लक्षित कर किये जाने वाले कत्ल के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले अत्याधुनिक हथियार बरामद
पंजाब और दूसरे राज्यों में आतंकवादी घटनाओं के लिए खड़ा किया था मोड्यूल
पाक द्वारा प्रशिक्षित बब्बर खालसा का कार्यकर्ता और हथियार चलाने का माहिर साल 2010 में भी किया था काबू
होशियारपुर 4 अक्तूबर (डाॅ अदिति बख्शी) : पंजाब पुलिस ने रविवार को दो आतकियों मक्खन सिंह गिल उर्फ अमली और दविंदर सिंह उर्फ हैप्पी को गिरफ्तार करके खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। गिरफतार किए गए दोनों आरोपी होशियारपुर जिले के गांव नूरपुर जट्टां के निवासी हैं।
पुलिस ने आरोपियों से 2 अत्याधुनिक हथियार और गोला-बारूद जब्त किए हैं, जिसमें एक एमपी 5 सब-मशीनगन के साथ दो मैगजीन और 30 जिंदा कारतूस और एक 9 एमएम पिस्टल के साथ दो मैगजीन और 30 जिंदा कारतूस शामिल हैं। इसके अलावा एक कार, 4 मोबाइल फोन और एक इंटरनेट डोंगल भी उनसे बरामद की ई है। आरोपी मक्खन सिंहअमली अतीत में विभिन्न आतंकी और अन्य आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहा था। उसके खिलाफ पहले भी 7 मामले दर्ज किए गए थे।
यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में, डीजीपी पंजाब दिनकर गुप्ता ने कहा कि प्रारंभिक जांच के दौरान, मक्खन उर्फ अमली ने खुलासा किया कि वह कनाडा के निवासी हरप्रीत सिंह के संपर्क में था, जिन्होंने उन्हें आतंकवादी हत्याओं को अंजाम देने के लिए पंजाब में एक आतंकी मॉड्यूल बनाने के लिए उकसाया था। अमली पहले बीकेआई प्रमुख वधावा सिंह का करीबी सहयोगी रह चुका और कनाडा स्थित केज़ेडएफ ऑपरेटिव हरप्रीत सिंह के लगातार संपर्क में था। हरप्रीत लगातार पाकिस्तान जाता रहता है और वह पाक के केज़ेडएफ प्रमुख रणजीत सिंह उर्फ नीता का करीबी सहयोगी है। पुलिस के मुताबिक आरोपी अमली ने बताया कि उनके लिए उपरोक्त हथियार और गोला-बारूद की व्यवस्था रंजीत नीटा ने अपने अज्ञात सहयोगियों के माध्यम से की थी। ऐसी आशंका भी है कि इस आतंकी म्ड्यूल में जर्मनी और संयुक्त राज्य अमेरिका से संबंधित कुछ अन्य विदेशी आतंकवाॢदयों को लेकर आशंका है कि वह अलग-अलग मनी ट्रांसफर सेवाओं के माध्यम से विदेश से अमली में धन हस्तांतरित करने में शामिल थे, जिसमें वेस्टर्न यूनियन और अन्य फंडिंग चैनल भी शामिल है।
डीजीपी ने आगे खुलासा किया कि माखन सिंह उर्फ अमली एक कट्टर खालिस्तान समर्थक आतंकवादी था, जिसे पहले पंजाब पुलिस ने भारत में हथियारों की खेप की तस्करी और विभिन्न आतंकवादी संबंधित अपराधों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया था। अमली को पाकिस्तान में प्रशिक्षित किया गया था और वह इससे पहले 1980 और 1990 के दशक के दौरान यूएसए में भी रह चुका है। वह पाक स्थित बब्बर खालसा के अंतरराष्ट्रीय प्रमुख वधवा सिंह बब्बर का करीबी था और 14 साल से अधिक समय तक पाकिस्तान में उसके साथ रहा।पकड़े गए आरोपी मक्खन सिंह के खिलाफ16 मई, 2010 को धारा 25, 54, 59 आर्म्स एक्ट और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत थाना मेहटियाना में मामला दर्ज किया गया था। दूसरी एफआईआर अमृतसर में 25 जुलाई 2010 को धारा 25, 54, 59 आर्म्स एक्ट और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत दर्ज की गई थी। इसके अलावा 18 अक्टूबर 2010 को थाना सदर, होशियारपुर में 25, 54, 59 आर्म्स एक्ट और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के सेक्शन 4, 5 और 17, 18, 19, 20 गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत भी एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। उसके खिलाफ थाना माहिलपुर में 11 जून, 2017 को एनडीपीएस अधिनियम 18, 25, 61, 85 के तहत मामला दर्ज है। इसके अलावा थाना माछीवाड़ा, पुलिस जिला खन्ना में उनके खिलाफ विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 4, 5 के तहत एक अन्य प्राथमिकी भी पले से दर्ज की गई थी।
डीजीपी ने कहा कि कुछ खालिस्तान समर्थक तत्वों ने विघटनकारी साजिश के तहत राज्य में आतंकवादी हमले शुरू करके शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की योजना बनाई थी। इन योजनाओं के बारे में जानकारी के आधार पर राज्य भर में सुरक्षा बलों ने छापेमारी और जाँच के लिए एक बड़ा अभियान चलाया जिसके तहत अतीत में विभिन्न आतंकवादी मॉड्यूल के सदस्यों की आवाजाही और ठिकाने का भंडाफोड़ हुआ। इस मामले में मिली सफलता भी इन ठोस प्रयासों और हाल ही में शुरू किए गए अभियान का परिणाम है।
आरोपियो के खिलाफ शस्त्र अधिनियम की धारा 120-बी, 121, 152 आईपीसी, 25/54/59 और धारा 17, 18, 18-बी, 20 गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) संशोधन अधिनियम के तहत एफआईआर थाना माहिलपुर, होशियारपुर में दर्ज की गई है।