सिख श्रद्धालुओं के नाम पर राजनैतिक ज़मीन तलाश कर रहा अकाली दल
यदि अकालियों ने कोरोना के विरुद्ध जंग में हिस्सा नहीं डालना है तो रोड़े भी न अटकाएं
नुक्ताचीनी की जगह हरसिमरत केंद्र से गेहूँ की खऱीद पर लगाई गई कटौती वापस करवाए
चंडीगढ़, 5 मई: शिरोमणि अकाली दल के नेताओं पर हजूर साहिब से आए श्रद्धालुओं का हाल-चाल जानने की बजाय संकुचित राजनीति करने के दोष लगाते हुए पंजाब के ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा ने कहा है कि कोई भी अकाली नेता राज्य में एक जगह भी श्रद्धालुओं को हौसला देने नहीं गया।
बाजवा ने आज यहाँ पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कहा कि अपनी राजनैतिक सा$ख गवा चुका अकाली दल सिख श्रद्धालुओं के मुद्दे पर बेबुनियाद बयानबाज़ी करके सिखों और पंजाबियों में फिर अपनी सा$ख बनाने का असफल यत्न कर रहा है। उन्होंने कहा कि हिंदोस्तान के कुछ एक गिने-चुने अमीर परिवारों में शुमार बादल परिवार के एक भी व्यक्ति ने पंजाब सरकार द्वारा कोरोना के विरुद्ध लड़ी जा रही जंग में एक पैसे का योगदान भी नहीं दिया। साथ ही बादल परिवार के तीनों व्यक्तियों द्वारा सरकार से ली जा रही बड़ी पैंशनों और वेतनों में से भी एक पैसा भी मुख्यमंत्री राहत कोष में नहीं दिया।
पंचायत मंत्री ने कहा कि बादल परिवार की निजी हित, परिवारवाद और मनगढ़ंत नीतियों के कारण शिरोमणि अकाली दल बादल और मजीठिया परिवार तक ही सीमित होकर रह गया है। उन्होंने कहा कि सुखबीर सिंह बादल, हरसिमरत कौर बादल और बिक्रम सिंह मजीठिया के बिना एक भी अकाली नेता इनकी तरह झूठी और बेबुनियाद बयानबाज़ी नहीं कर रहा। कैबिनेट मंत्री ने बादल परिवार से सवाल करते हुए कहा कि अगर उनके मन में लोगों के प्रति किसी तरह की भी हमदर्दी थी तो उन्होंने कोरोना के विरुद्ध अपनी जी-जान लगाकर लड़ाई लड़ रहे डॉक्टरों और अन्य पैरा मैडीकल स्टाफ के लिए अपने न्यू चंडीगढ़ स्थित होटल में डॉक्टरों के ठहरने के लिए एक भी कमरा क्यों नहीं दिया। उन्होंने साथ ही पूछा कि नांदेड़ साहिब के सिख श्रद्धालुओं के प्रति बहुत प्यार जता रहा अकाली दल ने उनको पंजाब वापस लाने के लिए कितनी बसें भेजीं।
बाजवा ने कहा कि हजूर साहिब के गुरुद्वारा लंगर साहिब के 26 सेवकों के कोरोना रोगी होने की पुष्टि हो जाने के बाद शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल समेत सभी अकाली नेताओं को माफी मांगनीचाहिए, जो नांदेड़ से वापस आए श्रद्धालुओं के कोरोना रोगी होने के पीछे किसी साजिश होने का झूठा और गुंमराह करने वाला प्रचार करके कोरोना के विरुद्ध जंग लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मियों का हौसला तोडऩे का गुनाह करते आ रहे हैं। श्री बाजवा ने कहा कि केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल को पंजाब सरकार द्वारा कोरोना के विरुद्ध लड़ी जा रही जंग में रोड़े अटकाने की जगह अपनी हिस्सेदार केंद्र की मोदी सरकार पर दबाव डाल कर गेहूँ के खऱीद मुल्य में कटौती करने के फैसले को वापस लें, जिससे इस मुश्किल घड़ी में राज्य के किसानों को भारी आर्थिक नुकसान से बचाया जा सके।
उन्होंने कहा कि अकाली नेताओं को चाहिए कि पंजाब को अपने हिस्से के टैक्सों की बकाया रकम जारी करने के साथ-साथ पंजाब को कोरोना के विरुद्ध लड़ाई लडऩे के लिए अपेक्षित आर्थिक मदद दिलाने के लिए भी केंद्र सरकार पर दबाव डालें।