कैदी के संपर्क में आने वाले सभी पाए गए नैगेटिव, जिले में जल्द शुरु होगी निजी टैस्टिंग लैब–डीसी मोहम्मद इश्फाक
लाॅक डाउन कोई हल नही, लोगो को बरतनी होगी सावधानी- विधायक पाहड़ा
गुरदासपुर (मनन सैनी)। जिले में चार अन्य श्रदालु पॅाजिटिव आने के साथ गुरदासपुर जिले का आंकड़ा 89 पर पहुंच गया है। उक्त चार मरीजों में तीन श्रदालु श्री हजूर साहिब से लौटे थे तथा एक उन्हे लेकर आने वाला पंजाब रोड़वेज का ड्राइवर है। उक्त दीनानगर तथा डेरा बाबा नानक हलके से संबंधित है। अब तक जिले में कुल 1608 सैंपल लिए गए है, जिसमें से 1176 नैगेटिव आए है तथा 343 के नतीजे पेडिंग है।
गौर रहे कि गत देर रात कुल 85 मरीज पाए गए थे। जिनमें एक संत नगर के समाज सेवी, गांव भून की एक महिला, बटाला में एक कैदी को छोड़ ज्यादतर शेष सभी लोग श्री हजूर साहिब से आए श्रदालु थे।
वहीं डीसी गुरदासपुर मोहम्मद इश्फाक ने बताया कि कैदी के संपर्क में आने वाले सभी की रिपोर्ट नैगेटिव पाई गई है। जबकि समाज सेवी तथा गांव भून के संपर्क में आने वालों की रिपोर्ट भी जल्द आने वाली है। डीसी ने कहा कि गुरदासपुर में कोरोना के सभी मरीज बाहर से आए थे। जिसमें समाज सेवी भी अमृतसर दवाई लेने के लिए गया था, वहीं महिला भी हिमाचल के बद्दी में काम करती थी तथा कैदी भी पटियाला से लाया गया था। वहीं जिले में एक केस कादियां से है जो मोहाली में जाकर पाॅजिटिव पाया गया है। टैस्टिंग के नतीजें देर से आने संबंधी डीसी ने कहा कि सरकार की ओर से लाल पैथ लैब में टैस्टिंग शुरु हो चुकी है। जिला गुरदासपुर में भी लैब वाले ट्रेनिंग के लिए गए है तथा जिले में भी जल्द टैस्टिंग शुरु हो जाएगी।
वहीं विधायक बरिंदरमीत सिंह पाहड़ा ने कहा कि कोरोना वायरस संबंधी लोगो को खुद सुचेत होना है। कोरोना से लड़ाई लंबी है तथा इसका इलाज जब तक नही आ जाता हमें खुद अपना लाईफ स्टाईल बदलना होगा। एक उदाहरण देते हुए पाहड़ा ने कहा कि यह ठीक ऐसे है जैसे एक सांप हमारी टांगों के उपर से निकलता है परन्तु वह तब तक हमें कुछ नही कहता जब तक हम उसे छेड़ते नही। इसी तरह कोरोना वायरस से बचाव के तरीके जैसे मास्क, सैनेटाईजर या साबुन से हाथ धोना, आंखे न मलना, सुबह उठ कर गर्म पानी पीना इत्यादि से कोरोना से बचाव के तरीके है।
पाहड़ा ने कहा कि उन्हे कई लोगो के फोन आए कि दुकाने, इत्यादि बंद करवा दें परन्तु अगर 15 दिन दुकाने बंद करवाने के उपरांत 16 वें दिन हम क्या करेंगे। इसलिए हमें कोरोना से खुद बचाव करना है। उन्होने बताया कि कई लोग खुद सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करें, खुद अहतियात बरत कर कोरोना वायरस से बच सकते है। उन्होने कहा कि हमें अपना लाईफ स्टाइल बदलना है। कोरोना वायरस की जब तक वैक्सीन नही आ जाती तब तक यह हमारा समाज का हिस्सा है। जिससे हमें खुद अहतियात बरत कर बचना है।