चंडीगढ़, 17 मईः महामारी के इस चुनौतीपूर्ण समय में पंजाब के लिए एक राहत की ख़बर आई है। पंजाब सरकार के प्रयास सफल हुए हैं जिसके चलते देश के अलग अलग हिस्सों से हवाई रास्ते के द्वारा ऑक्सीजन की सप्लाई मिलनी शुरू हो गई है।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए स्टेट कोविड कंट्रोल रूम (ऑक्सीजन) के सदस्यों ने बताया कि 27 अप्रैल से हवाई रास्ते के द्वारा ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू हो गई है और भारतीय वायु सेना के सहयोग से हम अब तक 30 उड़ानों के ज़रिये कुल 804.26 मीट्रिक टन लिक्विड मैडीकल ऑक्सीजन (एल.एम.ओ.) प्राप्त करने में कामयाब रहे हैं।
उन्होंने बताया कि लम्बी दूरी होने के कारण राज्य को अपना ऑक्सीजन कोटा बोकारो और हजीरा से ट्रकों के द्वारा लाने लेजाने में अक्सर काफ़ी समय लग जाता है। इसलिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने जीवन रक्षक मैडीकल सप्लाई प्राप्त करने के लिए नये तरीकों पर विचार करने का फ़ैसला लिया। इसके बाद पंजाब सरकार ने चण्डीगढ़ एयर बेस से बोकारो और हजीरा प्लांटों तक ऑक्सीजन टैंकर पहुँचाने और वापस सड़क मार्ग के द्वारा मंगवाने का फ़ैसला किया है। उन्होंने कहा कि यह फ़ैसला राज्य के हितों को ध्यान में रखकर लिया गया है और राज्य अपेक्षित ऑक्सीजन सप्लाई प्राप्त करने में सक्षम हुआ है।
ऑक्सीजन कंट्रोल रूम के अधिकारियों ने बताया कि सप्लाई में और तेज़ी लाने के लिए हम देश के अलग अलग हिस्सों में स्थित ऑक्सीजन उत्पादन के अन्य प्लांटों के भी संपर्क में हैं और पंजाब सरकार एल.एम.ओ. लेजाने वाले ट्रकों के समय पर पहुँचने को यकीनी बनाने के लिए इस पर कड़ी निगरानी रख रही है। उन्होंने कहा, “स्टेट कोविड कंट्रोल रूम से ट्रकों की यातायात पर दोहरी निगरानी रखी जा रही है और कोई भी ख़राबी आने की सूरत में किसी भी तरह की देरी पर नज़र रखने के लिए हर ट्रक के साथ एक पुलिस कांस्टेबल भी मौजूद है।“
इन सभी प्रयासों के अलावा राज्य द्वारा दो विशेष रेल गाड़ीयाँ ऑक्सीजन ऐक्सप्रैस बोकारो और हजीरा के लिए रवाना की गई हैं।
ज़िक्रयोग्य है कि इन यत्नों के चलते आज की तारीख में हमारे पास डॉक्टरी उद्देश्य के लिए उचित ऑक्सीजन उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की सप्लाई में काफ़ी सुधार हुआ है और किसी भी कोरोना मरीज़ को इस जीवन रक्षक गैस की कमी नहीं झेलनी पड़ेगी।