पाकिस्तान: ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर भीड़ का हमला, सिख समुदाय में आक्रोश, हालात तनावपूर्ण
पाकिस्तान के ननकाना साहिब में भीड़ ने सिखों के पवित्र स्थल ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर पथराव कर दिया और सिखों के खिलाफ नारेबाजी की। पत्थरबाजी के कारण पहली बार भजन कीर्तन रद्द करना पड़ा।सैकड़ों लोगों ने शुक्रवार को गुरुद्वारे को घेर लिया। भीड़ की अगुवाई मोहम्मद हसन के परिवार ने की, जिस पर एक सिख लड़की का जबरन धर्मांतरण कराने का आरोप है। घटना के बाद बड़ी तादाद में पुलिस को इलाके में तैनात किया गया है, लेकिन हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। घटना की सिख समुदाय में आक्रोश है।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें गुरुद्वारे के बाहर इकट्ठा हुई भीड़ दिख रही है। लोग सिखों के खिलाफ नारेबाजी और उन्हें शहर से भगाने की धमकी देते दिखाई दे रहे हैं। इतना ही नहीं वह पवित्र शहर का नाम बदलने की धमकी भी दे रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों कहते हैं कि वे जल्द ही जगह का नाम गुलाम ए मुस्तफा कराएंगे। कोई भी सिख ननकाना में नहीं रहेगा। घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और कार्रवाई करते हुए कई पत्थरबाजों को गिरफ्तार किया है।
भारत ने की निंदा
भारत ने पाकिस्तान में पवित्र ननकाना साहिब गुरद्वारे में तोड़फोड़ की निन्दा की है।
पाक पीएम से तुरंत कार्रवाई की मांग
वहीं इस संबंधी पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्दर सिंह ने भी ट्वीट कर पाक प्रधानमंत्री इमरान खान से तुंरत दखल देनेे तथा गुरुद्वारा के अंदर श्रदालुओं तथा गुरुद्वारा की जान माल की सुरक्षा की मांग की है।
Appeal to @ImranKhanPTI to immediately intervene to ensure that the devotees stranded in Gurdwara Nankana Sahib are rescued and the historic Gurdwara is saved from the angry mob surrounding it.https://t.co/Cpmfn1T8ss
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) January 3, 2020
शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने भी इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया तथा कहा कि वह प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से यह मामला पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के पास उठाने का आग्रह करते है। यह एक घृणित हरकत है तथा पाकिस्तान की सरकार का यह मानवीय, नैतिक तथा सवैंधानिक कर्तव्य है कि वह पाकिस्तान में सिखों की सुरक्षा सुनिश्चित बनाए।
दिल्ली के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने घटना का वीडियो शेयर करते हुए पाकिस्तानी पीएम इमरान खान से तुरंत मामले में कार्रवाई करने की मांग की। सिरसा ने कहा कि गुरुद्वारे पर हमले के बाद पूरे पाकिस्तान में सिख समुदाय में दहशत का माहौल है। कई पाकिस्तानी सिख उन्हें फोन कर डर जता रहे हैं। इस बीच, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति और अकाली दल ने शनिवार को पाकिस्तानी दूतावास के बाहर प्रदर्शन करने का एलान किया है।
यह है मामला
जानकारी के अनुसार, जगजीत कौर उर्फ आयशा के साथ शादी करने वाले मोहम्मद एहसान के भाई मोहम्मद इमरान के साथ आए मुसलमानों ने श्री गुरुद्वारा साहिब को घेर लिया। गुरुद्वारा साहिब के मुख्य प्रवेश द्वारा के बाहर बैठकर प्रदर्शन किया। मुसलमानों के उग्र प्रदर्शन के बाद गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब के आसपास की दुकानें बंद हो गई। जिस समय यह घटना हुई, उस समय स्थानीय सिख संगत गुरुद्वारा साहिब में ही मौजूद थी। दहशतजदा संगत तब तक गुरुद्वारा साहिब के भीतर बैठी रही जब तक भीड़ मुख्य प्रवेश द्वार से पीछे नहीं हटी।
इस अवसर पर जगजीत कौर के साथ शादी करने वाले मोहम्मद एहसान के भाई मोहम्मद इमरान ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि जगजीत कौर ने इस्लाम कबूल किया था। उसके छोटे भाई मोहम्मद एहसान के साथ मुस्लिम रीति रिवाजों के अनुसार शादी की है। इसका केस अदालत में चल रहा है।
नौ जनवरी को इस केस की तारीख थी। लाहौर हाईकोर्ट के जज ने जगजीत कौर से जिरह करनी थी कि वह अपने पति के घर जाना चाहती है, या अपने मायके। इससे पहले ही शुक्रवार सुबह श्री ननकाना साहिब के एसएचओ तसव्वर मनीर भारी पुलिस बल के साथ उनके घर आए और उनके भाई एहसान के साथ-साथ उसके चाचा और उनके बेटों को घर से उठाकर ले गए। एसएचओ ने उनकी मां व बहन के पेट पर कई वार किए जिससे वह जख्मी हो गई।
मोहम्मद इमरान ने आरोप लगाया कि डीसी श्री ननकाना साहिब राजा मंसूर भी इस साजिश में शामिल हैं। राजा मंसूर उनके परिवार पर जुल्म करता रहा है। उन पर दबाव डालता रहा है कि जगजीत कौर को तलाक दिया जाए ताकि उसे सिखों को वापस किया जा सके। एहसान के भाई ने एक वीडियो संदेश में आरोप लगाया कि पाकिस्तान पंजाब के गवर्नर चौधरी सरवर भी उनके परिवार पर जुल्म करवाता रहा है।
परिवार पर सियासी लोगों ने लड़की को तलाक देने के लिए कई बार दबाव डाला। उनके परिवार ने सियासी दबाव की परवाह नहीं की तो पुलिस ने शुक्रवार को उनके घर में छापामारी की। इस दौरान घर की महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया गया। एहसान के भाई ने श्री ननकाना साहिब के डीसी को चेतावनी दी कि वह सिख न बने, मुस्लिम बने। इस्लाम कल भी जिंदा है, आज भी जिंदा है। बाद में एहसान के भाई ने स्थानीय लोगों के साथ बदला लेंगे, हम चीर देंगे के नारे लगाए। इस घटना के बाद से जगजीत कौर का परिवार और स्थानीय सिख परिवार दहशत में हैं।