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बैसाखी के पवित्र दिवस के अवसर पर कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने 11 बजे अपने निवास स्थान पर सरबत के भले के लिए अरदास की

बैसाखी के पवित्र दिवस के अवसर पर कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने 11 बजे अपने निवास स्थान पर सरबत के भले के लिए अरदास की
  • PublishedApril 13, 2020

घरों में रहने पर लोगों का धन्यवाद किया

चंडीगढ़, 13 अप्रैल: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने राज्य के निवासियों को बैसाखी के अवसर पर घर ही में रह कर प्रात:काल 11 बजे अरदास करने की अपील को मिले भारी समर्थन के लिए सभी लोगों का धन्यवाद किया। मुख्यमंत्री ने सोमवार को लोगों का इस बात के लिए धन्यवाद किया कि उन्होंने सरबत के भले के लिए अपने घरों में रहते हुए ही अरदास करके बैसाखी का पवित्र और पावन त्योहार मनाया।

मुख्यमंत्री जिन्होंने अपने निवास स्थान से बैसाखी की अरदास की, ने यह आशा जताई कि लोगों द्वारा एकसाथ की गई अरदास पंजाब को सुरक्षित रखते हुए जानलेवा कोरोनावायरस के खि़लाफ़ जीत यकीनी बनाएगी। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कल लोगों से अपील की थी कि वह बैसाखी के पवित्र दिवस के अवसर पर घरों में ही रहते हुए इस बार रिवायती और जाहो-जलाल के साथ त्योहार मनाने से गुरेज़ करें। यही उनके, उनके बच्चों, राज्य और देश के हित में है। इस मुश्किल घड़ी में लोगों द्वारा मिले सहयोग के लिए उनका धन्यवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समय की माँग है कि सभी जि़म्मेदारी से व्यवहार करें और इस महामारी को फैलने से रोकने में अपना योगदान दें। उन्होंने लोगों का इस बात के लिए भी धन्यवाद किया कि सामाजिक दूरी यकीनी बनाए रखने के लिए उनकी सरकार द्वारा तीन हफ्ते पहले लगाया गया कफ्र्यू और लॉकडाउन की बंदिशों की पालना वह कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में पंजाबियों का अंदरूनी जज़्बा और ऊँचा मनोबल एक बार फिर सामने आया। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘बदकिस्मती से हमें इस कफ्र्यू के समय में दो हफ़्तों का और विस्तार करके पहली मई तक करना पड़ा परन्तु हालात नाजुक होने के कारण और कोई रास्ता भी नहीं था।’’ उन्होंने उम्मीद जताई कि अब तक राज्य बड़े स्तर पर इस महामारी पर काबू पाने में सफल रहा है और आगे भी स्थिति को स्थिर बनाए रखने में समर्थ रहेगा। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि सरकार सप्लाई चेन को सुचारू बनाने के साथ-साथ यह भी यकीनी बनाएगी कि प्रवासी मज़दूरों समेत कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे। उन्होंने कहा कि गेहूँ की निर्विघ्न कटाई और खरीद के लिए प्रबंध किये जा चुके हैं, जो 15 अप्रैल से शुरू की जानी है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य को लॉकडाउन/कफ्र्यू से धीरे-धीरे बाहर निकालने को यकीनी बनाने के लिए और कदम उठाए जाएंगे, जिससे अर्थव्यवस्था और उद्योग के हित में हालात आम की तरह बनाए जा सकें।

Written By
The Punjab Wire