वारा उनके महान बलिदान को याद करते हुये यह विनम्र सा यत्न किया गया है। उन्होंने कहा कि वित्तीय रूप में मुआवज़ा देकर इन परिवारों के अपनों से बिछड़े का कमी दूर नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग अपने इन शहीदों की तरफ से दिखाई बहादुरी और शौर्य को कभी नहीं भुलेंगे।

इस मौके पर शहीद परिवारों के कुछ सदस्यों द्वारा उठाए गये मुद्दों के जवाब में मुख्यमंत्री ने रक्षा सेवाएं कल्याण विभाग को कहा कि वह एक संशोधित नीति तैयार करें जिसमें शहीद के योग्य पारिवारिक मैंबर को नौकरी के उपरांत शैक्षिक योग्यता में वृद्धि करने की सूरत में उच्च रंैक की नौकरी दी जा सके।

इसी दौरान रक्षा सेवाएं कल्याण विभाग के डायरैक्टर ब्रिगेडियर सतीन्द्र सिंह (सेवामुक्त) ने यह ऐलान करते हुये बताया कि हाल ही में रक्षा सेवाओं में सेवा निभाते हुये जिन सैनिकों ने अपनी जान निछावर की है, उनके एक-एक पारिवारिक मैंबर को जल्द ही नौकरी दी जायेगी। उन्होंने बताया कि ऐसे 9 केस राज्य सरकार के विचाराधीन हैं जिनमें से चार मामलों में अगले वारिस को जल्द ही नौकरी दी जा रही है। बाकी 5 मामलों का काम चल रहा है और उनको सेना की तरफ से जंग के दौरान शहीद होने का सर्टिफिकेट (जोकि नौकरी के लिए ज़रूरी है) जारी करने के उपरांत नौकरी दे दी जायेगी।
डायरैक्टर ने आगे खुलासा करते हुये बताया कि राज्य सरकार द्वारा शहीद परिवारों के कल्याण के लिए नौकरी के अलावा वित्तीय सहायता के लिए और भी कई स्कीमेंं शुरू की गई हैं। इन स्कीमों के विवरण देते हुये उन्होंने बताया कि झंडा दिवस फंड में से मैडीकल सहायता के लिए वित्तीय सहायता, शहीद सैनिक की विधवा को पक्की पैंशन लगने तक अस्थायी वित्तीय सहायता, विधवाओं के बच्चों की उच्च शिक्षा, पेशेवर कोर्सों के लिए कोचिंग, स्वै-रोजग़ार के लिए टूल किट, पूर्व सैनिकों की लड़कियों के विवाह के लिए वित्तीय सहायता आदि दी जा रही है।
जि़क्रयोग्य है कि पंजाब सरकार की ‘मान और सम्मान ’ नीति के अंतर्गत शहीद सैनिक के वारिस को नौकरी देने के अलावा वित्तीय सहायता भी दी जाती है जिसमें अविवाहित मामलों में 10 लाख रुपए और विवाहित सैनिक के परिवार के लिए 12 लाख रुपए की सहायता शामिल है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव तेजवीर सिंह, सलाहकार निवेश पंजाब मेजर बी.एस. कोहली (सेवामुक्त), मुख्यमंत्री के सचिव (राजनैतिक) मेजर अमरदीप सिंह और रक्षा सेवाएं कल्याण के डिप्टी डायरैक्टर कर्नल जरनैल सिंह (सेवामुक्त) और लैफ्टिनैंट कर्नल जे.एस. बोपाराय (सेवामुक्त) उपस्थित थे।


सम्मानित शहीद परिवारों के सदस्यों की सूची
सम्मानित शहीद परिवारों के सदस्यों की सूची-रणजीत कौर पत्नी गन्नर मनप्रीत सिंह, मधु राधा बेटी सूबेदार फतेह सिंह, हरमीत कौर पत्नी हवलदार सुखराज सिंह, रछपाल कौर पत्नी इंस्पेक्टर जगजीत सिंह, बिक्रमजीत सिंह पुत्र मेजर हरपाल सिंह, पलविन्दर कौर पुत्री हवलदार पलविन्दर सिंह, गुरप्रीत कौर पत्नी लांस नायक सन्दीप सिंह, रणजीत कौर पत्नी नायक राजिन्दर सिंह, राजविन्दर कौर पत्नी सिपाही मनदीप सिंह, बलजीत कौर पत्नी हवलदार सतनाम सिंह, भावना देवी पत्नी हवलदार मदन लाल, पलवी सैनी पत्नी गन्नर सुखदयाल, जसप्रीत कौर पत्नी लांस नायक कुलदीप सिंह, दविन्दर सिंह भाई सिपाही सुखविन्दर सिंह, सतपिन्दर सिंह पुत्र नायक गुरपिन्दर सिंह, अमनदीप पत्नी कांस्टेबल अजय कुमार, हरमनदीप सिंह पुत्र सूबेदार  परमजीत सिंह, सिमरनजीत कौर पत्नी लांस नायक रछपाल सिंह, जोबनजीत सिंह पुत्र हवलदार अवतार सिंह, गुरप्रीत कौर पत्नी सिपाही गुरसाहिब सिंह, भुपिन्दर कौर पत्नी गन्नर सतनाम सिंह, सुखबीर कौर पत्नी लांस नायक धरमिन्दर सिंह, किन्दरजीत कौर पत्नी सिपाही हरप्रीत सिंह, राकेश कुमार भाई पैरा ट्रूपर रवि कुमार, दलजीत सिंह पुत्र नायब सूबेदार अवतार सिंह, जसवीर कौर पत्नी नायक बख्ताबर सिंह, अलका रानी पत्नी नायक बलकार सिंह, करमजीत कौर पत्नी हवलदार सुखविन्दर सिंह, प्रभप्रीत कौर पत्नी विंग कमांडर मनदीप सिंह ढिल्लों, अमनदीप दास पुत्र नायब सूबेदार कुलदीप दास, महिन्दरपाल कौर पत्नी सिपाही जगसीर सिंह, मनदीप सिंह पुत्र कांस्टेबल जगतार सिंह, बलविन्दर कौर बहन सिपाही सरबजीत सिंह और गुरप्रीत कौर पत्नी सिपाही रछपाल सिंह शामिल थे।

Written By
The Punjab Wire