पंजाब से दूध, अंडे और मुर्गे-मुर्गियों की सप्लाई दिल्ली और जम्मू-कश्मीर को शुरू-तृप्त बाजवा
फील्ड में काम कर रहे पशु पालन विभाग के डॉक्टरों, इंस्पेक्टरों और फील्ड स्टाफ का 50 लाख रुपए का बीमा करवाने के लिए अपेक्षित कार्यवाही की जाए
मछली पालकों के लिए पूंग की सप्लाई विभाग द्वारा फार्मों पर ही करने का फैसला
पशू के इलाज के लिए सेवामुक्त डॉक्टरों और इंस्पेक्टरों को कफ्र्यू पास बनवा कर देने के लिए कार्यवाही करने के आदेश
चंडीगढ़, 7 अप्रैल: पंजाब के पशु पालन और डेयरी विकास मंत्री स. तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा ने आज यहाँ कहा कि राज्य के पशु पालकों को कोई दिक्कत न आने देने के लिए पंजाब से दूध, अंडे और मुर्गे-मुर्गियों की सप्लाई दिल्ली और जम्मू-कश्मीर को शुरू कर दी गई है। श्री बाजवा ने यह जानकारी विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ की गई एक मीटिंग के बाद दी। उन्होंने बताया कि पशु पालकों को अपने जानवरों के लिए खुराक और इलाज पक्ष से भी किसी किस्म की कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने बताया कि सभी पशु अस्पताल खुले हैं और किसी भी एमरजैंसी के लिए डॉक्टर 24 घंटे सेवाएं देने के लिए भी उपलब्ध हैं।
इस मौके पर मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को हिदायतें जारी की कि पशु पालन विभाग के सेवामुक्त डॉक्टरों और इंस्पेक्टरों को भी कफ्र्यू पास बनवा कर दिए जाएँ जिससे पशु पालकों के हर जगह जाकर पशूओं को डॉक्टरी सहायता दी जा सके। बाजवा ने बताया कि पोल्ट्री कामगारों को फीड बनाने के लिए खाद्य एवं सिविल सप्लाई विभाग द्वारा पहली किश्त के तौर पर 3000 टन गेहूँ 1987 रुपए प्रति क्विंटल की दर से मुहैया करवाने का फ़ैसला किया गया है, जिसकी सप्लाई जल्द ही शुरू हो जाएगी। उन्होंने बताया कि फीड के लिए पोल्ट्री कामगारों से डिमांड प्राप्त की गई है, जिसके चलते गेहूँ की पहली किश्त की सप्लाई शुरू की जा रही है।
पशु पालन मंत्री ने अधिकारियों को हिदायत दी कि मछली पालकों को अपेक्षित मछली पूंग समय पर मुहैया करवाया जाये जिससे वह अपना धंधा जारी रख सकें। श्री बाजवा ने अधिकारियों को हिदायत की कि पूंग की सप्लाई के लिए सम्बन्धित जि़लों के डिप्टी कमिश्नरों के साथ संपर्क किया जाये। अधिकारियों ने मंत्री को बताया कि मछली पालकों को सप्लाई के लिए अपेक्षित पूंग विभाग के मछली फार्मों पर उपलब्ध है, जिसकी सप्लाई ट्रासपोर्ट का प्रबंध करके मछली पालकों को उनके फार्मों पर ही की जाएगी।
उन्होंने विभाग के प्रमुख सचिव को हिदायत की कि पशु पालन विभाग के डॉक्टरों, इंस्पेक्टरों और फील्ड स्टाफ के लिए स्वास्थ्य और पुलिस विभाग की तजऱ् और 50 लाख रुपए का बीमा करवाने के लिए अपेक्षित कार्यवाही की जाए। मीटिंग में अन्यों के अलावा विभाग के प्रमुख सचिव श्री जसपाल सिंह, पशु पालन विभाग के डायरैक्टर श्री इन्दरजीत सिंह, डेयरी विकास विभाग के डायरैक्टर श्री इन्दरजीत सिंह और मछली पालन विभाग के डायरैक्टर श्री मदन मोहन भी मौजूद थे।