तकनीकी शिक्षा विभाग, बोर्ड और आई.के.जी.पी.टी.यू. को इसी तजऱ् पर ऑनलाइन सेवाएं शुरू करने के दिए निर्देश
चंडीगढ़, 10 अगस्त: पंजाब के तकनीकी शिक्षा एवं औद्योगिक प्रशिक्षण मंत्री श्री चरनजीत सिंह चन्नी द्वारा आज विद्यार्थियों को ऑनलाइन सेवाएं प्रदान करने के लिए महाराजा रणजीत सिंह तकनीकी शिक्षा यूनिवर्सिटी के पोर्टल की शुरुआत की। इस समागम के मौके पर तकनीकी शिक्षा एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के प्रमुख सचिव श्री अनुराग वर्मा हाजिऱ थे, उनके अलावा एम.आर.एस.पी.टी.यू के उप कुलपति डॉ. मोहन पाल सिंह ईसर, रजिस्ट्रार डॉ. बूटा सिंह सिद्धू और अकादमिक मामले, डीन डॉ. सविना बंसल ऑनलाइन मौजूद रहे। महाराजा रणजीत सिंह तकनीकी शिक्षा यूनिवर्सिटी (एम.आर.एस.पी.टी.यू) के विद्यार्थी विभिन्न सेवाएं जैसे कि अस्थाई डिग्री सर्टिफिकेट (पी.डी.सी) ट्रांसक्रिप्ट, दस्तावेज़ / डिग्री / नंबर कार्ड (डी.एम.सी.) में संशोधन, तस्दीक, प्रमाण पत्र आदि सेवाएं प्राप्त करने के लिए के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र दे सकेंगे।
विद्यार्थी पोर्टल के स्टूडैंट लॉगइन में जाकर ऑनलाइन फीस भर सकते हैं और दस्तावेज़ की कॉपियां ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं। कोरोना महामारी के मद्देनजऱ एम.आर.एस.पी.टी.यू की इस विलक्षण पहलकदमी के लिए बधाई देते हुए श्री चन्नी ने पंजाब तकनीकी शिक्षा विभाग, पंजाब तकनीकी शिक्षा बोर्ड और आई.के.जी.पी.टी.यू, कपूरथला के अधिकारियों को हिदायत की है कि वह भी बिना किसी देरी के विद्यार्थियों को सेवाएं प्रदान करने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल की शुरूवात करें। मंत्री ने कहा कि कोविड संकट के दौरान ऑनलाइन प्रशासनिक सेवाएं और कक्षाएं विद्यार्थियों के लिए एक बहुत बढिय़ा विधि हैं, जिससे उनकी पढ़ाई का कोई नुकसान न हो।
मंत्री ने अधिकारियों को ऑनलाइन सेवाएं प्रदान करने वाली प्रणालियों को चलाते समय ऑनलाइन धोखाधडिय़ों की गतिविधियों से और ज्य़ादा सावधान रहने के लिए भी कहा। तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव श्री अनुराग वर्मा ने इस मौके पर अपने विचार साझे करते हुए मंत्री को भरोसा दिया कि जल्द ही ऑनलाइन सेवाएं प्रदान करने वाली ऐसी प्रणालियों को तकनीकी शिक्षा विभाग और बोर्ड में लागू किया जाएगा। इसके अलावा आई.के.जी.पी.टी.यू. को इस तजऱ् पर एक हफ़्ते के अंदर ऑनलाईन सेवाएं शुरू करने के निर्देश दिए जाएंगे। महाराजा रणजीत सिंह तकनीकी शिक्षा यूनिवर्सिटी के उप कुलपति डॉ. मोहन पाल सिंह ईसर ने नए शुरू किये गए ऑनलाइन सेवाएं प्रदान करने वाले पोर्टल संबंधी जानकारी देते हुए बताया कि विद्यार्थी डाक खर्च का भुगतान करके डाक द्वारा दस्तावेज़ प्राप्त करने के विकल्प का चयन भी कर सकते हैं।
यूनिवर्सिटी का स्टाफ विद्यार्थियों के ऑनलाइन आवेदनों के साथ स्टाफ लॉगइन में जमा विवरणों को जाँचेगा। आवेदन की प्रक्रिया के बाद अपेक्षित दस्तावेज़ विद्यार्थी लॉगइन पर अपलोड किया जाएगा। यूनिवर्सिटी ने यह सुविधा भी मुहैया करवाई है कि अगर डाक खर्च अदा किया जाता है तो यूनिवर्सिटी के कर्मचारी दिए गए शिपिंग विवरणों पर दस्तावेज़ पोस्ट करेंगे। यह प्रणाली यूनिवर्सिटी अकाऊंट मैनेजमेंट सिस्टम के साथ भी जुड़ी हुई है, जिससे भरी गई फीस की रसीदें अपने उचित श्रेणियों के अधीन वित्त पुस्तकों में शामिल हो जाएँ।