कोरोना पॉजिटिव मरीज करें प्लाज्मा का दान, फैलाव को रोकने के लिए टीमों का करे सहयोग- डीसी इश्फाक
गुरदासपुर, 6 अगस्त (मनन सैनी)। जिला गुरदासपुर में आईआईटी चेन्नई की तरफ से तैयार किया गया साफ्टवेयर इतिहास हॉटस्पोर्ट फोरकास्टिंग सिस्टम कमाल दिखा रहा है। जिसके चलते साफ्टवेयर की ओर से दर्शाए गए हॉट स्पॅाट एरिया से मरीज ट्रेस हो रहे है। जिनके सैंपल स्वस्थ्य विभाग की ओर से करवाए जा रहे है। सर्वे के दौरान कई संक्रमित सामने आ रहे है जिसमें एक ही परिवार के कई सदस्य भी शामिल है।
वहीं जिला गुरदासपुर में गुरुवार को 25 अन्य संक्रमित सामने आए है। जबकि गुरदासपुर के संत नगर निवासी 36 साल के पुरुष तथा गांव भंगवा के 67 साल की व्यक्ति की मौत हो गई। उक्त दोनो की मौत अमृतसर में हुई है। जबकि 41 अन्य संक्रमितों ने कोरोना से विजय प्राप्त की है।
गुरदासपुर के डिप्टी कमिश्नर मोहम्मद इश्फाक का कहना है कि जिले में अभी तक रोजाना करीब 1200 सैंपल लिए जा रहे है जिसे दो हजार तक रोजाना करने का लक्ष्य है। जिले में गुरदासपुर और बटाला में रैपिड़ एंटीजन टैस्टिंग कि उपलब्ध करवाई गई है, जिसके जरिए पांच मिनट में रिपोर्ट मिल जाती है। ऐसी किटे जल्द विभिन्न अस्पतालों में उपलब्ध करवाई जाएगी। वहीं सिवल अस्पताल गुरदासपुर में ट्रूॅनाट मशीन के जरिए दो घंटों में टैस्ट की रिपोर्ट मिल जाती है। वहीं बटाला में रोजाना 400 के करीब लोगो के सैंपल लिए जा रहे है।
जिले में इंतजामों संबंधी डीसी इश्फाक ने बताया कि लेवल-1 के तहत कोविड़ केयर सैंटर बनाए गए है, जहां 1300 बैड़ का प्रंबंध है। जबकि लैवल 2 जिसमें सीरियस मरीज दाखिल किए जा सकते है उनके लिए 140 बेड़ बनाए गए है। वहीं लैवल 3 बेहद गंभीर मरीजों को जी.एम.सी अमृतसर में रैफर किया जाता है।
वहीं डीसी ने अपील करते हुए कहा कि सरकार की ओर से अमृतसर में प्लाजमा बैंक स्थापित किया जा रहा है। उन्होने जिले के जो पीड़ित मरीज ठीक हुए है उन्हे अपील की कि वह अपना प्लाजमा जरुर दान करें। डीसी ने बताया कि जिन अधिकारियों को कोरोना हुआ था, उनकी ओर से भी प्लाजमा दान करने की सहमति दी गई है। वही उन्होने आम लोगो से अपील की कि लोग सैंपल लेने आई टीमों का सहयोग करें।
जिला गुरदासपुर में कहां कहां पाए गए संक्रमित
पुरानी कनक मंडी में 2 केस, गांव चावा का 1, शंकर नगर में 1, भुल्लर रोड़ (बटाला), लौंगेवाल, धारीवाल, सोहल, गांव मगराला (दीनानगर) के 9, लोहगढ़ के 2, श्रीहरगोबिंदपुर का एक तथा तिब्बड़ आदि के मरीज शामिल है।