गुरदासपुर। कोविड़-19 के कारण पाकिस्तान में फंसे कादियां निवासी भारतीय परिवारों की वापसी के लिए पंजाब कम गिनती कमिसन उनकी मदद के लिए आगे आया है। प्रोफेसर इंमानुंएल नाहर चेयरमैन पंजाब राज्य कम गिनती कमिशन ने मुख्य मंत्री पंजाब को एक पत्र लिखा है। जिसमें कहा गया है कि नसीर अहमद कमर निवासी मोहल्ला अहमदियां, कादियां जिला गुरदासपुर ने उन्हे आगाह किया है कि उनके पुत्र रफीक अहमद की पाकिस्तान की रहने वाले उसकी उमेरा रफीक के साथ लगभग 13 साल पहले उसकी शादी हुई थी।
वह मार्च महीने में अपनी पाकिस्तानी नागरिक पत्नी उमेरा शरीफ और एक साल की बेटी आयशा रफीक के साथ पाकिस्तान ससुराल परिवार को मिलने के लिए गया था। कोरोना वायरस के कारण भारत पाक बार्डर बंद होने के कारण वह वहीं फंस गये। रफीक अहमद की पत्नी उमेरा का भारत वापसी के लिए जारी नूरी वीजा भी 2 जून को समाप्त हो चुका है। भारतीय दूतावास इस्लामाबाद ने उनके बेटे रफीक अहमद को सूचना दी है कि वह अपनी बेटी के साथ 23 जून को वापसी के लिए तैयार रहे। जबकि उसकी पत्नी की भारत वापसी पाकिस्तान में फंसे सारे भारतीयों की पाकिस्तान से वापसी के बाद ही हो सकेगी।
नसीर अहमद ने गुहार लगाई है कि आयशा रफीक जोकि एक साल की है और वह अपनी मां के दूध पर ही निर्भर करती है और इसके लिए उनकी बहूं की वापसी रफीक के साथ ही की जाए तथा उसके भारत वापसी के लिए नूरी वीजे में कोविड़-19 के आधार पर इजाफा किया जाए।
वही चेयरमैन प्रोफेसर इमानुऐल नाहर ने मुख्यमंंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को लिखे पत्र में निवेदन किया है कि नसीर अहम कमर की गुहार को मुख्य रखते हुए हमदर्दी के साथ विचार करते हुए यह मामला विदेश मंत्रालय भारत सरकार के पास टेक एप करके इन परिवारों की पाकिस्तान से भारत वापिसी संभव करवाए। इसके इलावा गृह मंत्रालय और न्याय विभाग पंजाब की ओर से उमेरा शरीफ को दिया गया नूरी वीजा आगे बढ़ाने की भी सिफारिश की गई है।