CORONA ਗੁਰਦਾਸਪੁਰ

नर्क सा जीवन व्यतीत करने को मजबूर है 22 परिवार,आधार कार्ड और नीले कार्ड जैसी सरकारी सुविधाओं से वंचित है यह परिवार

नर्क सा जीवन व्यतीत करने को मजबूर है 22 परिवार,आधार कार्ड और नीले कार्ड जैसी सरकारी सुविधाओं से वंचित है यह परिवार
  • PublishedJuly 15, 2020

डीसी गुरदासपुर का कहना जल्द अधिकारियों को भेज कर देखेंगे मौका

गुरदासपुर, 15 जुलाई (निखिल)। आज हम बात करने जा रहे हैं उन 22 के करीब परिवारों की जो  आजाद भारत के वह बाशिंदे हैं जिन्हें आजादी के दशकों बीत जाने के बावजूद भी नर्क जैसे जीवन व्यतीत करना पड़ रहा है। न तो बिजली और न ही साफ सुथरा पानी पीने को इन लोगों को नसीब हो रहा है और करोना महामारी के दौर में सरकार की नजर अभी तक इन लोगों पर नहीं पड़ी है, क्योंकि न तो इन लोगों के पास कोई आधार कार्ड है और सरकार की ओर से मिलने वाली सुविधाओं से यह लोग आज भी महरूम है।
झुग्गी झोपड़ी में नर्क सा जीवन व्यतीत कर रहे लोग

गुरदासपुर के पंडोरी रोड स्थित गांव राम नगर में खेतों में डेरा लगा कर रह रहे यह झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले 20-22 परिवार आज के इस दौर में भी नर्क सा जीवन व्यतीत करने को मजबूर हैं। गांव के बाहर खुले खेतों में डेरा जमां कर रह रहे इन परिवारों की सुध लेना वाला कोई नहीं है। इन दिनों जब गर्मी के चलते लोगों का जीना मुश्किल हुआ पड़ा है वहीं यह लोग अपने छोटे छोटे बच्चों के साथ जिंदगी बीतने के लिये मजबूर हैं। न तो यहां स्वच्छ पानी की कोई सुविधा है जिस कारण बीमारियों की चपेट में यह कब आ जायें कुछ नहीं कहा जा सकता।

बिजली पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित यह परिवार
काबिले जिक्र है कि यह झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले परिवारों की सुध लेने वाला कोई नहीं है, जहां यह लोग खेत में रह रहे हैं उसके चारों और इन दिनों धान की रोपाई हुई पड़ी है। आस पास गंदगी का आलम है। इन सब के बीच जहां यह लोग रह रहे हैं वहां कोई न तो बिजली की सप्लाई है और न ही पीने योग्य साफ सुथरा पानी। इन दयनीय हालातों के बीच यह परिवार अपना और अपने परिवार के साथ जीवन बसर कर रहे हैं। इन लोगों पर सरकार की नजर अभी तक नहीं पड़ी, क्योंकि न तो इन लोगों के अभी तक कोई आधार कार्ड बनाये गये हैं और न ही इन लोगों को सरकार की ओर से मिलने वाली कोई सुविधा प्राप्त हो रही है।

अपनी और अपने बच्चों की जिंदगी दाव पर लगा कर रहे हैं यह परिवार
वर्णनीय है कि इस दायनीय हालातों में जिंदगी व्यतीत कर रहे यह लोग अपनी और अपने बच्चों की जिंदगी दाव पर लगा कर रहने को मजबूर हैं। क्योकि इन दिनों बरसात के मौसम में जहां सांैप बिच्छु आदि अक्सर खेतों से निकल कर इनकी झुग्गी आदि में चले आते हैं रात के वक्त जब अंधेरा होता है तो इन जहरीले कीड़ों के आने का खतरा और ज्यादा बढ़ जाता है। वहीं खेतों के बीच जहां यह लोग रह रहे हैं वहीं उसके उपर से बिजली की हाई वोल्टेज लाइन गुजरती है। जिससे हर वक्त इन पर जान जाने का जौखिम बना रहता है। क्योंकि पहले भी एक बड़ा हादसा इन परिवारों के साथ हो चुका है जिसमें बिजली की हाई वोल्टेज लाइन के गुजरने से इन परिवारों का एक छोटा बच्चा करंट लगने से मर गया था।

समाज सेवी संस्थाएं मात्र फोटो खिंचवाने तक सीमित
वहीं बात करें नगर की समाज सेवी संस्थाओं की तो हां यहां अक्सर समाज सेवी संस्थाएं आकर इन परिवारों को खाने की सामग्री व कपड़े आदि देकर इनका गुजारा चलाती हैं। लेकिन वह भी मात्र कुछ फल आदि देकर इन फोटो खिंचवाने तक ही सीमित हैं, इनकी समस्या का कोई स्थाई हल करने की ओर किसी संस्था आदि ने दिलचस्पी नहीं दिखायी। वहीं पिछले दिनों एक संस्था ने इनके बच्चों को शिक्षित बनाने के लिये उनका दाखिला सरकारी स्कूल में करवाया था। लेकिन लाकडाउन के चलते इन बच्चों ने स्कूल जाना बंद कर दिया और फिर से अपने माता पिता के साथ वह भीख मांगने के लिये चले जाते हैं।

भीख मांग कर गुजारा करते हैं यह परिवार
यह सभी परिवारों की रोजी रोटी चलती है नगर में भीख आदि मांग कर यह परिवार अक्सर अपने छोटे छोटे बच्चों को साथ लेकर भीख आदि मांगने केलिये शहर की ओर रुख करतेहैं और नगर के विभिन्न चौंक आदि में बैठ कर पूरा दिन भीख आदि मांग कर अपना पेट पालते हैं। लेकिन फिर बारिश आदि के दिनों में इन्हें खाने तक के वांदे हो जाते हैं।

करोना की चपेट में आने का है बड़ा खतरा
करोसा महामारी के इस दौर में इस कुनबे में साफ सफाई का आभाव होने के कारण यहां हर वक्त करोना फैलने का खतरा बना हुआ है। क्योंकि यह लोग अक्सर शहरी इलाके में आकर होटलों के आगे विभिन्न चौंक में बैठ कर भीख आदि मांगते हैं, अगर यह लोग करोना की चपेट में आते हैं तो यह इस महामारी को आगे जल्दी फैला सकते हैं क्योकि यह पहले ही गंदगी आदि के बीच रहते हैं, इस लिये प्रशासन को चाहिये कि समय रहते इनके टेस्ट किये जायें और एतियात केतौर पर इन झुग्गी झोपड़ी में रहने वालों की साफ सफाई की ओर ध्यान दिया जाये।

जल्द बीडीओ को भेज कर देखा जायेगा मौके – डीसी इश्फाक
इस संबंधी जब डिप्टी कमिश्नर गुरदासपुर मोहम्मद इशफाक से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला उनके ध्यान में आया है वह जल्द ही किसी अधिकारी की डयूटी लगा कर मौका देखने के लिये भेजेंगे और प्रशासन की ओर से बनती हर संभव सहायता इन लोगों की की जायेगी क्योंकि वह भी देश के नागरिक हैं।

Written By
The Punjab Wire