जापानी मशीनें पुलिसकर्मियों द्वारा ड्यूटी के दौरान इस्तेमाल किए जा रहे बैरीकेड, कुर्सियों आदि की कर रही हैं सैनेटाईज़ेशन-डी.जी.पी.ड्यूटी पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों को मास्क, दस्ताने मुहैया करवाए
आईसोलेशन वॉर्डों में ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों को पी.पी.ईज़ /बायोहैज़ार्ड सूट मुहैया करवाए
चंडीगढ़, 17 अप्रैल: कोविड-19 संकट से लडऩे के लिए अगली कतार में डटे पुलिसकर्मियों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए पंजाब पुलिस द्वारा उनकी डॉक्टरी जांच के लिए मोबाइल क्लीनिक शुरू किए गए हैं और कुल 43000 पुलिस मुलाजि़मों में से 30,567 का मैडीकल चैकअप पहले ही किया जा चुका है।
डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि कफ्र्यू के लागूकरण और राहत कार्यों के लिए दिन में 3 शिफ्टों के दौरान अगली कतार में काम कर रहे पुलिसकर्मियों की डाक्टरी जांच के लिए मोबाइल पुलिस क्लीनिक राज्य के सभी 7 पुलिस रेंजों और पुलिस कमिश्नरेटों में काम कर रहे हैं। कई जिलों में पुलिसकर्मियों ख़ासकर नाकों पर ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों की फ्लू या किसी अन्य बीमारी के लक्षणों की जांच के लिए सिविल अस्पताल के डॉक्टरों की सहायता ली जा रही है। डीजीपी ने कहा कि हर दूसरे दिन हरेक कर्मचारी की बार-बार जांच की जाएगी, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोरोनवायरस के संभावित ख़तरे के नतीजे के तौर पर उनमें कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं है।
गुप्ता ने कहा कि जिलों के एसएसपीज़ द्वारा विस्तृत निर्देश पहले ही जारी किए जा चुके हैं, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि राज्य में कोरोनावायरस के फैलाव को रोकने के लिए लगाए गए कफ्र्यू के दौरान आगे होकर अपनी ड्यूटियां निभा रहे सभी पुलिस मुलाजि़म तंदुरुस्त और सुरक्षित रहें। डी.जी.पी. ने कहा कि लॉकडाउन के अमल के लिए ड्यूटी पर तैनात सभी पुलिस मुलाजि़मों को मास्क, दस्ताने और हैंड सैनेटाईजऱ मुहैया करवाए गए हैं और अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्डों या आस-पास के क्षेत्रों में तैनात पुलिसकर्मियों को पीपीईज़ / बायोहैज़ार्ड सूट मुहैया करवाए गए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस मुलाजि़मों की सुरक्षा के लिए सभी रेंजों और सी.पीज़ को अब तक 2.5 लाख मास्क, 788 पीपीई किटें और तकरीबन 2.5 लाख हैंड सैनेटाईजऱ बाँटे गए हैं।
श्री गुप्ता ने बताया कि कोविड -19 संकट के मद्देनजऱ ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों द्वारा सभी ज़रूरी सावधानियां बरती जा रही हैं और जिलों में पुलिसकर्मियों को डॉक्टरी सहायता मुहैया करवाई जा रही है और कोविड -19 के फैलाव को रोकने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों की सख्ती से पालना की जा रही है। गर्मी से बचाव के लिए बैरीकेटों के नज़दीक टैंट और छाते लगाए गए हैं और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले बैरीकेटों, कुर्सियों और अन्य चीज़ों की सैनेटाईजेशन को यकीनी बनाने के लिए सीपी / लुधियाना और एसएसपी / पटियाला द्वारा एक विशेष जापानी मशीन, जो 10 प्रतिशत सोडियम हाईपोक्लोराईट घोल के साथ दोनों तरफ़ 70 फुट का दायरा कवर करती है, का प्रयोग किया जा रहा है। डी.जी.पी. के अनुसार बी.पी., शुगर और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे पुलिस मुलाजि़मों को ड्यूटी वाली जगह पर ही दवाएँ और मल्टी विटामिन मुहैया करवाए जा रहे हैं।
कफ्र्यू के बेहतर प्रबंधन के लिए जि़ला पुलिस द्वारा किराये पर व्हीकल लिए गए हैं, जिससे लॉकडाउन को लागू करने में अगली कतार के पुलिस मुलाजि़मों के यत्नों को और बल दिया जा सके। ड्यूटी पर तैनात सभी पुलिस मुलाजि़मों को उच्च प्रोटीन आहार और पानी / नीबू पानी समेत खाने के पैकेट मुहैया करवाए जा रहे हैं। डीजीपी ने आगे बताया कि कफ्र्यू का उल्लंघन करने वाले क्षेत्रों की पहचान करने के लिए ड्रोन का प्रयोग किया जा रहा है जिससे पुलिस मुलाजि़मों को ड्यूटी के दौरान मदद मिलेगी।
पुलिस मुलाजि़मों की तैनाती का जि़क्र करते हुए डीजीपी ने कहा कि पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती के मद्देनजऱ उनको तीन शिफ्टों में तैनात किया जा रहा है और वायरस के प्रभाव से बचने के लिए सामाजिक दूरी बनाए रखने सम्बन्धी नियमों की भी पालना की जा रही है। पुलिस मुलाजि़मों को संवेदनशील करने के लिए उठाए गए कदमों संबंधी बात करते हुए डीजीपी ने कहा कि पुलिसकर्मियों से सामाजिक दूरी, सैनेटाईजेशन जैसे पहलुओं पर जानकारी वाले वीडियो, लैक्चर, लीफलैट्स आदि नियमित तौर पर साझे किये जा रहे हैं, जिससे लॉकडाउन के दौरान अपनी ड्यूटियों निभाते समय वह सभी सावधानियां बरतें।
मोबाइल वैनों द्वारा अब तक की गई डॉक्टरी जांच संबंधी डीजीपी ने बताया कि पटियाला रेंज में सबसे अधिक 5791 पुलिस मुलाजि़म बॉर्डर रेंज में 5396, आईजीपी जालंधर रेंज के 3327, रूपनगर रेंज में 3002, बठिंडा रेंज में 2264, फिऱोज़पुर रेंज में 2055 और लुधियाना रेंज में 1332 पुलिस मुलाजि़मों की जांच की गई है। इसके अलावा कमिश्नरेट ऑफ पुलिस लुधियाना में तकरीबन 3700 पुलिस मुलाजि़मों की डॉक्टरी जांच की गई है। इसके साथ ही कमिश्नरेटज़ ऑफ पुलिस अमृतसर और जालंधर में क्रमवार 2500 और 1300 पुलिस मुलाजि़मों की जांच की गई है।—————