अमृतसर, 30 अगस्त। रविवार सुबह अमृतसर के जिला अस्पताल के इंचार्ज डाॅ अरुण शर्मा की मौत हो गई। डाॅ अरुण शर्मा कोरोना संक्रमित पाए गए थे। अमृतसर में शाम को डाॅ अरुण शर्मा का अंतिम संस्कार कर दिया गया। जिसमें पंजाब के स्वस्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ़ से के अंतिम संस्कार के मौके पर शामिल हुए। डाॅ शर्मा 53 वर्ष के थे तथा दिल के मरीज थे। जिन्हे अमृतसर के अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया तथा उन्हे वैंटिलेटर पर रखा गया था।
डॉ. शर्मा के अचानक देहांत पर गहरे दुख का प्रगटावा करते हुए स. सिद्धू ने कहा कि वह स्वास्थ्य विभाग के एक होनहार और मेहनती अधिकारियों में से एक थे। वह मार्च से ही कोविड-19 के विरुद्ध अगली कतार में लड़ रहे थे और जि़ला अस्पताल अमृतसर में दिन-रात तनदेही के साथ अपनी ड्यूटी निभा रहे थे। उसे अपनी सेवाओं के लिए हमेशा एक सच्चे कोरोना योद्धा के तौर पर याद किया जाएगा।
डाॅ सिद्धू ने बताया कि पी.जी.आई. के माहिर डॉक्टर उनकी सेहत का ख्य़ाल रख रहे थे और राज्य सरकार द्वारा उनको पीजीआई या मेदांता अस्पताल ले जाने की तैयारी की जा रही थी। आज सुबह दिल का दौरा पडऩे से उनका देहांत हो गया। वह अपने पीछे पत्नी, बेटी और बेटा छोड़ गए हैं। स. सिद्धू ने डॉ. अरुण शर्मा के परिवार के साथ गहरी हमदर्दी ज़ाहिर की। उन्होंने कहा कि डॉ. शर्मा की मौत के साथ परिवार को ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य विभाग को भी बड़ा नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि विभाग उनकी सहृद्य सेवाओं का हमेशा ऋणी रहेगा और दुखी परिवार के साथ खड़ा रहेगा। गौरतलब है कि डॉ. अरुण शर्मा ने मैडीकल कॉलेज अमृतसर से एमडी ट्रांसफ्यूजऩ की थी और कम्युनिटी हैल्थ सैंटर फतेहगढ़ चूडिय़ाँ में एसएमओ रहे। ब्ल्ड ट्रांसफ्यूजऩ अधिकारी के तौर पर उन्होंने ब्ल्ड बैंक अमृतसर की स्थापना में अहम भूमिका निभाई।