राज्य के सभी मंत्रियों, विधायकों और मुलाजि़मों को भी ऐसा ही फ़ैसला लेने की अपील
चंडीगढ़, 13 अप्रैल: राज्य सरकार द्वारा कोरोना वायरस के विरुद्ध लड़ी जा रही जंग के लिए ज़रुरी फंड जुटाने के लिए पहलकदमी करते हुए पंजाब के ग्रामीण विकास एवं पंचायत मंत्री तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा ने आज अगले छह महीनों के लिए अपने वेतन का तीस प्रतिशत हिस्सा मुख्यमंत्री राहत कोष में देने का फ़ैसला किया है।
बाजवा ने अपने इस फ़ैसले सम्बन्धी जानकारी देते हुए कहा कि पूरी दुनिया की तरह पंजाब भी इस समय कोरोना के प्रकोप के कारण अत्यधिक गंभीर संकट के दौर से गुजऱ रहा है। स्वास्थ्य, पुलिस, ग्रामीण विकास एवं पंचायत, पशु-पालन समेत राज्य के कई अन्य विभागों के मुलाजि़म अपनी जान की परवाह न करते हुए कोरोना वायरस के विरुद्ध आगे आकर जंग लड़ रहे हैं। जंग लड़ रहे इन योद्धाओं को सुरक्षा किटें और मास्क की ज़रूरत है जबकि मरीज़ों के लिए दवाओं और वेंटिलेटर चाहिए। उन्होंने कहा कि रोग की जल्द पहचान करके इसे रोकने के लिए टेस्टिंग बढ़ाने की ज़रूरत है जिसके लिए टेस्टिंग किटें खरीदी जानी हैं।यह सारा साजो-सामान खरीदने के लिए पैसों की अत्यधिक आवश्यकता है।
पंचायत मंत्री ने कहा कि इस जंग में अपना बहुत ही नगण्य हिस्सा डालने के लिए मैंने आज फ़ैसला किया है कि अगले 6 महीनों के लिए अपने वेतन का 30 प्रतिशत हिस्सा मुख्यमंत्री राहत कोष में देता रहूँगा। उन्होंने पंजाब के सभी मंत्रियों, विधायकों और दर्जा चार से मुख्य सचिव तक राज्य के सभी रेगुलर और पूरा वेतन ले रहे मुलाजि़मों से अपील की है कि वह भी अगले 6 महीनों के लिए अपने वेतन का कम-से-कम 30 प्रतिशत हिस्सा मुख्यमंत्री राहत कोष में दें। पंचायत मंत्री ने उद्योगपतियोंं और व्यापारियों को भी अपील की है कि वह भी इस संकट के समय में दिल खोलकर मुख्यमंत्री राहत कोष में दान दें।
इस राहत कोष में दिया गया एक-एक रुपया कोरोना वायरस के विरुद्ध जंग लड़ रहे अमले के लिए सहायक होगा। श्री बाजवा ने कहा कि पंजाब निवासियों को सावधान करते हुए कहा कि कोरोना वायरस के विरुद्ध लड़ी जा रही जंग जीतने के लिए पंजाब सरकार को अपने कई काम रोक कर सारा पैसा इस तरफ़ लगाना पड़ रहा है। इसलिए हो सकता है कि अगले कुछ समय के लिए हमें अपने कई विकास कार्य रोकने पड़ें।
उन्होंने कहा कि हमें सबको मानसिक तौर पर तैयार रहना चाहिए कि सडक़ें, पुल, गलियों-नालियों, सिवरेज और स्कूलों-कॉलेजों की इमारतें बनाने के कार्य कुछ समय के लिए आगे टालने पड़ें। इस समय पर सबसे अधिक ज़रूरत पंजाब के लोगों की कीमती जानें बचाने की है और सरकार ने अपने सभी साधन इस तरफ़ लगाए हुए हैं। श्री बाजवा ने आश्वस्त किया कि पंजाब सरकार लोगों द्वारा दिए जा रहे हर किस्म के सहयोग के स्वरूप इस संकट से पंजाबियों को सकुशल बाहर निकाल लेगी।