गुरदासपुर। स्थानीय बस स्टैंड पर निजी बसों के मालिकों ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए रोष प्रदर्शन किया ।इस संबंधी ट्रांसपोर्टर सुखबीर सिंह ,हरदयाल सिंह, हरजिंदर सिंह ने संयुक्त तौर पर बताया कि राज्य सरकार द्वारा बस पर केवल 25 सवारियां बैठाने की जो नियम लागू किए गए हैं वे उन को कतई मंजूर नहीं हैं। उनकी बसों में 56 सवारी बैठाने का प्रावधान है।
उन्होने कहा कि पठानकोट से अमृतसर तक के रास्ते में दो टोल प्लाजा पड़ते है इस दौरान जहां टोल प्लाजा पर उन्हें फीस जमा करवानी पड़ती है। वहीं पठानकोट से अमृतसर तक उनका करीब 5 से 6 हजार रुपए का खर्च आता है।
अपनी व्यथा सुनाते हुए उक्त ने कहा कि लॉक डाउन के कारण पिछले दो माह से बसे बंद पड़ी है। उनका कारोबार ठप्प हो गया है। उनकी हालत इतनी बदतर हो चुकी है कि ट्रांस्पोटरों का गुजारा चलाना मुशकिल हो गया है। सरकार की ओर से कोई राहत देने की बजाए उन्हे 25 सवारियां बिठा कर चलने के फरमान जारी कर दिए गए है। जो महज घाटे का सौदा है इससे अच्छा उनका बसे बंद खड़ी रहे। उन्होने कहा कि जब तक सरकार फुल सवारी बिठाने की अनुमति नही देती तथा तक निजी बस चालक बसे नही चलाएगें। उन्होने कहा कि यां तो सरकार हमारे मांगे माने या रियायते दें ताकि ट्रांस्पोटरों को घाटा न झेलना पड़े।