खालिस्तानी एजंडे के हिस्सेके तौर पर राज्य में सुनियोजित कत्ल करने के लिए बनाई थी योजना- डी.जी.पी.
सह -दोषी के साथ मिलकर सरहद पार से प्राप्त किये थे घाटक हथियार
चंडीगढ़, 2 जून:पंजाब पुलिस ने लुधियाना में हाल ही में घटी 2 किलो सोनो की डकैती के दोषी सरगने को गिरफ़्तार किया है जिसने राज्य की शान्ति और सांप्रदायिक सदभावना को भंग करने के लिए खालिस्तान समर्थकी एजंडे के हिस्से के तौर पर सुनियोजित कत्ल को अंजाम देने के लिए फंड एकत्रित करने की योजना तैयार की थी।
संगठित क्राइम कंट्रोल यूनिट (ओ.सी.सी.यू.) की एक विशेष टीम ने एस.ए.एस.नगर से अति वांछित गैंगस्टर -आतंकवादी को गिरफ़्तार किया, जिसकी पहचान तेजिन्दर सिंह उर्फ तेजा उर्फ जुझार सिंह, निवासी महदपुर, थाना बलाचौर (जि़ला एस.बी.एस. नगर) के तौर पर हुई है।
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने खुलासा किया कि दोषी तेजिन्दर के पास से पंजाब पुलिस की वर्दी का एक सैट, सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) जोकि केंद्रीय गृह मंत्रालय का अर्ध सैनिक बल है, का एक आईडी कार्ड बरामद किया गया था, जो जनवरी, 2020 में खरड़ (नज़दीक एस.ए.एस. नगर) से टोयोटा फॉर्चूनर छीनने की एक घटना में मुख्य मुलजिम भी था।
गुप्ता ने कहा कि मुलजिम ने कथित तौर पर आतंकवादी कार्यवाहियों समेत कई तरह के अपराधों के प्रतिबंधित क्षेत्रों तक पहुँच प्राप्त करने के लिए वर्दी और कार्ड आदि का प्रयोग करने की योजना बनाई थी। उन्होंने कहा कि दोषी से स्पष्ट तौर पर राज्य की उच्च सुरक्षा का खतरा बन गया है।
पुलिस ने तेजिन्दर के कब्ज़े में से एक 30 बोर की चीनी पिस्तौल, 10 कारतूस और एक शैवरलेट आपटरा कार भी बरामद की है। जांच से पता लगा है कि उसने गिरफ़्तारी से बचने के लिए अन्य नकली आईडी कार्ड जैसे कि आधार कार्ड, नोयडा (यूपी) से ड्राइविंग लायसेंस भी तैयार किये थे। डीजीपी ने कहा कि भागते समय वह दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के विभिन्न स्थानों पर छिपा रहा।
तेजा पहले भी कत्ल, कत्ल की कोशिश, कार छीनने, डकैती आदि 25 से अधिक अपराधिक मामलों में शामिल होने के कारण गिरफ़्तार किया गया था। उसने और खुलासा किया कि वह कट्टड़पंथी था और कुछ कट्टर आतंकवादियों द्वारा सुनियोजित कत्ल करने के लिए प्रेरित किया गया था और उनके संपर्क में वह अलग-अलग जेलों में बंदी के दौरान आया था।
प्राथमिक पूछताछ के दौरान तेजिन्दर सिंह उर्फ तेजा ने यह भी खुलासा किया कि वह और उसका नज़दीकी साथी रछपाल सिंह उर्फ दोला निवासी गाँव भुच्चर कलां (जि़ला तरन तारन) मोड़ और तलवंडी साबो में एसबीआई की मुख्य शाखाओं से करैंसी लेने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एक बैंक कैश वैन लूटने की योजना बना रहे थे। उन्होंने इस संबंधी रास्ता भी चैक कर लिया था और अन्य जांच भी की थी।
दिसंबर, 2019 में जेल से रिहा होने के बाद वह और रछपाल सिंह उर्फ दोला, जो पहले सरहद पार से नशे और हथियारों की तस्करी में शामिल होने के कारण जेल में थे, ने सरहद पार से अत्याधुनिक हथियार प्राप्त किये। यह अब जि़ला तरन तारन में कत्ल के एक ताज़ा मामले में फऱार था। डीजीपी ने कहा कि वह ऑटोमैटिक हथियारों /नशों की नयी खेप की भी उम्मीद कर रहे थे।
तेजिन्दर सिंह उर्फ तेजा और उसके साथियों के खि़लाफ़ स्टेट स्पैशल ऑपरेशन सैल (एसएसओसी) एसएएस नगर में गैर-कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) कानून की और सम्बन्धित धाराओं के अंतर्गत अपराधिक केस दर्ज किया गया है। इस संबंधी अगली जांच जारी है।