पंजाब की चीनी मिलों को पुनर्जीवित करने में तकनीकी मदद करेगा वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट: रंधावा
सहकारिता मंत्री के नेतृत्व में पंजाब के प्रतिनिधिमंडल द्वारा वी.एस.आई. के डायरैक्टर जनरल के साथ मुलाकात
चंडीगढ़/पुणे, 1 फरवरी:पंजाब की चीनी मिलों को वित्तीय तौर पर मज़बूत करने और गन्ने की खेती को प्रफुल्लित करने के लिए गन्ने से चीनी के अलावा अन्य उत्पाद पैदा करने में पुणे का वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट (वी.एस.आई.) पंजाब की तकनीकी तौर पर मदद करेगा।
यह फ़ैसला पंजाब के सहकारिता मंत्री स. सुखजिन्दर सिंह रंधावा के पुणे दौरे के दौरान वी.सी.आई. के डायरैक्टर जनरल श्री शिवाजीराओ देशमुख के साथ हुई लम्बी मीटिंग में हुआ।स. रंधावा के नेतृत्व में पंजाब के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात के दौरान बताया कि सहकारिता विभाग द्वारा गन्ने की फ़सल की पैदावार बढ़ाने और घाटे में जा रही चीनी मिलों को वित्तीय तौर पर मज़बूत बनाने के लिए ठोस यत्न किये जा रहे हैं जिसके लिए उनको वी.एस.आई. से सहायता की भी ज़रूरत है।
बटाला और गुरदासपुर चीनी मिल के मज़बूतीकरण और नवीनीकरण का प्रोजैक्ट भी चल रहा है और कलानौर में शुगर इंस्टीट्यूट का भी प्रस्ताव है जिसके लिए वी.एस.आई. की तकनीकी मदद बहुत अहम है। पंजाब की माँग को स्वीकार करते हुए श्री देशमुख ने विश्वास दिलाया कि वह हर तरह की मदद मुहैया करवाएंगे।स. रंधावा ने कहा कि फ़सलीय विभिन्नता के लिए गन्ने की खेती सबसे कारगार हथियार है और गन्ने की खेती को लाभप्रद बनाने के लिए चीनी मिलों को मज़बूत करने की ज़रूरत है।
उन्होंने कहा कि गन्ने से अकेली चिनी ही नहीं बल्कि ईथनौल, कोजेनरेशन, बायो सी.एन.जी. और बायो खाद आदि उत्पाद भी तैयार करने के लिए नयी प्रौद्यौगिकी चाहिए जिसके लिए वी.एस.आई. की तकनीकी मदद पंजाब की चीनी मिलों के लिए वरदान साबित हो सकती है।
पंजाब के प्रतिनिधिमंडल में शूगरफैड के चेयरमैन स. अमरीक सिंह अलीवाल, रजिस्ट्रार सहकारी सभाएं श्री विकास गर्ग, शूगरफैड के एम.डी. पुनीत गोयल, नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्ट्री नयी दिल्ली के डायरैक्टर स. मनजीत सिंह हम्बड़ा और पंजाब में सहकारी चीनी मिलों के जनरल मैनेजर भी शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल द्वारा वी.एस.आई. का दौरा भी किया गया।