ब्लाक काहनूवान के गांव भैणी पस्वाल का है मरीज, प्रशासन की ओर से गांव किया गया सील
अरोड़ा अस्पताल तथा विरदी अस्पताल के संपर्क में आया था मरीज, डाक्टरों के सैंपल लेकर अस्पताल किया सील
मनन सैनी
गुरदासपुर। जिला गुरदासपुर में ब्लाक काहनूवान के गांव भैणी पसवाल का एक 60 वर्षीय मरीज कोरोना पाजिटिव पाया गया है। जिसकी पुष्टी गुरदासपुर के सिवल सर्जन किशन चंद की ओर से की गई। उक्त मरीज कुछ दिनों पहले जालंधर के एक अस्पताल में अपने भाई का उपचार करवाने के लिए गया था। मरीज के भाई की मौत हो गई थी हालाकि प्रशासन की कहना है कि वह कोरोना नैगेटिव पाया गया था। मरीज जालंधर के अस्पताल में किसी संक्रमित मरीज के संपंर्क में आया क्योंकि वहां अस्पताल में अन्य कोरोना पाजिटिव मरीज भी थे। मरीज की हालत चिंताजनक होने के कारण उसे अमृतसर रैफर कर दिया गया है। जहां डाक्टरों के अनुसार उसे वैंटिलेटर पर भी रखा जाएगा। जहां फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
गांव भैणी पसवाल के तीन किलोमीटर दायरे को किया सील
मरीज के कोविड़-19 संक्रमित पाए जाने के बाद पूरे गांव भैणी पसवाल को सील कर दिया गया है।डीसी गुरदासपुर मोहम्मद इश्फाक, एसएसपी स्वर्णदीप सिंह, सिवल सर्जन गुरदासपुर खुद गांव में पहुंचे तथा उसे सील कर मरीज के परिजनों के सैंपल के लिए भेजा तथा पूरे गांव को सील किया। डीसी गुरदासपुर की ओर से भैणी पसवाल के तीन किलोमीटर के अंदर पडते दायरे को कांटेमिनेटिजड़ जोन घोषित कर दिया गया है। वहां र्क्फ्यू की सारी ढ़ील खत्म करने संबंधी आदेश जारी किए गए।
निजी अस्पताल को किया सील, डाक्टरों सहित स्टाफ के लिए सैंपल
मरीज के संक्रमित पाए जाने के बाद पूरे शहर में डर का माहौल फैल गया । जिसका कारण मरीज की ओर से बिमारी के दौरान सामने न आकर कई विभिन्न अस्पतालों में गया। मरीज की ओर से पुराना शाला स्थित विरदी अस्पताल, गुरदासपुर में शनि मंदिर रोड़ पर स्थित अरोड़ा अस्पताल (ड़ा वंदना अरोड़ा) के अस्पताल शनिवार को दाखिल भी हुआ। प्रशासन की ओर से विरदी अस्पताल के डाक्टरों तथा अरोड़ा अस्पताल के डाक्टरों तथा स्टार्फ नर्सों को टैस्ट लेकर अस्पताल सील कर दिए गए है। मरीजों को क्वारंटीन किया गया है तथा उन मरीजों की लिस्ट बनाई जा रही है जो उक्त अस्पतालों में उपचार के लिए आए थे या दाखिल हुए थे। वहीं प्रशासन की तरफ से अस्पताल को सील कर उसे सैनेटाईज किया गया।