पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर 300 तंदुरुस्त पंजाब स्वास्थ्य केन्द्रों को टैली मैडीसिन हब्ब के साथ जोड़ेगी पंजाब सरकार- सिद्धू
सारे 1365 तंदुरुस्त पंजाब स्वास्थ्य केन्द्रों के कार्यों का लिया जायज़ा, दवाओं की उपलब्धता को यकीनी बनाने के लिए सिविल सर्जनों को हिदायतें
चंडीगढ़, 13 फरवरी। राज्य भर में सभी तंदुरुस्त पंजाब स्वास्थ्य केंद्र (एच.डब्ल्यू.सी.) में व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने के मद्देनजऱ, पंजाब सरकार ने पायलट प्रोजैक्ट के तौर पर मार्च, 2020 तक 300 तंदुरुस्त पंजाब स्वास्थ्य केन्द्रों को टेली मैडीसिन हब्ब के साथ जोडऩे का फ़ैसला लिया है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए स. बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि राज्य भर में 1365 तंदुरुस्त पंजाब स्वास्थ्य केन्द्रों को मिले भारी प्रोत्साहन के बाद पंजाब सरकार अब ग्रामीण क्षेत्र में व्यापक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए 300 केन्द्रों को टेली मेडीसिन हब्ब के साथ जोडऩे जा रही है। उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ के सैक्टर 9 में 5 डॉक्टरों और 1 टेली मैडीसिन ऑपरेटर (टी.एम.ओ.) की निगरानी अधीन टेली मेडीसिन हब्ब स्थापित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि टीएमओज़ को सीडैक मोहाली द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है। टी.एम.ओज़ आगे सी.एच.ओज़ (कम्युनिटी हैल्थ अफ़सर) को प्रशिक्षण देंगे जिससे गाँवों में टी.एम.एच. प्रोग्राम को सुचारू ढंग से चलाया जा सके।
उन्होंने कहा कि अब तक केन्द्रों में 35,62,492 मरीजों की ओपीडी दर्ज की गई है। उन्होंने आगे कहा कि इन केन्द्रों में सेवाओं में विस्तार करने के लिए 27 दवाएँ और 6 डाईगनोस्टिक टैस्ट जैसे एचबी टैस्ट, ब्लड शूगर टैस्ट, गर्भ टैस्ट किट, यूरीन एलबुमिन टैस्ट, थूक के टैस्टों के साथ-साथ लम्बी चलने वाली बीमारियों के लिए दवाएँ प्रदान की जा रही हैं जिससे लोगों को इलाज और दवाएँ प्राप्त करने के लिए दूर न जाना पड़े। उन्होंने सभी सिविल सर्जनों को इन केन्द्रों में दवाओं की उपलब्धता को यकीनी बनाने के लिए हिदायतें भी दीं।
स. बलबीर सिंह सिद्धू ने कहा कि 12 बीमारियों के इलाज के अलावा जोखिम वाली आबादी में ‘कम्युनिटी बेसड असेसमेंट चैकलिस्ट’ पर ए.एन.एमज़ और आशा द्वारा ग़ैर-संचारित बीमारियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। जिन लोगों में ग़ैर-संचारित बीमारियों का ख़तरा पाया गया, उनकी जांच स्वास्थ्य केंद्र-सब सैंटर में जांच के लिए आऊटरीच कैंपों, पीएचसी/सीएचसी में भेजा गया।
ग़ैर-संचारित बीमारियों से ग्रसित मरीजों संबंधी रौशनी डालते हुए स. सिद्धू ने बताया कि स्क्रीनिंग प्रोग्राम के दौरान हाईपरटैंशन (ब्लड प्रेशर) के 1,25,776 मरीज़, शूगर के 73,150 मरीज़, मुँह के कैंसर के 403 मरीज़, ब्रैस्ट कैंसर के 522 मरीज़, बच्चेदानी के कैंसर के 504 मरीज़ पाए गए। उन्होंने कहा कि हाईपरटैंशन वाले मरीजों को इन केन्द्रों में कम-से-कम 10 दिनों के लिए दवा दी गई।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सभी जांच किये मरीजों को ऑपरेशन और सजऱ्री की सेवाएं मुहैया करवाने के लिए आगे रैफर किया गया और दूसरे दर्जे की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए इलाज भी शुरू किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि रोज़ाना के स्वास्थ्य केन्द्रों के पोर्टल पर सभी रिकॉर्डों का डिजीटाईजेशन भी किया जा रहा है।