कल (13 अप्रैल) प्रात:काल 11 बजे अपने -अपने घरों से महामारी के ख़ात्मे के लिए अरदास करने के लिए कहा
चंडीगढ़, 12 अप्रैल: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज पंजाब निवासियों को अपने बच्चों और आने वाली पीढिय़ों की सुरक्षा के लिए बैसाखी के पवित्र दिवस पर कल 13 अप्रैल को प्रात:काल 11 बजे अपने-अपने घरों से जानलेवा दुश्मन कोविड -19 पर राज्य की जीत के लिए अकाल पुरुष के आगे अरदास करने की अपील की है।
बैसाखी के त्योहार की पूर्व संध्या पर पंजाब के लोगों के नाम एक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोनावायरस की महामारी के मद्देनजऱ इस बार की बैसाखी पहले की अपेक्षा अलग है जिस कारण लोग विशाल भीड़ों के रूप में रिवायती जोशो-खरोश से इस त्योहार को मनाने के लिए बाहर नहीं निकल सकते। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में सभी का अपने घरों में रहना बहुत ज़रूरी है और बैसाखी के पवित्र दिवस को राज्य से कोविड -19 के मुकम्मल ख़ात्मे के लिए अरदास करके मनाया जाये।
मुख्यमंत्री ने अपील करते हुये कहा, ‘आओ हम सभी वाहेगुरू के आगे अरदास करें कि हम और हमारे पंजाब को चढ़दी कला में रखे और हमारे लोग सुरक्षित और सदा खुश रहें। ’ उन्होंने कहा कि यह अपील श्री अकाल तख्त साहिब और शिरोमणि कमेटी की तरफ से भी लोगों को की गई है कि वह इस साल बैसाखी मनाने के लिए इकठ्ठा या बाहर न हों।
इस आशा पर विश्वास करते हुए कि पंजाब इस महामारी पर जीत प्राप्त करेगा, कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने लोगों से अपील की कि वह इस लड़ाई के खि़लाफ़ अपना फजऱ् निभाएं जिस तरह लाखों कर्मचारी उनको सुरक्षित और सेहतमंद रखने के लिए आगे होकर डटे हुए हैं। उन्होंने डाक्टरों, नर्सों, पैरा मैडीकल स्टाफ और अन्य स्वास्थ्य, सफ़ाई कर्मचारियों, पुलिस, राजस्व विभाग, धार्मिक संस्थाओं, एन.जी.ओज़ समेत इस संकट में संघर्ष कर रहे हरेक व्यक्ति का धन्यवाद किया जो अपनी जान जोखिम में डाल कर फ्रंटलाईन पर काम कर रहे हैं। उन्होंने एस.एस.पीज़ और डी.सीज़ का भी धन्यवाद किया जो सारी स्थिति का प्रबंधन पूरी कार्यकुशलता से कर रहे हैं और उन पर विश्वास ज़ाहिर करते हुये कहा कि वह आने वाले दिनों में भी पंजाब और लोगों के हितों की रक्षा के लिए इसी तरह तनदेही और लगन से काम करते रहेंगे।
विश्वव्यापी कोविड संकट की तरफ इशारा करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरुआती लॉकडाऊन और कफ्र्यूू के कारण पंजाब और भारत की स्थिति तुलनात्मक तौर पर बेहतर है। उन्होंने कहा कि हर किसी को हो रही परेशानी और निराशा के बावजूद इन सख्त और मुश्किल उपायों को जारी रखना महत्वपूर्ण था। ऐसी सख्त बंदिशों को जारी रखने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुये उन्होंने कहा कि विभिन्न अध्ययनों /अनुसंधान पत्रों /मॉडलों /माहिरों की राय में यही कहा गया है कि अगर लॉकडाऊन को आने वाले दिनों में लागू नहीं रखते तो स्थिति कंट्रोल से बाहर जा सकती है। उन्होंने कहा कि लॉकडाऊन /एकांतवास की अनुपस्थिति में इन माहिरों आदि की राय में जो आंकड़े प्रस्तावित किये जा रहे हैं, वह बहुत डराने हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हालाँकि लॉकडाऊन के शुरू में सप्लाई चेन को लेकर कुछ मुश्किलें आईं थी परन्तु अब हालात राह पर हैं और आने वाले दिनों में इसमें और सुधार होगा। उन्होंने भरोसा दिया कि इस संकट की घड़ी में उनकी सरकार राज्य के हरेक व्यक्ति के साथ खड़ी है। उन्होंने प्रवासी मज़दूरों और अन्य गरीब /जरूरतमंद लोगों के साथ वायदा किया कि उनकी सरकार सभी का लगातार ख्याल रखेगी और यह यकीनी बनाया जायेगा कि कोविड संकट ख़त्म होने तक कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि गेहूँ की कटाई जोकि 15 अप्रैल को शुरू होने जा रही है, के लिए सभी प्रबंध कर लिए गए हैं और अपनी सरकार के अब के और पिछले कार्यकाल के ट्रैक रिकॉर्ड की तजऱ् पर एक और निर्विघ्न खरीद सीजन का वायदा किया।
आगे जाने वाले रास्ते पर गंभीरता से विचार करने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि कफ्र्यू/लॉकडाऊन में से बाहर आने की रणनीति बनाने के लिए बनाई गई टास्क फोर्स अपनी रिपोर्ट 10 दिनों के अंदर पेश करेगी और उच्च ताकती कमेटी जिसके प्रमुख एक प्रसिद्ध वित्त माहिर होंगे, कोविड -19 संकट टलने के बाद राज्य की अर्थ व्यवस्था और उद्योगों को फिर सुरजीत करने के ढंग-तरीकों पर काम करेगी।