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सुखबीर सिंह बादल ने ई-टोकन सिस्टम की विफलता के बाद मुख्यमंत्री से सुधारात्मक प्रबंध करने के लिए कहा

सुखबीर सिंह बादल ने ई-टोकन सिस्टम की विफलता के बाद मुख्यमंत्री से सुधारात्मक प्रबंध करने के लिए कहा
  • PublishedApril 17, 2020

मुख्यमंत्री से यह भी कहा कि वह विधायकों को सामाजिक दूरी संबधी नियमों का उल्लंघन करके मंडियों में भीड़ करने से रोके

मुख्यमंत्री से किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए आढ़तियों के सभी लंबित मुद्दे हल करने के लिए कहा

चंडीगढ़/17अप्रैलः शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा कि पंजाब में ई-टोकन सिस्टम पूरी तरह विफल हो गया है। उन्होने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से कहा है कि चल रहे गेहूं की खरीद के सीजन के दौरान राज्य की मंडियों में अराजकता का माहौल पैदा होने से रोकने के लिए वह तत्काल उचित कदम उठाए।

यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि सिर्फ ई-टोकन सिस्टम ही विफल नही हुआ है, बल्कि मंडियों में आवश्यक बोरियों की कमी, सफाई तथा प्राथमिक सुविधाओं की कमी तथा खरीद की प्रक्रिया में आढ़तियों का सहयोग न होना आदि प्रशासन की गेहूं की खरीद संबधी अधूरी तैयारियों की पोल खोलता है। उन्होने कहा कि ऐसा लगता है कि ज्यादातर योजनाएं सिर्फ कागजों पर ही रह गई हैं, क्योंकि सरकार द्वारा की घोषणाओं तथा वास्तविक हकीकत में बहुत बड़ा अंतर है।

सरदार बादल ने कहा कि कांग्रेसी विधायकों तथा मंत्रियों के गैर जिम्मेदाराना व्यवहार द्वारा इन समस्याओं में ज्यादा बढ़ोतरी कर रहा है, जोकि सामाजिक दूरी संबधी नियमों को ताक पर रखते हुए मंडियों में चक्कर मार रहे हैं। उन्होने मुख्यमंत्री से कहा कि वह तत्काल कांग्रेसी विधायकों तथा मंत्रियों के लिए दिशा निर्देश जारी करें कि वह सिर्फ मीडिया में प्रसिद्धि लेने के लिए मंडियों में भीड़ करके किसानों के स्वास्थ्य को खतरे में न डाले। उन्होने कहा कि सामाजिक दूरी संबधी नियमों का उल्लंघन करने वाले हर व्यक्ति के खिलाफ उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।

किसानों को पेश आ रही समस्याओं के बारे में बोलते हुए सरदार बादल ने कहा कि मंडियों में जाने के लिए ई-पास जारी करने वाले ऐप को लेकर बहुत भ्रांति फैली हुई है। किसानों को अपने मोबाईल फोनों पर ई-टोकन प्राप्त करने में कठिनाईयां पेश आ रही हैं। उन्होने कहा कि बहुत सारे किसानों के पास स्मार्ट फोन ही नही है। उन्होने कहा कि किसान यह भी मांग कर रहे हैं कि खरीद की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए मंडी में आने से पहले गेहूं की ट्राली का धर्म कंडों पर वजन तोलने की आज्ञा दी जाए। उन्होने कहा कि इसका एक अन्य समाधान यह है कि हर ब्लॉक में कंडे लगाए जाएं तथा किसानों को वहां फसल लाने के लिए कहा जाए।

अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि ज्यादातर मंडियों में बोरियों की कमी के कारण आने वाले दिनों में स्थिति ज्यादा भयावह हो सकती है। उन्होने कहा कि इस तरह की शिकायतें भी आई हैं कि मंडियों में पीने वाला पानी तथा साबुन जैसी प्राथमिक सुविधाएं भी उपलब्ध नही करवाई जा रही हैं। उन्होने किसानों को तुरंत अपनी तूड़ी समेटने की आज्ञा देने का आग्रह करते हुए कहा कि उन्हे 1 मई तक इंतजार करने के लिए न कहा जाए। उन्होने कहा कि किसान पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि ऐसा करने से तूड़ी की गुणवत्ता तथा उत्पादन पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ेगा, इसके अलावा यदि इसे तत्काल न संभाला जाए तो इससे आग लगने का खतरा बना रहता है।

सरदार बादल ने मुख्यमंत्री से व्यक्तिगत तौर पर हस्तक्षेप करके हड़ताल पर गए आढ़तियों के सभी लंबित मसले हल करने की अपील की। उन्होने कहा कि आढ़ती अन्य मुद्दों के अलावा अपने 200 करोड़ रूपए का बकाया दिए जाने तथा मजदूरों का बीमा किए जाने की मांग कर रहे हैं। उन्होने कहा कि आढ़तियों को सख्त कार्रवाई की धमकी देने के बजाय किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए सरकार को उनसे बातचीत करनी चाहिए।

Written By
The Punjab Wire