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शिअद द्वारा 23 दिसंबर को किसान दिवस के रूप में मनाए जाने को लेकर किसान संगठनों का समर्थन, करेगी एक दिवसीय भूख हड़ताल

शिअद द्वारा 23 दिसंबर को किसान दिवस के रूप में मनाए जाने को लेकर किसान संगठनों का समर्थन, करेगी एक दिवसीय भूख हड़ताल
  • PublishedDecember 22, 2020

चंडीगढ़/22दिसंबर: शिरोमणी अकाली दल ने किसानों के साथ एकजुटता दिखाते हुए तीन कृषि अधिनियमों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान संगठनों द्वारा 23 दिसंबर को एक दिवसीय भूख हड़ताल का समर्थन करता है।

पूर्व सांसद प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि इस आशय का फैसला पार्टी अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने लिया है। उन्होने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे एक दिवसीय भूख हड़ताल में भाग लें ताकि यह स्पष्ट संदेश जाए कि सभी पंजाबी काले खेती कानूनों के खिलाफ हैं। प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने पंजाबियों से अपील की है कि वे भूख हड़ताल का तहे दिल से समर्थन करें।

इस दौरान प्रोफेसर चंदूमाजरा ने राजपुरा आढ़तियां एसोसिएशन जतिंदर लाढ़ा के आवास पर उनसे मिलने गए। उन्होने आयकर छापे मारे जाने की निंदा की है। इस अवसर पर आढ़तियां एसोसिएशन जिसमें भंून्नरहेड़ी के अध्यक्ष कुलविंदर सिंह राणा उपस्थित थे को संबोधित करते हुए उनसे आग्रह किया कि वे केंद्र सरकार के दबाव में न आएं तथा जोकि किसान आंदोलन के लिए समर्थन वापिस लेने के लिए मजबूर करना चाहते हैं।

किसान आढ़तियों का संबंध चट्टान जैसा होने का दावा करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि अकाली दल ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया कि वे कांग्रेस पार्टी के नक्शे कदम पर न चलें तथा कोई प्रतिशोध की कार्रवाई न करें जिससे केंद्र सरकार में बदलाव आएगा। प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने केंद्र को कांग्रेस पार्टी की फूट डालो तथा राज करे की नीतियों का पालन न करने की चेतावनी भी दी जो कांग्रेस के लिए महंगी साबित हुई थी तथा इसके परिणामस्वरूप उनका विघटन हुआ था।

Written By
The Punjab Wire